बेसिक शिक्षा विभाग :- परिषदीय शिक्षकों की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से की जा रही सघन, सामूहिक और औचक निरीक्षण, एवं छापामार पद्धति निकली पूरी तरह फ्लॉप, महज .5% अध्यापक मिले अनुपस्थित जिनमें ज्यादातर शिक्षामित्र
सघन, सामूहिक और औचक निरीक्षण का आज आखिरी दिन था। बीते दिनों में कुल प्राथमिक शिक्षकों में से 3901 शिक्षक अनुपस्थित मिले। यदि कुल शिक्षकों की संख्या 5 लाख भी मानी जाए तो गैर हाजिर शिक्षक कुछ शिक्षकों का महज 0.78 प्रतिशत है।
बड़ी मात्रा में अध्यापकों को गैर हाजिर दिखा कर अध्यापकों की छवि को धूमिल करना ही सघन औचक निरीक्षण का उद्देश्य था परंतु निराशा हाथ लगी।
अगर बड़ी संख्या में अध्यापक अनुपस्थित पाए जाते तो किताबों की कमी को ढांपने के लिए एक फटा चीथड़ा मिल जाता। टैबलेट खरीद में लगाए जा रहे बजट की उपयोगिता को सिद्ध किए जाने का मौका मिल जाता। सभी की नाकामी का ठीकरा अध्यापक के सर फोड़ दिया जाता।