महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने निर्देश दिए हैं कि 30 छात्र संख्या से कम नामांकन वाले एक किमी के दायरे में संचालित सभी प्राथमिक विद्यालय तथा तीन किमी के दायरे में संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों का संविलय करें।
Month: January 2021
अंतर्जनपदीय स्थानांतरण व म्युचुअल स्थानांतरण :- आज महानिदेशक महोदय से हुई वार्ता का सार
अंतर्जनपदीय स्थानांतरण व म्युचुअल स्थानांतरण मामले में आज महानिदेशक महोदय से हुई वार्ता का सार
एनसीटीई ने जारी किया आदेश, एनआईओएस के डीएलएड अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती टीईटी में मान्य
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आकांक्षी जिले में तबादले की तैयारी, अन्तर्जनपदीय तबादला वाले शिक्षकों की कार्यमुक्ति आदेश अगले सप्ताह होगा जारी
आकांक्षी जिले में तबादले की तैयारी, अन्तर्जनपदीय तबादला वाले शिक्षकों की कार्यमुक्ति आदेश अगले सप्ताह होगा जारी
महानिदेशक ने कहा कि अंतर्जनपदीय तबादले को लेकर प्रदेश भर से शिकायत को देखते हुए प्रदेश सरकार की मंजूरी के बाद 8 आकांक्षी जिलों में शिक्षकों का तबादला किए जाने की तैयारी चल रही है।
उन्होंने कहा कि अंतर्जनपदीय तबादले वाले शिक्षकों का रिलीविंग आदेश अगले सप्ताह जारी हो जाएगा। इस आदेश में रिलीविंग से लेकर बीएसए के यहा रिपोर्ट करने का पूरा कार्यक्रम होगा।
बेसिक शिक्षा परिषद अध्यापकों की वार्षिक गोपनीय आख्या की व्यवस्था के सम्बन्ध में जारी दिशा- निर्देश देखें ✍️
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INTER-DISTRICT TRANSFER : हाइकोर्ट में याचिकाओं की अटकलों के बीच अब तक रिलीव होने का आदेश नहीं हुआ जारी, विभाग ने साधी चुप्पी, म्यूच्यूअल की सूची का भी पता नहीं।
हाइकोर्ट में याचिकाओं की अटकलों के बीच अब तक रिलीव होने का आदेश नहीं हुआ जारी, विभाग ने साधी चुप्पी, म्यूच्यूअल की सूची का भी पता नहीं।
प्रयागराज : नए साल पर बेसिक शिक्षा परिषद ने अंतर जिला तबादले की सौगात दी। बड़ी संख्या में शिक्षक तबादला न होने से नाराज हैं लेकिन, जिन 21,695 का तबादला हो गया अब वे भी परिषद की कार्यशैली से खासे खफा हैं। वजह, सात दिन बाद भी रिलीव होने का आदेश जारी नहीं हुआ है। सभी जहां का तहां फंसे हैं। वे मनचाहे जिले में जल्द तैनाती चाहते हैं लेकिन, विभाग बाधा बना है।
ऐसा भी नहीं है परिषद ने पहली बार अंतर जिला तबादले किए हैं। इसके पहले स्थानांतरण सूची आने के साथ 10 दिन में स्थानांतरित जिले में कार्यभार ग्रहण करने का आदेश भी होता रहा है लेकिन, इस बार अफसर चुप्पी साधे हैं। परिषद कार्यालय की तरफ से न तो जिलों को स्थानांतरित शिक्षकों की सूची भेजी गई है न ही रिलीविंग के दिशा निर्देश आए हैं, सभी शिक्षक परेशान हैं और मुख्यालय के अफसर भी वाजिब जवाब नहीं दे पा रहे हैं। ज्ञात हो कि परिषदीय शिक्षकों के अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया दो दिसंबर 2019 से चल रही है। परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल के मोबाइल नंबर पर कई बार फोन किया गया लेकिन, वे फोन ही नहीं उठा रहे हैं।
पारस्परिक की सूची का अता-पता नहीं : सामान्य स्थानांतरण के साथ ही विभाग ने लगभग 9641 शिक्षकों से पारस्परिक स्थानांतरण के लिए भी आवेदन लिया हैं, किंतु अभी तक इन शिक्षकों को भी मायूसी हाथ लगी है। शिक्षक पारस्परिक स्थानांतरण की सूची जारी करने की लगातार मांग कर रहे हैं। अभ्यíथयों का कहना है कि जब दोनों प्रक्रिया साथ साथ चली तो सूची का प्रकाशन भी साथ ही होना चाहिए था।
हाईकोर्ट में याचिका की भी अटकलें
परिषदीय शिक्षकों की ओर से हाईकोर्ट में विशेष अपील दाखिल करने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि कुछ शिक्षकों ने याचिका में कहा है कि शासनादेश में पुरुषों की तीन साल व महिलाओं की एक साल सेवा अवधि का उल्लेख था लेकिन, ऐन मौके पर उसे बदलकर पांच साल व दो साल किया गया। यह शासनादेश की अवहेलना है। परिषद यह नियम नए तबादलों में भी लागू कर सकता था, लेकिन जानबूझकर पहले से चल रही प्रक्रिया को बाधित किया गया। हालांकि परिषद ने याचिका की नोटिस मिलने की पुष्टि नहीं की है।
अंतर्जनपदीय तबादला मामले में हाईकोर्ट में याचिका की भी अटकलें
परिषदीय शिक्षकों की ओर से हाईकोर्ट में विशेष अपील दाखिल करने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि कुछ शिक्षकों ने याचिका में कहा है कि अंतर्जनपदीय तबादला शासनादेश में पुरुषों की तीन साल व महिलाओं की एक साल सेवा अवधि का उल्लेख था लेकिन, ऐन मौके पर उसे बदलकर पांच साल व दो साल किया गया।
यह शासनादेश की अवहेलना है। परिषद यह नियम नए तबादलों में भी लागू कर सकता था, लेकिन जानबूझकर पहले से चल रही प्रक्रिया को बाधित किया गया। हालांकि परिषद ने याचिका की नोटिस मिलने की पुष्टि नहीं की है।
बेसिक शिक्षकों के अवकाशों में दिन-व-दिन हो रही कटौती:- 2016 में 53 अवकाश थे, 2020 में 33 हो गए, 2021 में 30 ही बचे(5 में शिक्षण कार्य स्थगित है), पढें यह पोस्ट
C/P
2016 में 53 अवकाश थे2020 में 33 हो गए2021 में 30 ही बचे(5 में शिक्षण कार्य स्थगित है)भविष्य में प्रेरणा लक्ष्य पाने के लिए अवकाश और कम हो सकते है और जो समय 8 से 2 कर दिया है हो सकता है एक्सट्रा क्लास के नाम पर 8 से 3 कर दे
अब समय आ गया है कि शिक्षक गर्मी और सर्दी की(40 दिन जिसमें 6 रविवार भी है) छुट्टियों का मोह त्याग दें और 31 EL की मांग करें। क्योकि ये 40 छुट्टियां कोढ़ से ज्यादा कुछ नही हैं,किसी काम की भी नही रह गयीं हैं लेकिन बदनामी का कारण जरूर बन गयीं हैं।
अधिकारी कहतें हैं ये ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन छुट्टियां आपकी (शिक्षकों) की नही हैं, बच्चों की हैं। आपको कभी भी बुलाया जा सकता है।जब ये अवकाश शिक्षकों के लिए हैं ही नहीं। तो अन्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी उपार्जित अवकाश संवैधानिक रुप से मिलने चाहिए और न मिलें तो सभी शिक्षक संघों को इसकी मांग करनी चाहिए।
Earning Leave मिलने का सबसे बडा फायदा होगा कि हर किसी की जुबान बन्द हो जाएगी कि शिक्षक डेढ़ महीने घर बैठते हैं।दूसरा फायदा जब हमें आवश्यकता होगी तब हमारे पास हमारी EL होंगी।इसके अलावा एक और बड़ा फायदा ये है कि अगर आपके पास पूरे कार्यकाल तक जितनी EL होती है तो उनका भुगतान मिलेगा।एक और बात आधे से ज्यादा शिक्षकों का शोषण ही इसी बात से होता है कि उनके पास केवल 14 CL होती हैं।आने वाले समय मे दिक्कत और बढ़ने वाली है क्योंकि पहले तो ज्यादातर शिक्षक होम टाउन तो छोड़िए होम ब्लॉक तक मे थे तो ज्यादा दिक्कत नही आई पर अब तो लोग दूसरे जिलों में नियुक्त हैं और अब तो ट्रांसफर भी जटिल होता जा रहा है।
लॉक डाउन में क्या किसी विभाग की El खत्म हुई? नहीं बिल्कुल नहीं, औऱ आपके ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म कर दिये गये और स्कूल उपस्थित होने के आदेश किये गये।जो शिक्षक उपस्थित नहीं हुए उनके वेतन रोक दिये गये हैं।आगे आने वाले समय में भी धीरे धीरे किसी न किसी काम से गर्मी की छुट्टियों में बुलाया जाएगा और नहीं जायेंगे तो वेतन अवरुद्ध होगा फिर वेतन निकलवाने के लिए रिश्वत लो।इसलिए अच्छा होगा कि शिक्षक स्वयं ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश का वॉयकाट करें।रिकॉर्ड में और समाज मे ये दर्ज है कि शिक्षक की गर्मी की छुट्टी चल रही है पर शिक्षक तो विद्यालय में है।
अब समय आ गया है गर्मी और सर्दी की छुट्टी रद्द कराने और EL शुरू कराने का।
#सभी_शिक्षक_संघो के पदाधिकारियों से निवेदन है कि अगर आपके बस का कुछ है तो आप एकजुट होकर अर्न लीव की आवाज बुलंद करें।