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51000 अध्यापको के लिए भर्ती, जल्द शुरू होगी एक और शिक्षक भर्ती

आज हर मध्यमवर्ग के माँ बाप और बच्चो की खाइश होती है के उनके बच्चे या वो खुद किसी सरकारी मंत्रलाय में नौकरी लग जाये। सरकारी नौकरी चुनने का मुख्य कारण यही होता है के सरकारी नौकरी प्राइवेट नौकरी से सेफ मानी जाती है। सरकारी नौकरी में से किसी को नहीं निकाला जाता सिवाय वह कोई अपराध करे। ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी पाने की चाह रखते है पर सरकारी नौकरी में भी अगर टीचर की नौकरी लग जाये तो भाई सोने पे सुहागा माना जाता है।

अध्यापक की नौकरी का सामाजिक भी मूल्य ज्यादा है। समाज में भी इज्जत दोगुनी हो जाती है। इसके साथ थी नौकरी का एक फिक्स टाइम और दीपावली वेकेशन और समर में भी करीब दो महीने जितना वेकेशन मिलत्ता है। आपको बतादे के समर वेकेशन और दिवाली वेकेशन बाकि किसी दूसरी सरकारी नौकरी में नहीं मिलता इसीलिये अध्यापक की नौकरी की चाह कर कोई रखता है।

जो लोग अध्यापक की नौकरी की तैयारी कर रहे थे या फिर अध्यापक की भर्ती की रह देख रहे थे उनके लिए राज्य सर्कार बहोत बड़ी खुश खबरी लेकर आई है। आपको बतादे के खबरों के अनुसार अभी हाल ही में ही कमिटी गठन की जो बैठक हुई थी उसमे साफ हो गया है कि जल्द ही एक और शिक्षक भर्ती होने वाली है। बेसिक शिक्षा 68500 और 69000 शिक्षक भर्ती कर चुका है। इन दोनों भर्तियों की शुरुआत 2018 में हुई थी।

आपको बतादे के 68500 शिक्षक भर्ती में योग्य उमेदवार न मिलने के कारण लगभग 22 हजार जितने पद खाली के खाली ही रह गए है जो अभी आने वाले कुछ समय में सरकार भरने की तैयारी करने वाली है। 69000 भर्ती के तीसरे चरण में उमेदवारो की पोस्टिंग की प्रक्रिया अभी चल रही है। बीते 2 सालों से 51 हजार पद रिक्त हैं जिन पर भर्तियां होनी हैं। कमेटी के गठन के बाद रिक्त पदों का आकलन फिर से किया जाएगा।

इसके अलावा शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के नए पदें का सृजन किया जाएगा। इस प्रकर से देखा जाए तो यूपी में सरकारी शिक्षक बनने की ख्वाहिश रखने वालों के लिए बंपर वैकेंसियां निकल सकती हैं।

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