1 से 15 सितंबर के मध्य अवकाश में संसोधन का नवीन आदेश जारी, देखें क्या है बदलाव।

सूच्य है कि भारत सरकार द्वारा उक्तानुसार निर्धारित तिथियों के मध्य यदि पूर्व से कोई सार्वजनिक अवकाश घोषित है, तो उस दिन की निर्धारित गतिविधि उसके आगामी कार्यदिवस हेतु कार्यक्रम / गतिविधि के साथ-साथ पूर्ण की जायेगी।

मोहर्रम अवकाश:- मोहर्रम अवकाश तिथि में हुआ परिवर्तन देखें अब किस दिन मनाया जाएगा मोहर्रम

बेसिक अवकाश तालिका 2021:- सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज द्वारा जारी हुई अवकाश तालिका

All BSAs please note – I have been instructed to inform that all schools will remain closed for students till 30th April

All BSAs please note – I have been instructed to inform that all schools will remain closed for students till 30th April…Teachers will continue to come to schools for critical administrative activities as instructed earlier and we have to ensure strictly that covid protocol is followed… Official instructions will follow from shasan soon..Please ensure 100% compliance and pass on the instructions…Best wishes and take care…We will win the battle against covid together as a team…

शिक्षा मंत्री के हस्तक्षेप के बाद महानिदेशक ने जारी किया होली अवकाश में शिक्षकों की ड्यूटी न लगाए जाने का आदेश, देखें

शिक्षा मंत्री के हस्तक्षेप के बाद महानिदेशक ने जारी किया होली अवकाश में शिक्षकों की ड्यूटी न लगाए जाने का आदेश, देखें

बेसिक शिक्षकों के अवकाशों में दिन-व-दिन हो रही कटौती:- 2016 में 53 अवकाश थे, 2020 में 33 हो गए, 2021 में 30 ही बचे(5 में शिक्षण कार्य स्थगित है), पढें यह पोस्ट

C/P

2016 में 53 अवकाश थे2020 में 33 हो गए2021 में 30 ही बचे(5 में शिक्षण कार्य स्थगित है)भविष्य में प्रेरणा लक्ष्य पाने के लिए अवकाश और कम हो सकते है और जो समय 8 से 2 कर दिया है हो सकता है एक्सट्रा क्लास के नाम पर 8 से 3 कर दे

अब समय आ गया है कि शिक्षक गर्मी और सर्दी की(40 दिन जिसमें 6 रविवार भी है) छुट्टियों का मोह त्याग दें और 31 EL की मांग करें। क्योकि ये 40 छुट्टियां कोढ़ से ज्यादा कुछ नही हैं,किसी काम की भी नही रह गयीं हैं लेकिन बदनामी का कारण जरूर बन गयीं हैं।
अधिकारी कहतें हैं ये ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन छुट्टियां आपकी (शिक्षकों) की नही हैं, बच्चों की हैं। आपको कभी भी बुलाया जा सकता है।जब ये अवकाश शिक्षकों के लिए हैं ही नहीं। तो अन्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी उपार्जित अवकाश संवैधानिक रुप से मिलने चाहिए और न मिलें तो सभी शिक्षक संघों को इसकी मांग करनी चाहिए।
Earning Leave मिलने का सबसे बडा फायदा होगा कि हर किसी की जुबान बन्द हो जाएगी कि शिक्षक डेढ़ महीने घर बैठते हैं।दूसरा फायदा जब हमें आवश्यकता होगी तब हमारे पास हमारी EL होंगी।इसके अलावा एक और बड़ा फायदा ये है कि अगर आपके पास पूरे कार्यकाल तक जितनी EL होती है तो उनका भुगतान मिलेगा।एक और बात आधे से ज्यादा शिक्षकों का शोषण ही इसी बात से होता है कि उनके पास केवल 14 CL होती हैं।आने वाले समय मे दिक्कत और बढ़ने वाली है क्योंकि पहले तो ज्यादातर शिक्षक होम टाउन तो छोड़िए होम ब्लॉक तक मे थे तो ज्यादा दिक्कत नही आई पर अब तो लोग दूसरे जिलों में नियुक्त हैं और अब तो ट्रांसफर भी जटिल होता जा रहा है।
लॉक डाउन में क्या किसी विभाग की El खत्म हुई? नहीं बिल्कुल नहीं, औऱ आपके ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म कर दिये गये और स्कूल उपस्थित होने के आदेश किये गये।जो शिक्षक उपस्थित नहीं हुए उनके वेतन रोक दिये गये हैं।आगे आने वाले समय में भी धीरे धीरे किसी न किसी काम से गर्मी की छुट्टियों में बुलाया जाएगा और नहीं जायेंगे तो वेतन अवरुद्ध होगा फिर वेतन निकलवाने के लिए रिश्वत लो।इसलिए अच्छा होगा कि शिक्षक स्वयं ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश का वॉयकाट करें।रिकॉर्ड में और समाज मे ये दर्ज है कि शिक्षक की गर्मी की छुट्टी चल रही है पर शिक्षक तो विद्यालय में है।
अब समय आ गया है गर्मी और सर्दी की छुट्टी रद्द कराने और EL शुरू कराने का।
#सभी_शिक्षक_संघो के पदाधिकारियों से निवेदन है कि अगर आपके बस का कुछ है तो आप एकजुट होकर अर्न लीव की आवाज बुलंद करें।

बेसिक शिक्षा विभाग :- विभाग में दिए जाने वाले अवकाश तथा अवकाश प्रक्रिया को पढ़ें तथा समझे आखिर कैसे मिलेगा आपको अवकाश

📚छुट्टी एवं उसके नियम 📚
अवकाश अधिनियम 20101 – अर्जित अवकाश :-
यह अवकाश प्रत्येक वर्ष 31 दिन के देय है। 1 जनवरी को 16 दिन तथा 1 जुलाई को 15 दिन दो किस्तों में देय है।
यह अवकाश पूरे सेवा काल में 300 दिनों तक जमा किया जा सकता है। भारत में लगातार 120 दिन की तथा भारत से बाहर 180 दिनों की छुट्टी देय है।
मूल नि.- 81-बी(1)2 – चिकित्सा अवकाश :
यह अवकाश स्थाई कार्मिकों को पूरे सेवा काल में 12 माह तक पूरे वेतन पर तथा 6 माह तक अर्ध वेतन पर देय है।
मूल नि.-81-बी(3)3 – निजी कार्य पर, अर्ध वेतन पर अवकाश :-
स्थाई कार्मिकों को यह अवकाश पूरे सेवा काल में 365 दिनों तक अर्ध वेतन पर देय है। यह अवकाश भी अर्जित अवकाश की तरह 1 जनवरी को 16 दिन तथा 1 जुलाई को 15 दिन कर्मचारी के खाते में जमा हो जाता है तथा यह अवकाश भी कर्मचारी के खाते में पुरा यानी 365 दिनों तक जमा किया जा सकता है।
मूल नि.-81-बी(3)4 – असाधारण अवकाश ( बिना वेतन का ) :
यह अवकाश अन्य अवकाश के साथ मिलाकार अथवा बिना वेतन का अवकाश अलग से 5 वर्ष तक का देय है। 5 वर्ष से अधिक शासन द्वारा स्वीकृति किया जा सकता है।
मूल नि.-18, 81-बी(5)5 – विशेष बिकलांगता अवकाश :
यह अवकाश ड्यूटी करते समय दुर्घटना होने पर कुल 24 माह का निम्न प्रकार देय है…..1 – प्रथम 6 माह पूरे वेतन पर तथा यह 6 माह ड्यूटी मानी जायेगी।
2 -119 दिन पूर्ण वेतन पर। लेकिन यह अवकाश माना जायेगा।
3 – शेष 14 माह 1 दिन अर्ध वेतन पर देय है।यह अवकाश किसी भी अन्य अवकाश से घटाया नही जायेगा।
मूल नि.-83 तथा 83 ए
मूल नि.-9(6) ख (4)
मूल नि.-83 क (3) (ख)6 – अध्ययन अवकाश(study leave) :
यह अवकाश पूरे सेवा काल 24 माह का अर्ध वेतन पर देय है। एक बार में लगातार 12 माह तक छुट्टी देय है। यह अवकाश भी किसी अन्य अवकाश से घटाया नही जायेगा।
नोट- यह उन्ही कर्मचारी को मिलेगी, जिनकी सेवा काल 5 वर्ष हो गई हो तथा यह अवकाश सेवानिवृति होने के 3 वर्ष पहले तक ही मिलेगी।
मूल नि.-847 – राश्रीकृति अवकाश (commuted leave) :-
यह अध्ययन अवकाश की तरह ही है। इसमें भारत में 45 दिन तक तथा भारत से बाहर 90 दिन तक पूरे वेतन पर देय है। लेकिन यह अवकाश निजी कार्य पर अर्ध वेतन पर जमा अवकाश में से दुगुनी घटाई जायेगी।
मूल नि.-81(बी)-48 – प्रसूति अवकाश (महिलाओं के लिए) :
यह अवकाश केवल महिलाओं को प्रसूति हेतू 180 दिन यानी 6 माह तक 2 बच्चों तक देय है। तथा बच्चों के पालन पोषण हेतू 730 दिन तक पूरे वेतन पर दो बच्चों तक अलग से देय है। यह 730 दिन का अवकाश बच्चों के 18 वर्ष की उम्र होने तक due रहेगी। तथा एक कलेंडर वर्ष में 3 बार देय है। लेकिन एक बार में कम से कम 15 दिन का छुट्टी लेना होगा।
इसके अलावा गर्भ समापन अवकाश, चिकित्सा प्रमाण पत्र के आधार पर 6 सप्ताह तक पुरे वेतन पर पूरे सेवा काल में असीमित बार देय है।
नोट – गर्भ समापन का मतलब बच्चा ख़राब होने से है।
सहायक नि.-153
शासनादेश संख्या-2-2017, दि. 08.12.20089 – चिकित्सालय अवकाश :-
यह अवकाश उन कर्मचारियों को देय है जिनकी जान का जोखिम हो तथा सभी विभागों के सुरछा गार्डों एवं बंदी रच्छकों को देय है। यह अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों को देय है।
प्राथमिकी चिकित्सक की संस्तुति पर 6 माह तक देय है। जिसमे प्रथम 3 माह पूर्ण वेतन पर तथा अगला 3 माह अर्ध वेतन पर। 3 वर्ष बाद पुनः6 माह का उपरोक्तानुसार देय होगा।10 – एंटी रेबीज उपचार हेतू अवकाश :-
यदि किसी कार्मचारी को पागल कुत्ता या अन्य जानवर काट ले तो उसे सरकारी चिकित्सक की संस्तुति पर पूर्ण वेतन पर अवकाश देय है। यह अवकाश किसी अन्य अवकाश से घटाया नही जाएगा। दिन की कोई सीमा तय नहीं है। डॉक्टर के द्वारा छुट्टी के दिनों की संख्या निर्धारित होगी।
मूल नि.-9(6) (क) (3)11 – आकस्मिक अवकाश :-
यह अवकाश प्रत्येक कलेंडर वर्ष में 13/16 दिन देय है। तथा 2-3दिन का विशेष अवकाश भी स्वीकृति किया जा सकता है। एक बार में अधिकतम 10 दिनों की छुट्टी स्वीकृति हो सकती है। यह अवकाश कर्मचारी के खाते में जमा नही होगी। हर साल छुट्टी न लेने पर बची हुई छुट्टी स्वतः ही लेप्स हो जायेगी।
ध्यान रहे यह अवकाश लेने पर बीच में पड़ने वाले अवकाश जैसे रविवार या अन्य छुट्टी को जोड़ा नही जायेगा।🌷🌹🌹🌹🌹🌹🌹

जनपद फतेहपुर में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री ने 25 अक्टूबर को धनतेरस अवकाश घोषित करने के सम्बंध में लिखा पत्र

परिषदीय विद्यालयों में महिला शिक्षिकाओं/बालिकाओं का ‘अहोई अष्टमी’ के उपलक्ष में 21अक्टूबर को रहेगा अवकाश, देखें

परिषदीय विद्यालयों में महिला शिक्षिकाओं/बालिकाओं का ‘अहोई अष्टमी’ के उपलक्ष में 21अक्टूबर को रहेगा अवकाश, देखें


सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज द्वारा दी गयी अवकाश तालिका में अहोई अष्टमी का अवकाश है।

जिलाधिकारी सुल्तानपुर के आदेशानुसार अतिवृष्टि की संभावना के दृष्टिगत जनपद के सरकारी व गैर सरकारी सभी विद्यालय कक्षा एक से कक्षा 12 तक के 30 सितंबर तक बंद रहेंगे मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार आगे की तिथियों हेतु आवश्यकता अनुसार आदेश जारी किए जाएंगे

अतिवृष्टि की संभावना के दृष्टिगत 30 सितंबर तक बंद रहेंगे विद्यालय
जिलाधिकारी सुल्तानपुर के आदेशानुसार अतिवृष्टि की संभावना के दृष्टिगत जनपद के सरकारी व गैर सरकारी सभी विद्यालय कक्षा एक से कक्षा 12 तक के 30 सितंबर तक बंद रहेंगे मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार आगे की तिथियों हेतु आवश्यकता अनुसार आदेश जारी किए जाएंगे