👉कोर्ट ने AG साहब से वही पुराना सवाल दोहराया परीक्षा के बाद पासिंग मार्क्स क्यों लगाई गई।
👉[कोर्ट ने AG साहब से वही पुराना सवाल दोहराया परीक्षा के बाद पासिंग मार्क्स क्यों लगाई गई।
👉फस्ट इक्जाम 40/45एस एम वेटस गिवेन बाई गवरनमेट
👉Ag सर बोले सरकार को कट ऑफ तय करने का पूरा अधिकार। नियमावली में साफ लिखा गया है।
👉RTE पर बहस करते हुए Ag साहब
👉दोनों परीक्षा पूरी तरह से अलग 68500-vS-69000 एक एक पॉइंट पे अच्छे से तर्क
👉न्यूनतम अंक का मतलब 40%-®-45% नही पासिंग मार्क सदैव न्यूनतम ही होता है।– 🔽 महाधिवक्ता महोदय
अभ्यर्थी की संख्या पे तय होता है
👉जोरदार बहस चलती हुई
👉भारांक और दोनों परीक्षाओं की तुलना न्यायालय के समक्ष रख रहे हैं महाधिवक्ता
👉This exam is multiple choice question based including large number of candidates & minimum is minimum whether it’s 40 45 or60 65
👉सुनवाई रुकी, लंच टाइम।
👉लंच के बाद फिर 2:15PM से सुनवाई।
👉शेष अपडेट after lunch ….
👉सुनवाई रुकी लंच टाइम।
सुनवाई पुनः शुरू
👉लंच बाद पुनः महाधिवक्ता समेत पूरा पैनल कोर्ट रूम में.
👉सुनवाई पुनः शुरू
👉Ag साहब बहस करते हुए
👉मारवाड़ के आर्डर पर बहस करते हुए Ag साहब
👉टीम द्वारा उपलब्ध कराए गए मारवाह केस का रेफरेंस भी महाधिवक्ता जी द्वारा न्यायालय के समक्ष रखा गया
👉सरकार पहले ही बात चुकी है समय समय पर पासिंग मार्क निर्धारित किया जायेगा -AG
👉महाधिवक्ता पक्ष रख रहे हैं, सरकार की तरफ से राघवेंद्र सिंह पक्ष रख रहे
👉एजी साहब प्रत्येक पैरा को बेंच को समझा रहे हैं और बेंच ने अभी भी कोई टिप्पणी नहीं की है, कोई भी क्रॉस सवाल, बेंच अभी भी संतुष्ट है।
👉नियम बदला तब माना जाता जब रिजल्ट जारी होता, तब अगर कोई छेड़छाड़ होती। पासिंग मार्क्स सभी के लिये बिना रिजल्ट देखे लगाई गई- एजी सर।
👉जिसको भारांक मिल रहा है उसी ने कट ऑफ को चैलेंज किया है ,जो लाभ में है वही और लाभ मांग रहा है….AG (गेम चेंजर)
👉कोर्ट का महाधिवक्ता को जवाब….मारवाह का जजमेंट इस केस में कोरिलेट नहीं कर रहा है।
👉के मंजू श्री को भी जस्टिस इरशाद साहब ने किया दरकिनार, बोले प्रोसेस स्टार्ट होने के बाद नहीं लगा सकते पासिंग मार्क
👉जब हमें भारांक देने का अधिकार है तो cutoff लगाने का अधिकार भी हमे ही है, सब कुछ किसी विशेष पक्ष को ही नही दिया जा सकता इसमें अन्य प्रकार के अभ्यर्थी भी है।।
👉AG- हमने समानता और योग्यता के लिए यह कट ऑफ लगाया है.
👉👉यदि पहले कोई कटऑफ होती और उसे हटाया जाता तो रूल आफ गेम चेंज होता यहाँ ऐसा कुछ नहीं है। AG
👉यदि पहले कोई कटऑफ होती और उसे हटाया जाता तो रूल आफ गेम चेंज होता यहाँ ऐसा कुछ नहीं है। AG
👉 नियमावली के अनुसार केवल एक कटऑफ होगा हमने बस वही रखा , कोई बदलाव नहीं किया, क्योंकि पहले कोई कटाव था ही नहीं:-AG
~★महाधिवक्ता महोदय
60/65% cutoff सबके लिए , ना की सिर्फ शिक्षामित्र के लिए
AG Sir
सब कुछ किसी विशेष पक्ष को ही नही दिया जा सकता इसमें अन्य प्रकार के अभ्यर्थी भी है
👉के मंजूश्री जजमेंट पर जस्टिस इरशाद अली सहमत नही…कहा प्रोसेस स्टार्ट होने बाद क्यों लगाया पसिंगमार्क
आखिर AG साहब ने कबूल कर ही लिया कि ये पासिंग मार्क SM को रोकने के लिए था।
👉
एजी साहब जब आर्डर पर आर्गु देते है तो इरशाद साक्षब का कमेंट आ जाता है कि यह बाते सिंगल बेंच मे हो चुकी है।एजी ने कहा पासिंग लगाने का पावर कोर्ट ने दिया है इरशाद साहब ने कहा पावर दिखाओ कंहा लिखा है एजी साहब इधर उधर देख रहे है।
👉 वो लोग सिर्फ एक बात को लेकर लड़ रहे हैं कि बीच मे खेल के नियम नही बदलते …जो कि AG साहब ने क्लियर कर दिया।
👉 उनके पास यही प्लस पॉइंट रहा हमेसा की GO में कट ऑफ की बात नही की..वो भी Ag ने बता दी
👉जज इरशाद अली जी के आदेश पे एजी सर गवर्नमेंट के पावर को बता रहे है
👉क्विशचन इज नाट इट डिक्लियर बाई सचिव अपर डायेरक्टर
क्विशचन इज दैट ह्वाई आफ्टर इक्जाम इरशाद सर
👉जज इरशाद अली जी के कहने पर सरकार की शक्तियों को डिस्क्राइब कर रहे है महाधिवक्ता महोदय।
#
69000
Pb राहुल दत्ता के आर्डर को दिखाया जिसमे cuttoff बाद में लगाया गया
👉राहुल दत्त आर्डर पे बहस
राहुल दत्त केस में कटऑफ बाद में लगा था
👉69000🚩 एक एक करके सारे कुतर्कों के खिलाफ तर्क मजबूती से रख रहे हैं महाधिवक्ता फिर वह अनुभाग सम्बन्धी विवाद हो या फिर violation of rules. प्रोसेस अभी शुरू नही हुवा, विज्ञापन आना बाकी है-AG 👉AG सरकार के रूल बुक दिखाते हुए सचिव भी सरकारी आदेश जारी कर सकता है 👉अभी AG को सुना जा रहा है। 👉भारांक की समस्या से बाहर हो रहे अभ्यर्थियों की समस्या पर AG सर की बातों से सहमत कोर्ट , शिक्षामित्रों के साथ नहीं हो रहा भेदभाव। 👉👉भारांक की वजह से सामान्य प्रतियोगी बाहर हो जा रहे है जज संतुष्ट 👉फ़िलहाल सिंगल बेंच के जजमेंट पे ही बहस चल रही 👉👉Ag साहब का सबमिशन पूरा.. 👉महाधिवक्ता सर् का सबमिशन खत्म हुआ और अब टीम के सीनियर अधिवक्ता प्रशान्त चन्द्रा सर् पुनः अपना पक्ष रखने जा रहे हैं। 👉चन्द्रा सर शुरू 👉👉चंद्रा सर अपनी बहस को दोहरा रहे है कटऑफ मैटर को जज को समझा रहे है। 👉पंकज कुमार जायसवाल जी ने कहा कि कोई टैग केस नही सिर्फ कट-ऑफ को सुना जाएगा 👉👉कल की तारीख़ टू बी कंटिन्यूड……… 👉अगली डेट 26 सितम्बर 2:15 मिनट से लगातार एडिसनल