यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन आठ मार्च से शुरू होने जा रहा है। 15 दिनों में कुल तीन करोड़ 20 लाख कॉपियां जांचे का जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसके लिए एक लाख 24 हजार 796 परीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यूपी बोर्ड ने अप्रैल अंत में हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम जारी करने की तैयारी कर रखी है।
मूल्यांकन के लिए प्रदेश में कुल 230 केंद्र बनाए गए हैं और सभी परीक्षकों की ड्यूटी केंद्रों पर लगा दी गई है। हाईस्कूल की कुल एक करोड़ 90 लाख कॉपियों का मूल्यांकन होना है। इसके लिए 79 हजार 64 परीक्षक लगाए गए हैं। वहीं, इंटरमीडिएट की एक करोड़ तीन लाख कॉपियां जांची जानी हैं और इसके लिए 45 हजार 732 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
शासन की ओर से स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि कॉपियों के मूल्यांकन का काम 15 दिनों में पूरा कर लिया जाए। हालांकि, मूल्यांकन शुरू होने में केवल पांच दिन बाकी रह गए हैं। वक्त कम बचा है और इस दौरान कॉपियों को मूल्यांकन केंद्रों में पहुंचाना भी है।