शिक्षकों का सवाल……..बाबू के हिस्से का काम हम क्यों करें, फिर चाहे वह मानव संपदा हो या एमडीएम में बच्चों का अकाउंट डिटेल
🛑 कई जनपदों में खंड शिक्षा अधिकारी अपने जिम्मेदारियों को भी शिक्षकों के ऊपर थोपने का कार्य करने लगे जिससे अध्यापकों की समस्याएं बढ़ती ही जा रही
🛑 एक तो सरकार ऊपर से खंड शिक्षा अधिकारी भी शिक्षकों पर अपना दबाव बनाते जा रहे
🛑 कई जनपदों में शिक्षकों को अपने पैसे से ही मानव संपदा उप का संशोधन व्यक्तिगत रूप में कराना पड़ता है या फिर दफ्तर में उनकी सुनी ही नहीं जाती बस वेतन काट लेने की बात की जाती है
🛑 पहले तो अध्यापकों के द्वारा छात्रों का अकाउंट डिटेल ऑफलाइन बनवाया गया फिर उसके पश्चात स्वयं के पैसे से साइबर कैफे में एक्सेल शीट तैयार करने संबंधी आदेश दिया गया जोकि बीआरसी में खंड शिक्षा अधिकारी तथा बाबू की जिम्मेदारी होती है
🛑 लर्निंग आउटकम की फिटिंग भी अध्यापकों से कराया गया जो की पूरी तरह से खंड शिक्षा अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया
🛑 शासन द्वारा प्राप्त हुए धनराशि को अपने व्यक्तिगत यूज़ में लगा लेना तथा सारी जिम्मेदारी शिक्षकों पर थोप देना ही मात्र खंड शिक्षा अधिकारी का कार्य नहीं