MDM:- मध्यान भोजन योजना अंतर्गत कोविड-19 के कारण विद्यालय बंद अवधि में खाद्य सुरक्षा भत्ता वितरण के संबंध में आदेश जारी
सीमा विस्तार के कारण ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित विद्यालय जो वर्तमान में विस्तारित नगर सीमा के अंतर्गत आ रहे के सम्बन्ध में। Schools located in rural areas which are currently coming under extended city limits
सीमा विस्तार के कारण ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित विद्यालय जो वर्तमान में विस्तारित नगर सीमा के अंतर्गत आ रहे के सम्बन्ध में…..
DBT एप पर काम न करने वाले विद्यालयों की लिस्ट प्रदेश स्तर पर जारी, देखें
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ऑनलाइन आकस्मिक अवकाश के बावजूद बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने शिक्षक को सस्पेंड, शिक्षक ने बीईओ को खरी खोटी, कोर्ट की धमकी से बीईओ की बोलती बंद; Illegal suspension matter beo audio viral
मानिकपुर absa की गलत तरीके से कार्यवाही करने पर एक शिक्षक द्वारा अच्छे से क्लास ली गई
आकस्मिक अवकाश पर होने पर भी सहायक अध्यापक को निलम्बित कर दिया गया खंड शिक्षा अधिकारी मानिकपुर की आख्या के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने, सुने पूरा ऑडियो
आकस्मिक अवकाश पर होने पर भी सहायक अध्यापक को निलम्बित कर दिया गया खंड शिक्षा अधिकारी मानिकपुर की आख्या के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा
CL पर होने के बाबजूद सहायक अध्यापक को BEO की आख्या पर BSA ने किया निलम्बित, फिर फ़ोन शिक्षक ने बीईओ से जताई नाराजगी, सुने पूरा ऑडियो
ऑडियो सुनने के लिए नीचे वीडियो प्ले करें
UP-TET 2021 (Paper-1).pdf
UP-TET 2021 (Paper-1)By Himanshi Singh & Team.pdf
UPSC 2021 Prelims GS Paper-1 Date 10/10/2021
UPSC 2021 Prelims GS Paper-1 Date 10/10/2021
फतेहपुर:- 68500 शिक्षक भर्ती में चयनित अध्यापकों का बकाया भुगतान हेतु प्रदेश अध्यक्ष अपना दल ने मंत्रिमंडल को भेजा पत्र, आखिर क्यों अधिकारी नहीं कर रहे अध्यापकों का भुगतान, 3 वर्षों से अधिक का समय पहले ही बीत चुका है, मुख्यमंत्री तक अपनी समस्या पहुंचाने का रास्ता तलाश रहे अध्यापक
फतेहपुर:- 68500 शिक्षक भर्ती में चयनित अध्यापकों का बकाया भुगतान हेतु प्रदेश अध्यक्ष अपना दल ने मंत्रिमंडल को भेजा पत्र, आखिर किस वजह से अधिकारी नहीं कर रहे अध्यापकों का भुगतान,
आपको बता दें कि 2018 में जनपद में लगभग 17 से अध्यापकों की नियुक्ति की गई थी जिसमें से अभी तक मात्र 300 अध्यापकों का अवशेष वेतन भुगतान आदेश हुआ है परंतु लेखाधिकारी अभी तक भुगतान नहीं कर पाए हैं
3 साल से अधिक का समय बीत जाने के पश्चात भी मात्र जनपद फतेहपुर में ऐसी स्थिति आखिर किस वजह से उत्पन्न हुई, अधिकारी कुछ सुनने को तैयार ही नहीं और ना ही कुछ करने को
अध्यापकों द्वारा किए जा रहे जनसुनवाई पर भी अधिकारी अजीबोगरीब आख्या लगा देते हैं जिसका समाधान स्वयं उन्हीं को करना है जो कि उनकी असफलता का पर्याय बनता जा रहा
आने वाले समय में अध्यापकों ने बड़े स्तर पर आंदोलन की तैयारी में लग गए हैं मगर अधिकारियों का रवैया ऐसे ही बना रहा तो जल्द ही जनपद में बड़े स्तर का आंदोलन भी देखा जा सकता है