बेसिक/वित्तपोषित के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के खाते में जाएंगे प्रति बच्चा 1056₹ ।
सकारात्मक पहलू-भ्रष्टाचार में कमी, नामांकन में वृद्धि ,अध्यापकों को BRC- स्कूल से शूज,बैग उठाने ले जाने से निजात मिलेगी।
प्रभाव- यूनिफॉर्म, शूज ,शॉक्स पहनकर बैग लेकर आने गिरावट आएगी और इसके लिए अध्यापकों को जिम्मेदार न बनाया जाए..!
हमारे विद्याLय में स्टाF द्वारा पहले से इसका ध्यान रखा जा रहा था कि Piता के खाते में पैसे जाएंगे तो ग्रामीण स्तर पर दारू, गुटखा, पान मसाला ख़ाकर खर्च कर दिए जाएंगे!
(क्योंकि आजकल के समाज मे ये बड़ी समस्या बनी हुई है नोट-समस्त पुRuष अभिbhaवक ऐसे नही है 🙏)
अधिकतम माँ के खाते जोड़े गए हैं मां बच्चों के शिक्षा के प्रति ज्यादा जागरूक रहती है और जिम्मेदार होती है । जिससे सभी बच्चों को ड्रेस , शूज, मोजे, बैग बच्चों के लिए खरीदे जा सकें।।