₹3000 से लेकर ₹9000 तक बढ़ जाएगी पेंशन , सरकार ने महंगाई राहत में की बढ़ोतरी ,अब कितनी मिलेगी पेंशन, देखें पूरा कैलकुलेशन!

नई दिल्‍ली, सरकार ने अब फ्रीडम फाइटर्स की पेंशन भी बढ़ा दी है। यह बढ़ोतरी महंगाई राहत (Dearness Relief, DR) में इजाफे से हुई है। सरकार ने सभी बैंकों से कहा है कि वे पेंशन में इजाफे के निर्देशों का ईमानदारी से पालन करें और उन्हें जल्द से जल्द लागू करें। स्वतंत्रता सेनानी पेंशनभोगियों को मंहगाई राहत की संशोधित दरें 1 जुलाई 2021 से लागू हैं। इस बढ़ोतरी से फ्रीडम फाइटर्स की पेंशन 3000 रुपये से लेकर 9000 रुपये तक बढ़ जाएगी। साथ ही उन्‍हें जुलाई से 5 महीने का एरियर भी मिलेगा।

3 फीसद की बढ़ोतरी

गवर्नमेंट ऑफ इंडिया में निदेशक एनआर सेकर राजू ने होम मिनिस्‍ट्री के 28 जुलाई 2021 के लेटर का उल्लेख करने का निर्देश दिया है, जो स्वतंत्रता सेनानी पेंशनभोगियों को 1 जुलाई 2021 से 29% महंगाई राहत (DR) का पेमेंट करने के संबंध में है। हाल ही में भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, नई दिल्ली द्वारा केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के संबंध में महंगाई राहत में 3 फीसद की बढ़ोतरी की गई है।इसलिए केंद्रीय स्वतंत्रता सेनानी/पति/पत्नी/पुत्री पेंशनभोगियों को महंगाई राहत 1 जुलाई 2021 से 26% की मौजूदा दर से बढ़ाकर 29% कर दी जाएगी। 3% डीआर यानी कुल 29% की बढ़ोतरी के बाद पेंशनभोगियों की विभिन्न श्रेणियों के लिए पेंशन की संशोधित रकम मिलेगी।
अब कितनी मिलेगी पेंशन
Ex-Andaman Political prisoners/spouses की पेंशन 30,000 रुपये महीने से बढ़ाकर 38,700 रुपये कर दी गई है।

जो Freedom fighters भारत के बाहर पीड़ित थे। उन्‍हें 28,000 रुपये से बढ़ाकर 36,120 रुपये महीना पेंशन मिलेगी।


दूसरे INA समेत Freedom fighters को 26,000 से बढ़ाकर 33,540 महीना पेंशन मिलेगी।


Dependent parents/ eligible daughters को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 19,350 रुपये महीना पेंशन मिलेगी।


पेंशन पर नहीं कटेगा टीडीएस
निदेशक एनआर सेकर राजू के मुताबिक यह भी साफ किया जाता है कि दिशा-निर्देशों का 06 अगस्‍त 2014 के अनुसार केंद्रीय सम्मान पेंशन के संबंध में टीडीएस लागू नहीं है।
.

शिक्षामित्रों के लिए CL संबंधित आदेश जारी, जानिए क्या है इसमें नया

शिक्षामित्रों के लिए CL संबंधित आदेश जारी, जानिए क्या है इसमें नया

मातृत्व अवकाश के बीच दो वर्ष का अंतर होना नहीं है ज़रूरी, मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट की व्याख्या करते हुए मा0 उच्च न्यायालय का बड़ा फैसला

… और अधिक जानने के लिए क्लिक करें!


🔵 मातृत्व अवकाश पर बड़ा फैसला
🔵 दो वर्ष के अंतर का नियम गलत
🔵 फाइनेंसियल हैंड बुक के नियम एक्ट से ऊपर नहीं




📌 मातृत्व अवकाश के बीच दो वर्ष का अंतर होना नहीं है ज़रूरी, मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट की व्याख्या करते हुए मा0 उच्च न्यायालय का बड़ा फैसला

शिक्षामित्र ने मोबाइल चोरी के आरोप में कक्षा एक के छात्र की पिटाई, एनसीआर दर्ज

भदोही। कोतवाली क्षेत्र स्थित एक परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा एक के छात्र को वहां के शिक्षामित्र द्वारा पिटाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामला मोबाइल चोरी को लेकर है। पीड़ित छात्र की मां ने तहरीर देकर आरोपी के खिलाफ एनसीआर दर्ज कराया है। इस मामले में बीएसए ने भी नगर शिक्षा अधिकारी को मौके पर भेजकर स्थिति देखने के साथ ही आख्या मांगी है। रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की जाएगी।

छह वर्षीय छात्र की मां ने तहरीर में बताया कि बृहस्पतिवार को बेटा स्कूल गया था। वहां के शिक्षामित्र ने मोबाइल चोरी को लेकर उसकी पिटाई कर दी। इस घटना से बच्चा इतना डर गया कि वह समय से घर नहीं पहुंचा।

उसे खोजते हुए स्कूल पहुंची तो वहां बच्चा मिला। पूछने पर उसने पूरी घटना बताई। पिटाई से वह स्कूल जाने में अब डर रहा है। पता चला कि जिस शिक्षामित्र पर पिटाई का आरोप है, उसका मोबाइल टेबल से कहीं गुम हो गया था। किसी अन्य छात्र ने कक्षा एक में पढ़ने वाले बच्चे का नाम बता दिया। इसी से नाराज होकर आरोपी शिक्षामित्र अमीनुल अंसारी ने छात्र की पिटाई करनी शुरू दी। उधर, शिक्षामित्र ने कहा कि किसी और बच्चे से मारपीट में बच्चा घायल हुआ है।

हमने तो केवल उसको बचाने का प्रयास किया। इस मामले में थाना प्रभारी गगनराज सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर एनसीआर दर्ज किया गया है।

यूपी: प्रदेश में 06 महीने तक के लिए सरकारी विभागों व संस्थाओं में कर्मचारियों के हड़ताल करने पर रोक

यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी विभागों व संस्थाओं में कर्मचारियों के लिए हड़ताल करने पर छह महीने की रोक लगा दी है।
इसके दायरे में वो संस्थाएं भी आएंगी जो कि सरकारी सहायता प्राप्त हैं।

इस संबंध में अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश त्रिवेदी ने आदेश जारी कर दिया है।

Prohibition on strike of employees in government departments and institutions

Prerana DBT App Update :- प्रेरणा डीबीटी का नया अपडेट Version 1.0.0.16 Launched, Download or Update DBT app

Prerana DBT App Update :- प्रेरणा डीबीटी का नया अपडेट Version 1.0.0.16 Launched, Download or Update DBT app

PRERNA DBT App Download link 

बेसिक शिक्षा में तय होगा परिणाम से परिवर्तन का सफर, DM विजय किरन आनंद की नवाचार एवं आधुनिकीकरण की सोच से ऐसे होगा नया प्रयोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में शिक्षा मंत्रालय द्वारा 5 जुलाई को लागू निपुण भारत योजना (नेशनल इनीशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी) समेत बेसिक शिक्षा विभाग की सभी कक्षाओं के अनुपालन एवं उसके लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विकास भवन में अत्याधुनिक कंट्रोल रूम का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को देश के इस पहले अत्याधुनिक कंट्रोल रूम का लोकार्पण करेंगे। इसकी कार्य प्रणाली को भी परखेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग में इसकी मदद से परिणाम से परिवर्तन का सफर तय करने में आसानी होगी। सीखने और सीखाने की गति को भी यह निगरानी व्यवस्था निखारेगी।



डीएम विजय किरण आनंद की नवाचार एवं आधुनिकीकरण की सोच की उपज यह कंट्रोल रूम तकरीबन 88 लाख रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित किया जा रहा है। यह कंट्रोल रूम देश के इस तरह का पहला प्रयोग है जिससे गोरखपुर मण्डल के सभी परिषदीय विद्यालयों एवं कस्तुरबा गांधी विद्यालयों की निगरानी एवं जरूरी सहयोग मिलेगा। ताकि उन विद्यालय के शिक्षक अपने छात्रों की शिक्षण संबंधी समस्याओं का समाधान कर सके। स्वयं भी समस्याओं का त्वरित निदान प्राप्त कर सके। इस मायने में यह कंट्रोल रूम अत्याधुनिक कॉल सेंटर के रूप में भी सेवाएं प्रदान करेगा।

21 साल से एसी कास्ट सर्टिफिकेट से नौकरी कर रही मुस्लिम महिला शिक्षिका बर्खास्त | SC Caste Certificate Misuse

हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 21 साल से अधिक समय से अनुसूचित जाति का बनकर नौकरी कर रही व प्रधानाचार्या के पद पर प्रोन्नति पा चुकी एक मुस्लिम महिला के बर्खास्तगी को सही करार दिया है। न्यायालय ने कहा कि उसके द्वारा की गई धोखाधड़ी से उसकी नियुक्ति ही निरस्त हो जाती है। यह आदेश न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह की एकल पीठ ने मुन्नी रानी की याचिका को खारिज करते हुए पारित किया। याचिका में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, हरदोई के 2 जुलाई 2021 के उस आदेश को चुनौती दी गई थी जिसके द्वारा याची की सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्ति को निरस्त करते हुए, उसकी सेवाओं को समाप्त कर दिया गया था।





मामले की सुनवाई करते हुए, 30 नवम्बर को न्यायालय ने याची के सर्विस रिकॉर्ड को तलब किया। न्यायालय ने पाया कि याची को 30 नवम्बर 1999 को सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्ति मिली थी। याची ने खुद को अनुसूचित जाति से सम्बंधित बताते हुए, एक जाति प्रमाण पत्र भी लगाया था। वर्ष 2004 में उसे प्रधानाचार्या के पद पर प्रोन्नति भी मिल गई। राजीव खरे नाम के एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी, हरदोई को शिकायत भेज कर बताया कि याची वास्तव में मुस्लिम समुदाय से है व उसके सर्विस बुक में भी उसका मजहब इस्लाम लिखा हुआ है।

मामले की जांच शुरू हुई, जिसमें पाया गया कि जाति प्रमाण पत्र 5 नवम्बर 1995 को तहसीलदार, सदर, लखनऊ द्वारा जारी किया गया है। वहीं याची के आवेदन पत्र में उसकी जाति ‘अंसारी’ लिखी हुई पाई गई। बावजूद इसके कूटरचित जाति प्रमाण पत्र के आधार पर याची ने नौकरी प्राप्त कर ली। न्यायालय ने कहा कि याची ने धोखाधड़ी व कूटरचना करते हुए, उक्त नियुक्ति हासिल की थी। लिहाजा उसकी नियुक्ति ही अवैध थी।

Fatehpur :- 31/03/2022 को सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन निर्धारण की जाँच हेतु सर्विस बुक उपलब्ध कराने के संबंध में आदेश जारी, देखें आदेश

जिले में 31/03/2022 को सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन निर्धारण की जाँच हेतु सर्विस बुक उपलब्ध कराने के संबंध में आदेश जारी, देखें आदेश

शिक्षकों ने अनुदेशक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षकों के निलंबन की मांग

कन्नौज मंडल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में जिले के अनुदेशक को कबड्डी खेल के मानकों का विरोध करना महंगा पड़ गया। कानपुर नगर के बर्रा से दौड़ा कर पीटा। बीच बचाव कर रहे तीन शिक्षक भी चोटिल हुए हैं। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने एडी बेसिक को पत्र लिखकर शिक्षकों को निलंबित करने की मांग की।

मंडलीय स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग का 15, 16 और 17 को कानपुर नगर के स्व. रतनलाल शर्मा स्मारक क्रीड़ा स्थल पर प्रतियोगिता चल रही है। इसमें जिला स्तर पर लगभग 150 चयनित छात्र शामिल हुए हैं। गुरुवार को कबड्डी के मैदान के मानकों को लेकर अनुदेशक ने विरोध जताया। अनुदेशक को वहां विरोध करना महंगा पड़ गया कानपुर नगर के 12 से अधिक शिक्षकों ने अनुदेशक को दौड़ा कर पीटा। अनुदेशक बार-बार उन शिक्षकों के सामने हाथ जोड़कर माफी मांग रहा है। उसके बावजूद अनुदेशक को जमकर पीटा। इससे अनुदेशक गंभीर रूप से चोटे आईं। बीच बचाव में पहुंचे शिक्षक भी मार खा गए। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए संगीता सिंह ने संज्ञान लेकर बीएसए कानपुर नगर से इन शिक्षकों को चिह्नित करने की मांग की। कानपुर नगर के तीन शिक्षक राजेश यादव एसआरजी, अंकित गौड़, अमित और अन्य साथी शिक्षक चिह्नित किए गए।



बीएसए ने कहा कि इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो निदेशालय और शासन में शिकायत करेंगी। उन्होंने वहां मौजूद बीईओ तालग्राम को इन शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। अनुदेशक को उचित इलाज के लिए दो बीईओ के साथ कानपुर रवाना हो गई हैं। इधर, कानपुर के बीएसए पवन तिवारी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। किसी ने पुलिस में तहरीर नहीं दी है।