शिक्षा अधिकारियों की तबादला सूची जारी, कई जिलों के बदले BSA, देखें ट्रांसफर सूची

 

शिक्षा अधिकारियों की तबादला सूची जारी, कई जिलों के बदले BSA, देखें ट्रांसफर सूची

बीएसए, लेखा तथा बीईओ कार्यालयों के अनिवार्य निरीक्षण के संबंध में आदेश जारी, निरीक्षण हेतु मुख्य बिंदु देखें

बीएसए, लेखा तथा बीईओ कार्यालयों के अनिवार्य निरीक्षण के संबंध में आदेश जारी, निरीक्षण हेतु मुख्य बिंदु देखें

मिशन प्रेरणा : डायट प्राचार्य, BSA, BEO, SRG, ARP, डायट मेंटर,शिक्षक संकुल एवं प्रधानाध्यापक सदस्यों का यू ट्यूब सेशन के माध्यम से मासिक बैठक का आयोजनके संबंध में।

सभी डायट प्राचार्य, BSA, BEO, SRG, ARP, डायट मेंटर, प्रधानाध्यापक, शिक्षक संकुल एवं अध्यापक कृपया ध्यान दें-

अवगत हों कि राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा मिशन प्रेरणा के अंतर्गत प्रति माह शिक्षक संकुल एवं प्रधानाध्यापक के सदस्यों का यू ट्यूब सेशन के माध्यम से मासिक बैठक का आयोजन किया जाता है। तत्क्रम में नवंबर माह की बैठक दिनांक 8 नवंबर 2021 (सोमवार) को पूर्वाह्न 11 बजे से आयोजित की जायेगी।

नवंबर 2021 से मार्च 2022 तक स्कूलों में अपनाई जाने वाली शैक्षणिक रणनीति को समझने के लिए यह YouTube लाइव महत्वपूर्ण है।
*उक्त यू- ट्यूब बैठक के एजेंडा बिंदु संलग्न पत्र में उल्लिखित हैं।*

दिनाँक : 8 नवंबर 2021
दिन : सोमवार
समय : पूर्वाह्न 11 बजे
मीटिंग लिंक : https://youtu.be/PjdS7emZZ8I

अतः सभी BSA, BEO, DCs एवं SRGs से अनुरोध है कि बैठक की जानकारी सभी ARP, डायट मेंटर, प्रधानाध्यापक, शिक्षक संकुल एवं अधयापकों के साथ साझा करें। *सुनिश्चित करें कि 100% प्रतिभागी उक्त यूट्यूब सेशन में जुड़ें। यह बैठक सभी ARP, डायट मेंटर, प्रधानाध्यापक, शिक्षक संकुल एवं अधयापकों के लिए अनिवार्य है।*

आज्ञा से,
महानिदेशक
स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश

परिषदीय विद्यालयों के औचक निरीक्षण में कई स्कूलों से गायब मिले गुरुजी, बीएसए ने कराई प्रार्थना, 28 शिक्षकों रोका एक दिन का वेतन

विद्यालयों के औचक निरीक्षण में कई स्कूलों से गायब मिले गुरुजी, बीएसए ने कराई प्रार्थना, 28 शिक्षकों रोका एक दिन का वेतन

वाराणसी। सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने काशी विद्यापीठ ब्लॉक के विभिन्‍न स्कूलों में औचक निरीक्षण किया। जिसमें विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित कई शिक्षक व अनुदेशक विद्यालय से गैर हाजिर थे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षकों के गैर हाजरी में बीएसए ने प्रार्था सभा के बाद राष्ट्रगान भी कराया। बीएसए सबसे पहले पूर्व माध्यमिक विद्यालय लोहता पहुंचे, जहां प्रधानाध्यापक राजेंद्र प्रसाद वर्मा गैरहाजिर थे। वहीं 3 सहायक अध्यापक व दो अनुदेशक अनुपस्थित थे। इसके बाद बीएसए ने सभी का एक दिन का बेतन रोक दिया।
कुछ ऐसा ही हाल रहा प्राथमिक विद्यालय लोहता का, जहां प्रधानाध्यापक तो उपस्थित थी, लेकिन नौ सहायक अध्यापक व एक शिक्षामित्र अनुपस्थित थी। वहीं कंपोजिट विद्यालय केशरीपुर में निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक, छह सहायक अध्यापक व एक अनुदेशक गैरहाजिर थे। इन विद्यालय के अनुपस्थित शिक्षकों को एक दिन का वेतन बीएसए ने रोक दिया है। वहीं पिंडरा विधायक डॉ. अवधेश सिंह ने बड़ागांव क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मधुमखिया का निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय के तीन सहायक अध्यापक अनुपस्थित थे। जिसकी सूचना उन्होंने बीएसए को दी। जिसके बाद बीएसए ने तीन सहायक अध्यापक का बेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है।

चंदौली – शिक्षकों से वेतन लगवाने व सेवा पुस्तिका बनवाने के नाम पर धन उगाही करने वाले शिक्षक को बीएसए ने किया सस्पेंड

चंदौली – शिक्षकों से वेतन लगवाने व सेवा पुस्तिका बनवाने के नाम पर धन उगाही करने वाले शिक्षक को बीएसए ने किया सस्पेंड

गैरहाजिर शिक्षकों ने जबरन भरी हाजिरी, दोनों निलंबित:- बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए जांच के आदेश

फर्रुखाबाद। शिक्षण कार्य से गायब रहने के बावजूद जबरन हाजिरी भरने और कंपोजिट ग्रांट में की गई अनियमितता के आरोप में बीएसए ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। बीएसए ने दोनों मामलों की जांच के भी आदेश दिए।

खंड शिक्षा अधिकारी कमालगंज ने 9 जनवरी को प्राथमिक विद्यालय कंझाना का निरीक्षण किया था। विद्यालय के सहायक अध्यापक व शिक्षामित्रों ने आरोप लगाया कि पुरानी उपस्थिति पंजिका एवं पत्र व्यवहार रजिस्टर प्रधानाध्यापक मनीष कटियार ने गायब कर दिया है। उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रधानाध्यापक ने नई उपस्थिति पंजिका बनाई और पूरे स्टाफ के फर्जी हस्ताक्षर किए। सहायक अध्यापक सत्यभान ने एक नवंबर 2020 को नई उपस्थिति पंजिका बनाई। प्रधानाध्यापक ने उसे फाड़ दिया। आरोप है कि वर्ष 2018- 19 व 2019 20 की कंपोजिट ग्रांट नियमित उपभोग न कर वित्तीय अनियमितता की गई। बीईओ की रिपोर्ट पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी नवाबगंज को दी गई है ।

दूसरे मामले में 8 जनवरी को बीईओ ने प्राथमिक विद्यालय कोरीखेड़ा का निरीक्षण किया था। उनको विद्यालय स्टाफ ने बताया कि सहायक अध्यापक सुशील कुमार 1 से 20 दिसंबर तक विद्यालय से अनुपस्थित रहे । इसके बावजूद उपस्थिति पंजिका में जबरन हस्ताक्षर कर दिए । बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने सुशील कुमार को निलंबित कर दिया है। इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी शमसाबाद को दी है।

सिसोदिया से बहस को हमारे बीएसए ही सक्षम, केजरीवाल मॉडल बनाम योगी के मॉडल पर बोले बेसिक शिक्षा मंत्री

सिसोदिया से बहस को हमारे बीएसए ही काफी,  केजरीवाल मॉडल बनाम योगी के मॉडल पर बोले बेसिक शिक्षा मंत्री


‘हम दिल्‍ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नता मनीष सिसौदिया से अपने प्रदेश के किसी भी जिले के ब्रेसिक शिक्षा अधिकारी (ब्रीएसए) से खुली बहस कराएंगे। दिल्ली में तो कुल 2500 विद्यालय हैं। हमारे यहां ता एक जिले में हीं 2500 विद्यालय हैं। सिसोदिया के साथ बहस के लिए हमारे बीएसए ही काफी हैं।’ यह बातें प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवदी ने बुधवार को यहां दैनिक जागरण से बातचीत में कही। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में अटल जन्मोत्सव सप्ताह के तहत आयोजित “लोकतांत्रिक मूल्य और भारतीय राजनीति’ विषयक राष्ट्रीय संगांष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि सिसोदिया क्‍या बहस करेंगे ? उनको बहस के लिए तो किसी भी जिले का बीएसए ही काफी है। महानगर (दिल्ली) में तो केवल 2500 विद्यालय हैं, यहां 160 लाख विद्यालय हैं। सिसोदिया को लखनऊ में रोके जाने के आरोप को भी उन्होंने खारिज कर दिया। बोले-बंधड़क कोई मंत्री आता है और सवाल करता है। चुनौती देता है, आलोचना करता है फिर बिना किसी ब्राधा वापस भी चला जाता है, इससे अधिक कैसी आजादी चाहिए। उन्होंने प्रदेश में शिक्षकों के जनपदीय तबादले की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के संकेत दिए। मनीष सिसौदिया ने प्रदेश सरकार के मंत्री एवं प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह को शिक्षा की स्थिति और दिल्‍ली के केजरीवाल मॉडल बनाम योगी के उत्तर प्रदेश मॉडल पर बहस की चुनौती दी थी।

RAEBARELI : परिषदीय स्कूल की शिक्षिका ने बीईओ और बीएसए पर मानसिक उत्पीड़न का लगाया आरोप

रायबरेली : शिक्षिका ने निलंबन और फिर बहाली में प्रतिकूल प्रविष्टि व चेतावनी की कार्रवाई का विरोध करते हुए बीईओ और बीएसए पर सामाजिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिकायत सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक षष्ठ मंडल से किया है। मामले में बीएसए को तलब किया गया है।

मामला डीह विकास क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय निगोही का है। सहायक अध्यापिका अर्चना वर्मा ने आरोप लगाया कि उन्हे बेवजह निलंबित कर दिया गया है। वहीं प्रतिकूल प्रविष्टि और चेतावनी देते हुए बहाल किया गया है। लगातार सामाजिक और मानसिक उत्पीड़न खंड शिक्षा अधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। मामले में मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक पीएन सिंह ने सात दिसंबर को सुनवाई बैठक में बीएसए को पत्र जारी कर बीईओ डीह को पत्रावलियों के साथ तलब किया है। उधर, बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा का कहना है कि आरोप गलत है, जो भी कार्रवाई की गई है वह विभागीय नियमानुसार ही है।

बेसिक शिक्षा विभाग में 1 करोड़ की राशि का बड़ा घोटाला, किसी को कानों कान खबर भी नहीं, जानिए इंसीनेटर घोटाले के बारे में

बेसिक शिक्षा विभाग में ब्लॉक स्तर के अधिकारी भरस्टाचार के ऐसे ऐसे अवसर तलाश लेते है जिनके बारे में आपको सुनकर भी ताज्जुब होगा ,पूरे ज़िले में तकरीबन 1 करोड़ की राशि का ऐसा ही एक बड़ा घोटाला इतनी खामोशी के साथ अंजाम दिया गया कि किसी को कानो कान खबर भी न हुई और प्रत्येक खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बड़ी खामोशी के साथ 1 से 2 लाख रुपयो की रकम कमीशन के तौर पर डकार ली , यह तो एक जिले के घोटाले कि राशि है, यदि पूरे प्रदेश की बात करें तो घोटाले कि रकम का आसमान छूना तय है।।

आखिर इंसिनेटर क्या है व इसका उपयोग क्या है, शासन इंसीनेटर बनवाने को लेकर क्यों इतना गंभीर है ??

शासन की इंसीनेटर को लेकर सोच है कि बालिकाएं पीरियड के दौरान स्कूल जाने से बचा करती हैं। ऐसे में बालिका शौचालय के साथ एक इंसीनेटर बॉक्स अटैच कराने का निर्णय लिया गया था। जिसका उपयोग बालिकाओं द्वारा किया जा रहा है। इससे टॉयलेट में गंदगी भी नहीं फैलती है, जिससे विभिन्न प्रकार के रोगों का संक्रमण भी नहीं फैलता हैं। इंसीनेटर एक बॉक्स की तरह काम करता है, जिसे टॉयलेट के बाहरी तरफ लगाया जाता है, जबकि उपयोग अंदर से होता है। इसमें पीरियड के दौरान उपयोग किए गए पैड, कपड़े आदि डाले जाते है, जो नीचे स्थित बॉक्स में जमा हो जाते हैं। जिन्हें बाद में जलाकर नष्ट किया जाता हैं।

मामला ये है कि पिछले वित्तीय वर्ष में ज़िले के सभी जूनियर हाइस्कूल के खातों में बालिका शौचालय के पास इंसिनेटर बनाये जाने के लिए प्रति विद्यलय 10 हजार रुपयो की धनराशि प्रेषित की गई थी ,अब बेचारे शिक्षकों को तो ये पता नही था कि इंसिनेटर है क्या बला ,और न ही अधिकारियों ने कभी इस बारे में बताने की ही कोशिश की ,हो सकता है कुछ खंड शिक्षा अधिकारी भी इस बारे में जानते ही न हो ,कुछ दिनों के बाद तंबौर और लखीमपुर के एक निर्माण कर्ता के साथ सौदा तय हो गया तो खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने जूनियर के हेड्स को सम्बंधित व्यक्ति से इंसिनेटर बनवाने का फरमान फोन पर जारी कर दिया ,कुछ जगह ये व्यक्ति सीधे गया और साहब से बात करा दी ,इस मामले में 2 से 3 हजार प्रति यूनिट कमीसन की बात बीईओ के लिए तय हुई जिसकी आधी रकम उन्हें पेशगी मिली और आधी चेक कलेक्शन के बाद
सबसे खास बात तो ये है कि अधिकांश विद्यलयो में शौचालय निर्माण का काम पंचायतो द्वारा कराया गया है ,लेकिन तब तक पंचायतो का ये काम हुआ नही था और 70 प्रतिशत से भी अधिक इंसिनेटर पुराने जर्जर शौचालयों में बना दिये गए है जो निस्पयोजय है ,और कई जगह तो बिना बने ही इसकी पूरी धनराशि बीईओ हजम कर गए है ,लेकिन खास बात ये है कि विभाग ने तो कभी इसकी जांच नही ही की,बल्कि स्वक्षता अभियान से जुड़ा होने के बाद भी ये मामला कभी ज़िलाधिकारी ,मुख्य विकास अधिकारी ,पंचायतराज अधिकारी ,या स्वक्षता समिति के सामने नही लाया गया ,
अगर भविष्य में ये मामला सामने आता है तो प्रबंध समिति से भुगतान करने के नाते शिक्षकों का फंसना तय है ,ऐसे में प्राथमिक शिक्षक संघ ज़िलाधिकारी महोदय और मुख्य विकास अधिकारी महोदय से मांग करता है कि पूरे जिले में इंसिनेटर की जांच कराकर दोषी खण्ड शिक्षा अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए और शौचालय घोटाला करने वाले सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट अंकित कराई जाए ताकि भविष्य में किसी भी शिक्षक को प्रतिकूल स्थितियो का सामना न करना पड़े,ये घोटाला गांव में पढ़ने वाली मासूम बालिकाओ की साफ सफाई स्वक्षता और हाइजीन को लेकर एक बड़ा खिलवाड़ है ,प्राथमिक शिक्षक संघ सीतापुर के मंत्री आरध्य शुक्ल जी ने बताया कि इस संबंध में सम्बंधित अधिकारियों को संघ द्वारा पत्र प्रेषित किया गया है ,पूरा मामला प्रदेश नेतृत्व की मॉर्फत महानिदेशक महोदय और विभागीय मंत्री के संज्ञान में भी लाया जाएगा ।।

कौशाम्बी : खण्ड शिक्षाधिकारी सिराथू निकले कोरोना पॉजिटिव, बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित समस्त खण्ड शिक्षाधिकारी हुए होम क्वारन्टीन

शिक्षा अधिकारी सहित समस्त खण्ड शिक्षाधिकारी हुए होम क्वारन्टीन।
मंझनपुर : दोआबा में कोरोना का संक्रमण रफ्तार पकड़ने लगा है। मंगलवार को चायल विधायक और खंड शिक्षाधिकारी सिराथू समेत 14 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले।

सीएमओ डॉ. पीएन चतुर्वेदी ने बताया कि एंटीजन की जांच में आठ लोग संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में चायल क्षेत्र के विधायक समेत तीन सिराथू क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी समेत चार व मूरतगंज के एक व्यक्ति समेत आठ लोग शामिल हैं। विधायक व खंड शिक्षा अधिकारी को होम आइसोलेशन की इजाजत दे दी गई है।

खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव होने की खबर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत जिलेभर के सभी बीईओ ने खुद को होम क्वारंटीन कर लिया है। खंड शिक्षा अधिकारी ने हाल ही में संपर्क में आए लोगों से जल्द से जल्द कोविड जांच कराने के साथ ही होम क्वारंटीन की सलाह दी है।