देश में कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी की अध्यक्षता में आज एक अहम बैठक हुई.इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कई गणमान्य लीडर और आधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में लॉकडाउन 2.0 की समीक्षा हुई.
सूत्रों की माने तो आज की इस बैठक में 3 मई 2020 के बाद भारत सरकार की रणनीति और 4 मई से किन-किन क्षेत्रों में छूट दी जा सकती है? इन सब बातों पर चर्चा हुई. यह भी माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में गृह मंत्रालय द्वारा नई गाइडलाइन जारी कर सकता है, इस नई गाइडलाइन में ही पता चलेगा कि जिसमें किस जोन में क्या छूट दी जाएगी?
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि लॉकडाउन का दूसरा चरण 3 मई को खत्म हो रहा है और इस समय देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 35 हजार को पार कर गया है. इस तरह भारत सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोरोना के संक्रमण को रोकना. इस बैठक से पहले ही पीएम मोदी सभी प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात कर चुके हैं.
कोरोना वायरस से निपटने के लिए आगे की रणनीति में थोड़ा बदलाव किया गया है. लॉकडाउन में छूट देने को पूरे देश को पहले ही तीन जोन में बांटा जा चुका है, लेकिन अब जोन के पैमाने बदले गए हैं. भारत स्वास्थ्य मंत्रालय ने 3 मई के अपनी नई सूची जारी करेगा कि कौन सा क्षेत्र किस जोन में होगा उसी के आधार पर निर्णय लिया जायेगा.
अब तक स्वास्थ्य मंत्रालय ने लॉकडाउन खत्म होने की तारीख यानी 3 मई के बाद की लिस्ट के लिए 130 जिले रेड जोन, 284 ऑरेंज जोन और 319 जिले ग्रीन जोन में शामिल किए गए हैं. देश के मेट्रो शहर रेड जोन में ही रहेंगे, जहां पर कोरोना वायरस फैलने का अधिक खतरा है.
ग्रीन जोन उनको रखा गया है जहां 21 दिन से कोई केस नहीं आया है. पहले ग्रीन जोन वो जोन थे, जहां 28 दिन से कोरोना का कोई केस नहीं आया था. इसका नतीजा ये होगा कि ग्रीन जोन में अब ज्यादा जिले होंगें