श्री रमेश चंद पटेल खण्ड शिक्षा अधिकारी वि .क्षे.-मूरतगंज ,जनपद – कौशाम्बी द्वारा शिक्षकों से धन उगाही किये जाने तथा उनके भ्रष्टाचार में संलिप्तता के संदर्भ में
उपर्युक्त विषयक अवगत कराना है कि श्री रमेश चंद पटेल खंड शिक्षा अधिकारी वि .क्षे . मूरतगंज जनपद कौशांबी जनपद के एक ही ब्लाक में विगत लगभग 7 वर्षों से कार्यरत हैं। यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं । विगत वर्षों में इनके उपर कई गंभीर आरोप भी लगे और उनका स्थानांतरण महाराजगंज जनपद में हो गया था परन्तु येन -केन- प्रकारेण अपने स्थानांतरण आदेश को इनके द्बारा रुकवा कर पुनः भ्रष्टाचार में पूर्णतः लिप्त हो गये। इनके द्वारा हर मद में धन उगाही की जाती है । इनके द्वारा हर मद का रेट निर्धारित है। परिषदीय शिक्षकों के ज्वाइनिंग शुल्क के रूप में प्रति शिक्षक ₹3000 से ₹4000 की वसूली की जाती है। एक माह के मेडिकल स्वीकृत हेतु लगभग ₹5000 ,सीसीएल हेतु प्रतिमाह ₹6000 मातृत्व अवकाश हेतु ₹3000 से 4000, कम्पोजिट ग्रांट में कमीशन 5 से 10 परसेंट, इनके द्बारा निर्धरित फर्म से ड्रेस आपूर्ति व कमीशन प्रति बच्चा ₹40, यू डाइस प्रपत्र फीडिंग हेतु ₹300 एवं पे स्लिप हेतु ₹500 निर्धारित है। उक्त हर मद में धन उगाही का काम स्वयं एवं उनके मातहत द्वारा किया जाता है। जो भी शिक्षक धन उगाही में नहीं शामिल होता है इनके द्बारा पहले उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है । उस पर विभागीय कार्यवाही आरोपित करने की धमकी दी जाती है और अंत में गलत आरोप लगाकर उसका निलम्बन भी करा दिया जाता है जिस कारण मजबूरी बस उक्त निर्धारित मद को ससमय देने के लिए परिषदीय शिक्षकों को मजबूर कर दिया जाता हैं।अतः मूरतगंज ब्लाक के अधिकांश परिषदीय शिक्षक इनके प्रताड़ना व शोषण से पीड़ित है।
इसके अतिरिक्त इनके द्वारा एक ही फर्म से व्हाइट बोर्ड /फर्नीचर मार्केट से उच्च कीमत पर उच्च अधिकारियों का भय दिखाकर खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है। जो भी प्र.अ ./विद्यालय प्रबंध समिति इनके द्वारा बताए गए फर्म से उक्त वस्तुओं को नहीं लेती है तो इनके द्वारा गलत आरोप लगाकर विभागीय कार्रवाई आरोपित की जाती है। इसके अतिरिक्त इनके द्वारा कुछ शिक्षकों को ₹ 5000 से 10000 प्रति माह लेकर विद्यालय में न आने की छूट दी गई । कंपॉज़िट विद्यालय रोही वि .क्षे . मूरतगंज की शिक्षिका श्रीमती रश्मि कुमारी को मातृत्व अवकाश उपरांत बिना संबंधित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किए रुपए लेकर आनन-फानन में ऑफलाइन चिकित्सीय अवकाश दिखाकर कार्यभार ग्रहण कराया गया जो शासन के निर्देशों का उल्लंघन है। महोदय इनके भ्रष्टाचार में जो भी शिक्षक शामिल नहीं होता है उस पर इनके द्बारा विभागीय कार्यवाही सम्पादित कर /करा दी जाती है ।
इसके अतिरिक्त इनके द्वारा सत्र 2020-21 हेतु पाठ्य पुस्तकों का उठान महा निदेशक स्कूल शिक्षा के आदेश ,स्कूल तक पुस्तकों को पहुंचाने की जिम्मेदारी खण्ड शिक्षा अधिकारी की ,के बावजूद भी अध्यापको से कराया जा रहा है और इस मद में शासन द्बारा प्रेषित धनराशि का भी फर्जी बिल लगाने की भी भविष्य में आशंका है । BRC के खातों में विभिन्न प्रशिक्षणों / कार्यों हेतु शासन द्बारा प्रेषित धनराशि का भी उपयोग शासन के आदेशों /मानक अनुरूप इनके द्बारा नहीं किया गया तथा उसका फर्जी तरीके से बिल – बाऊचर संलग्न कर धन का बंदरबाट किया गया है । इस प्रकार उक्त अधिकारी द्वारा शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और विभाग की छवि को धूमिल किया जा रहा है।
अतः पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त व शिक्षकों का शोषण के उदेश्य से अनावश्यक प्रताडि़त करने वाले उक्त खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा लगातार विभाग की छवि धूमिल की जा रही है । विभागीय मा . मन्त्री महोदय व उच्च अधिकारियों से मैं मांग करता हूँ कि भ्रष्टाचार में लिप्त खण्ड शिक्षा अधिकारी के उक्त कृत्यों की व उनके द्बारा बनाई गयी चल अचल संपत्तियों की जांच करा कर उचित कार्यवाही की जाय ।
धन्यवाद ।
भवदीय
नितिन कुमार यादव (जिला अध्यक्ष )
बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन जनपद इकाई कौशाम्बी