उत्तर प्रदेश में अब शिक्षा के मंदिर की ज़मीन पर मुर्दा जलाया जा रहा है। जिसका जीता-जागता उदाहरण बलिया जनपद के पंदह ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय है। जहाँ फूलपुर में विद्यालय की ज़मीन पर मुर्दा जलाया गया। जिसको देखकर मासूम बच्चें डर गए और विद्यालय आने में अब कोताही बरत रहे हैं। अगर विद्यालय आते भी हैं तो इनके हाथो में झाड़ू थमा दिया जाता हैं।
बलिया जनपद के पंदह ब्लॉक के फूलपुर प्राथमिक विद्यालय की ज़मीन पर मुर्दों को जलाया जाता हैं। विद्यालय से महज़ 100 मीटर की दूरी पर और विद्यालय की जमीन पर मुर्दो को जलाते देखकर बच्चें डरे और सहमे होते हैं। बच्चों को इतना डर लगता हैं कि विद्यालय आने में कतराते हैं। कई वर्षों से यहाँ पर इस तरह के कार्य किये जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा अभी तक इसपर कोई रोकटोक नहीं लगायी गयी है और ना ही विद्यालय कैम्पस की बाउंड्री बनायीं गई है। जिससे बच्चों के दिमाग से यह डर निकाला जा सके।
हालांकि जब विद्यालय अपने समय से खुलता है तो इन मासूम बच्चों को पढ़ाने की बजाय इनके हाथ में झाड़ू थमा दिए जाते हैं। और ये मासूम पढ़ने के बजाय विद्यालय के हर कमरे में प्रतिदिन झाड़ू लगाते हैं। कोई ऐसा कमरा नहीं है जहाँ यह बच्चे झाड़ू न लगाएं।
जब प्रधानाध्यापक का ही निर्देश हो तो किसकी मजाल की विद्यालय में झाड़ू न लगाएं। इतना ही नहीं, जब बच्चों से कोई सामान मंगवाने की बात होती है और बच्चे जाने से कतराते हैं। तो इनको मारा पीटा जाता है। यह किसी और की नहीं बल्कि प्रधानध्यापक की मेहरबानी है। जब बच्चे नहीं जाते तो प्रधानध्यापक मारना-पीटना शुरू कर देते हैं।
जब इस घटना की जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी को मिली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। और खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए जाँच करने का निर्देश दिया गया।और यह सुनिश्चित किया जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।