आज बंद रहेंगे जिले के परिषदीय स्कूल
Month: December 2021
पदोन्नति का उपहार:- प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को जल्द मिल सकता है पदोन्नति का उपहार, 50,000 से अधिक शिक्षकों को पदोन्नति करने की तैयारी
पूर्व में ऑफलाइन लिए गए आकस्मिक अवकाश के निस्तारण विषयक
पूर्व में ऑफलाइन लिए गए आकस्मिक अवकाश के निस्तारण विषयक
सभी कार्मिक ध्यान दें, जिसके भी आकस्मिक अवकाश एप/सर्वर आदि तकनीकी कारणों से ऑनलाइन नही हो पाए हैं।
वह मानव सम्पदा की वेबसाइट ehrms.upsdc.gov.in पर लॉगिन के माध्यम से उस तिथि का छूटा हुआ आवेदन ऑनलाइन अप्लाई करके रिपोर्टिंग ऑफीसर को सूचित करें। _आकस्मिक अवकाश हेतु पिछली तिथियों को चुनने का विकल्प खोल दिया गया है।_
पपत्र 9 पर सिर्फ अनाधिकृत अवकाश, उच्चाधिकारियों द्वारा अनुपस्थित किये जाने की ही एंट्री _UNAUTHORIZED LEAVE_ विकल्प के अंतर्गत करनी है, उस तिथि का वेतन खण्ड शिक्षाधिकारी/बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा संस्तुत किये जाने के अभाव में वेतन काट दिया जाएगा।
ध्यान रहे किसी भी दशा में offline अवकाश पर रहते सम्पूर्ण उपस्थिति का प्रपत्र 9 लॉक न किया जाएगा।
जेट्रोफा का फल खाने से स्कूल के 40 परिषदीय स्कूली बच्चों की हालत बिगड़ी, शिक्षकों के हाथ-पैर फूले
फतेहपुर में खजुहा ब्लाक के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय मड़रांव में जेट्रोफा का फल खाने से 40 बच्चों की तबियत बिगड़ी गई। स्कूल के लंच टाइम में बच्चों ने भोजन किया और फिर खेलते खेलते पड़ोस की बाग में चले गए। बाग में जेट्रोफा के फलों को बच्चों ने खाया और फिर कक्षाओं में लौट आए। इसी, बीच ढाई बजे कुछ बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। पलभर में यह संख्या बढ़ने लगी तो शिक्षकों के हाथ-पैर फूल गए।मामले की सूचना खंड शिक्षाधिकारी अनीता शाह को दी।
प्रधानाध्यापक ने आनन फानन में सरकारी एंबुलेंस बुलाकर बच्चों को बारी-बारी से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिंदकी भेजा। अस्पताल में भर्ती करके इलाज शुरु किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों की हालत खतरे से बाहर है। बीएसए संजय कुमार कुशवाहा ने कहा कि बच्चों के द्वारा लंच टाइम में स्कूल से सटी बाग में उगे जेट्रोफा के फल खा लिए गए है। जिससे उल्टी-दस्त की शिकायत पर 35 बच्चों को अभी तक अस्पताल में दाखिल किया गया है। मामले पर नजर रखी जा रही है।
गलत जिला आवंटन :- प्राइमरी शिक्षक भर्ती के एमआरसी शिक्षकों को एक माह में मनपसंद तैनाती, जानिए क्यों दोबारा जिला आवंटन पर अड़े, इनको मिलेगा लाभ
कोर्ट का आदेश
⭕️ 68500 भर्ती में चयनित दो हजार शिक्षकों को होगा लाभ
⭕️ अभ्यर्थियों ने गलत जिला आवंटन का लगाया था आरोप
परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत चयनित मेरिटोरियस रिजर्व कैटेगरी (एमआरसी) के अभ्यर्थियों को तीन साल की कानूनी लड़ाई के बाद एक महीने के अंदर मनपसंद जिले में तैनाती मिलेगी। इससे दो हजार से अधिक शिक्षकों को लाभ मिलेगा। अमित शेखर भारद्वाज व अन्य की ओर से दायर विशेष अपील में हाईकोर्ट ने 14 सितंबर को चार महीने में एमआरसी अभ्यर्थियों को उनके पसंद के जिले में और अनारक्षित अभ्यर्थियों को उनके तीन विकल्प के आधार पर तैनाती के आदेश दिए थे।
इसके बाद इन अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा परिषद और शासन को प्रत्यावेदन दिए। इसी क्रम में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने 10 दिसंबर के शासनादेश में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद तैनाती करने को कहा ताकि अवमानना की स्थिति न हो। अभ्यर्थियों का कहना है कि तय समय सीमा 14 जनवरी 2022 तक तैनाती नहीं होती तो सचिव बेसिक शिक्षा परिषद पर अवमानना याचिका दाखिल करने के लिए बाध्य होंगे। 68500 शिक्षक भर्ती के चयनितों को पांच सितंबर 2018 को नियुक्ति पत्र दिया गया था। पहली लिस्ट में चयनित आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को दूर-दराज के जिलों में तैनाती दे दी गई थी जबकि दूसरी सूची में अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को उनके गृह जनपद या पसंदीदा जिले में पदस्थापित कर दिया था।
क्यों दोबारा जिला आवंटन पर अड़े
प्रयागराज। 68500 भर्ती से सरकार ने नियम लागू कर दिया था कि इन शिक्षकों का दोबारा अंतर जनपदीय तबादला नहीं होगा। काफी संख्या में शिक्षकों को उनके घर से सैकड़ों किमी दूर दूसरे जिलों में नौकरी मिली है। भविष्य में अपने जिले में वापसी की उम्मीद भी नहीं। इसलिए एमआरसी अभ्यर्थी दोबारा जिला आवंटन की मांग कर रहे हैं ताकि अपने गृह जनपद या आसपास के जिले में पहुंच जाएं।
शिक्षक संकुल द्वारा शिक्षकों की मासिक बैठक हेतु 11000₹ प्रति न्याय पंचायत की दर से धनराशि एवं बैठक एजेंडा जारी
छात्र की पिटाई का आरोपित शिक्षक निलंबित
जौनपुर, धर्मापुर। क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय उत्तरगावां मुसहर बस्ती के प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों की पिटाई कर स्कूल से भगाने के मामले में बीएसए ने मामले की जांच करवाने के बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया है।
प्राथमिक विद्यालय उत्तरगावां में पढ़ने वाले छात्रों के पिता सुशील पाल ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक लाल बहादुर यादव पर बच्चों की पिटाई कर के स्कूल से भगाने का आरोप लगाते हुए लिखित तहरीर जफराबाद थाने पर और बीएसए को दिया था।
बीएसए ने प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी धर्मापुर प्रिया पांडेय को सौंपा था। खंड शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच करने के लिए विद्यालय पर तथा बच्चों के घर पहुंचकर जांच किया। जांच की रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारी ने बीएसए को प्रेषित किया। जांच करवाने के बाद बीएसए डॉ. गोरख नाथ पटेल ने प्राथमिक विद्यालय उत्तरगावां के प्रधानाध्यापक लाल बहादुर यादव को निलंबित कर दिया.
जूनियर शिक्षक भर्ती:- स्कूलवार नहीं कुल रिक्त पदों पर आरक्षण मिलेगा, देखें 69000 व 68500 में क्या थी व्यवस्था
जूनियर शिक्षक भर्ती
🔴 1504 सहायक अध्यापक, 390 प्रधानाध्यापकों की भर्ती का मामला
🔴 पहली बार परीक्षा से हो रही भर्ती तय नहीं था कैसे देंगे आरक्षण
प्रदेश के एडेड जूनियर हाईस्कूलों में 1504 सहायक अध्यापक और 390 प्रधानाध्यापकों की भर्ती में आरक्षण कुल रिक्त पदों पर लागू किया जाएगा। दिसंबर 2019 में जारी उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त बेसिक स्कूल (जूनियर हाईस्कूल) नियमावली-1978 (अध्यापकों की भर्ती एवं सेवा की शर्तें) में आरक्षण व्यवस्था की स्थिति साफ नहीं होने के कारण भर्ती प्रक्रिया फंसी हुई थी।
बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर यह तय नहीं कर पा रहे थे कि कुल विज्ञापित 1894 पदों पर आरक्षण लागू करें या फिर स्कूलवार आरक्षण दिया जाए। इस संबंध में विधिक राय लेने के बाद कुल रिक्त पदों पर आरक्षण लागू करने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती हो या 68500 समेत अन्य भर्तियों में कुल पदों के सापेक्ष आरक्षण दिया गया था। वैसे तो सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में कॉलेजवार आरक्षण दिया जाता है लेकिन जूनियर हाईस्कूल की भर्ती में इसे लागू करना व्यवहारिक प्रतीत नहीं हो रहा।
UPSSSC 2021: 17 लाख में से महज इतने अभ्यर्थी हो सकेंगे लेखपाल भर्ती में शामिल, जानिए कितना स्कोर करने वाले अभ्यर्थियों को मिल सकता है मौका
लेखपाल के 7882 पदों पर भर्ती के लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। राज्य में कई सालों के बाद लेखपाल के रिक्त पदों पर भर्ती होने जा रही है।
उत्तर प्रदेश में लेखपाल के 7882 पदों पर होने वाली भर्ती के लिए अभ्यर्थी बेसब्री से नोटिफिकेशन जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली इस भर्ती के लिए परीक्षा नवंबर में ही होनी थी, लेकिन इसका आयोजन समय से नहीं हो सका। राज्य में कई सालों के बाद लेखपाल के रिक्त पदों पर भर्ती होने जा रही है। हालांकि, इस बार की लेखपाल भर्ती में कुछ बदलाव भी हुए हैं और अब इसमें सिर्फ प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) में शामिल होने वाले अभ्यर्थी ही हिस्सा ले सकेंगे।
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इतने अभ्यर्थियों को मिलेगा आवेदन का मौका :
लेखपाल के 7882 पदों पर होने वाली भर्ती में सिर्फ PET में शामिल होने वाले अभ्यर्थी ही हिस्सा ले सकेंगे। हालांकि, PET में कितना स्कोर करने वाले अभ्यर्थी लेखपाल भर्ती में हिस्सा ले सकेंगे, इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं सामने आई है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक PET में तकरीबन 17 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था और इनमें से 4 लाख अभ्यर्थी लेखपाल भर्ती में शामिल होने के योग्य घोषित किए जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि 75 पर्सेंटाइल के आस पास स्कोर करने वाले अभ्यर्थियों को लेखपाल भर्ती में शामिल होने का मौका मिल सकता है।
कब तक जारी होगा नोटिफिकेशन :
लेखपाल के 7882 पदों पर होने वाली भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी होने के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है। हालांकि, विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक UPSSSC इस भर्ती के लिए राज्य में आचार संहिता लागू होने से पहले नोटिफिकेशन जारी करने की तैयारी में है। गौरतलब है कि राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और एक बार आचार संहिता लगने के बाद किसी तरह की नई भर्ती नहीं निकल सकेगी। इसलिए UPSSSC दिसंबर महीने में ही इस भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर सकती है। अभ्यर्थियों को इस संबंध में जानकारी के लिए UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
करेंट अफेयर्स से पूछे जायेंगे बहुत सारे प्रश्न