Fact Chek: UP-TET की 23 जनवरी को होने वाली परीक्षा टली, जानिए सच्चाई?

लखनऊ, 10 जनवरी: सोशल मीडिया वैसे तो किसी भी खबर को पाने के लिए सबसे जल्दी का प्लेटफार्म है, लेकिन इस जरिए का आजकल झूठी खबरें फैलाने के लिए भी जमकर यूज किया जा रहा है। ऐसी ही एक झूठी खबर सोशल मीडिया पर फैल रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि 23 जनवरी को होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपी TET एग्जाम को टाल दिया गया है। ऐसे में क्या इस खबर की सच्चाई जानिए…

सोशल मीडिया पर कई यूजर सहित कई मीडिया वेबसाइट इस बात का दावा कर रही है कि यूपी TET की परीक्षा अब 23 जनवरी को नहीं होगी। साथ ही दावा किया जा रहा है कि सरकार ने इस टाल दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में बताया गया है कि सरकार ने अपरिहार्य कारणों क चलते परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए टाल दिया है। साथ ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण का भी हवाला दिया गया है, लेकिन यह सच्चाई नही है।

फेक है UP-TET परीक्षा टलने की खबर

UP-TET की परीक्षा टलने की खबर पूरी तरह से फेक है। किसी भी तरह से परीक्षा कैसिल नहीं की गई है। एग्जाम अपने तय समय 23 जनवरी को ही होगा। शिक्षक पात्रता परीक्षा कराने वाली संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव ने बताया है कि परीक्षा टलने की फेक न्यूज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसपर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।

21 लाख से ज्यादा छात्र होंगे शामिल

आपका बता दें कि इससे पहले यूपी टीईटी की परीक्षा को कैंसिल किया गया था, जिसके पीछे पेपर लीक होने का कारण था, तब यह परीक्षा 28 नवंबर को होनी थी, लेकिन फिर इसे टाल कर 23 जनवरी को कराने का फैसला किया गया था। इस एग्जाम में 21 लाख से ज्यादा छात्रों को शामिल होना है।

सोशल मीडिया पर फेक विज्ञप्ति वायरल

बता दें कि रविवार शाम को सोशल मीडिया पर फेक विज्ञप्ति वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया था कि बेसिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने 23 जनवरी को होने वाली परीक्षा को निरस्त कर दिया है। ऐसे लोगों ने बिना सोचे समझे इस शेयर करना शुरू कर दिया, जबकि ऐसा कोई आदेश जारी ही नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक परीक्षा 23 जनवरी को आयोजित होना तय है। सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है।

Covid19 Omicron Precation dose:- कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव हेतु चुनाव ड्यूटी करने वालों को लगेगी प्री काशन डोज

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव हेतु चुनाव ड्यूटी करने वालों को लगेगी प्री काशन डोज Covid19 Omicron precation dose

फर्रुखाबाद : कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। जिले में कोरोना के केस निकलने लगे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए लोगों को प्री काशन डोज भी 10 जनवरी से लगाई जाएगी। विधान सभा चुनाव में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को प्री काशन डोज लगाई जाएगी। हालांकि यह डोज तभी लगेगी, जब कर्मचारी, बुजुर्ग और गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों द्वारा कोविड की दोनों डोज लगवा लग चुकी हों और नौ माह का समय हो चुका हो। अन्यथा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं हो सकेगा।



प्री काशन डोज पहले हेल्थ केयर वर्कर उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर (सरकारी कर्मचारी अधिकारी) के लगाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन अब सभी कर्मचारी साथ-साथ प्री काशन डोज लगवा सकते हैं। विधान सभा चुनाव को देखते हुए आदेश दिए गए हैं जो लोग चुनाव ड्यूटी में जाएंगे उन सभी को प्री काशन डोज लगाई जाएगी। यह प्री काशन डोज तभी लगेगी जब कोविड की दोनों डोज लग चुकी हों और दोनों डोज लगने के नौ माह हो चुके हों। इसी प्रकार बुजुर्ग और गंभीर मरीजों को प्री काशन डोज लगाई जाएगी। इसके लिए सोमवार को सभी सरकारी चिकित्सालयों में सेंटर बनाए गए हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रभात वर्मा ने बताया कि पहले विधान सभा चुनाव में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को प्री काशन डोल लगाई जाएगी। हालांकि सोमवार से गंभीर बीमारी से ग्रसित और बुजुर्ग प्री काशन डोज लगवा सकते हैं। प्री काशन डोज का लक्ष्य नहीं दिया गया है।



डोज लगवाने से पहले लेनी होगी चिकित्सक सलाह

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्री काशन डोज लगाई जा रही है। यह डोज बुजुर्गों और गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों को पहले लगाई जाएगी। इसके लिए रोगी को चिकित्सक से डोज लगवाने की सलाह लेनी होगी। हालांकि उन्हें चिकित्सीय प्रमाण नहीं दिखाना होगा। वैक्सीनेशन के नौ माह बाद ही लगेगी प्री काशन डोज

सेंटर पर पहुंचने पर प्री काशन डोज लगवाने के लिए मोबाइल नंबर बताना होगा। जो कोविड की दोनों डोज लगवाने के दौरान बताया गया था। क्योंकि वह मोबाइल नंबर पोर्टल पर फीड है। इसी नंबर से पता चल जाएगा कि कोविड की दोनों डोज कब लगाई गई थी। अगर नौ माह का समय नहीं हुआ होगा तो पोर्टल पर प्री काशन डोज का पंजीकरण नहीं होगा। 15 तक रैली, रोड-शो, जनसभा या बैठक की अनुमति नहीं

फर्रुखाबाद : जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों संग बैठक कर उन्हें विधानसभा चुनाव के संबंध में आयोग के 15 जनवरी तक कोई राजनीतिक कार्यक्रम न होने के दिशा निर्देशों से अवगत कराया। इस अवसर पर उन्होंने आदर्श आचार संहिता का शत-प्रतिशत अनुपालन कराने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने वल्नरेबल (समस्या की आशंका की ²ष्टि से संवेदनशील) बूथों पर नजर रखने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट रूट-चार्ट के अनुसार अपने अपने मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों के संपर्क में रहें ग्राम स्तर में हो रही गतिविधियों की जानकारी लेते रहें। उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार 15 जनवरी तक किसी रैली, रोड शो, जनसभा, बैठक आदि करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके बाद आयोग के निर्देशानुसार अग्रिम निर्णय लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने सेक्टर पुलिस अधिकारियों को अवैध शराब पर पूरी तरह से अंकुश रखने और शांतिभंग की आशंका वाले लोगों की पाबंदी की कार्रवाई के निर्देश दिए। वल्नरेबल बूथों को चिह्नित कर उन पर नजर रखें। शस्त्र जमा कराने के निर्देश दिए। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने सहयोगी सेक्टर पुलिस अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर क्षेत्रों का निरीक्षण करें। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर त्वरित कार्रवाई की जाए।

UP SPORTS COLLEGE : छठवीं कक्षा में प्रवेश हेतु मिलने लगे आवेदन फॉर्म, 17 जनवरी से शुरू होगी चयन प्रक्रिया, प्रवेश कार्यक्रम जारी, देखें संपूर्ण विवरण

UP स्पोर्ट्स कॉलेज : छठवीं कक्षा में प्रवेश हेतु मिलने लगे आवेदन फॉर्म, 17 जनवरी से शुरू होगी चयन प्रक्रिया, प्रवेश कार्यक्रम जारी, देखें संपूर्ण विवरण


दो साल से नहीं हुआ प्रवेश

कोरोना महामारी की वजह से दो साल से स्पोर्ट्स कालेजों में कोई प्रवेश नहीं हुआ है। खेल विभाग की ओर से प्रदेश में गुरु गोबिंद सिह स्पोर्ट्स कालेज, वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कालेज और सैफई स्पोर्ट्स कालेज का संचालन किया जाता है। कोरोना के चलते सत्र 2020-21 व 2021-22 में तीनों स्पोर्ट्स कालेज में प्रवेश सत्र शून्य घोषित कर दिए गए थे। दो साल बाद प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से अभ्यर्थियों में खुशी की लहर है।



प्रवेश को नौ से 12 साल आयु जरूरी

स्पोर्ट्स कालेज में आवेदन के लिए अभ्यर्थी 2021-22 में कक्षा पांच में अध्ययनरत/उत्तीर्ण होना चाहिए। अभ्यर्थी की आयु एक अप्रैल 2022 को 9 से 12 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यदि कोई अभ्यर्थी सत्र 2020-21 में कक्षा पांच उत्तीर्ण कर चुका है और सत्र 2021-22 में कहीं शिक्षा प्राप्त नहीं कर रहा है तो उसके अभिभावक 10 रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र देकर आवेदन करा सकते हैं।

UPTET 2021:- 23 जनवरी को होने वाली परीक्षा नहीं होगी निरस्त, नियामक ने बयान जारी कर बताएं सच्चाई

UPTET 2021:- 23 जनवरी को होने वाली परीक्षा नहीं होगी निरस्त, नियामक ने बयान जारी कर बताएं सच्चाई

UPTET-2021 :- 23 जनवरी को आयोजित यूपीटीईटी परीक्षा के जिलेवार परीक्षा केन्द्रों की सूची जारी👆

UP Inspector Recruitment 2016 : दरोगा भर्ती 2016 के चयनित अभ्यर्थियों को दिया गया नियुक्ति पत्र

UP Inspector Recruitment 2016 : दरोगा भर्ती 2016 के चयनित अभ्यर्थियों को दिया गया नियुक्ति पत्र

दरोगा भर्ती 2016 के चयनित अभ्यर्थियों को उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद नियुक्ति पत्र दे दिया गया। नियुक्ति पत्र के साथ-साथ इन अभ्यर्थियों को बीते शनिवार को ही जिलों में तैनाती भी दे दी गई।


जानकारी के अनुसार शनिवार को ही स्थापना बोर्ड ने उप निरीक्षक नागरिक पुलिस के 2248 चयनित अभ्यर्थियों में से 2106 को नियुक्ति पत्र भेज दिया। इस पद के लिए 2400 पुरुष और 600 महिलाओं के लिए भर्ती प्रक्रिया जून 2016 में शुरू हुई थी। 2018 में इसका परिणाम घोषित किया गया इसमें 1943 पुरुष और 305 महिला यानी 2248 अभ्यर्थी चयनित हुए। इनकी मेडिकल और अभिलेखों का सत्यापन हुआ जिसके बाद अंतिम रूप से 2106 अभ्यर्थी प्रशिक्षण के लिए भेजे गए।




इसी दौरान नार्मलाइजेशन प्रकिया को चुनौती देते हुए कुछ अभ्यर्थियों ने न्यायालय का रुख किया था। हाईकोर्ट ने 2019 में इस भर्ती पर रोक लगा दी थी। हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की प्रक्रिया को वैध माना और नियुक्ति पत्र जारी करने का आदेश दिया। चुनाव आचार संहिता को देखते हुए आनन फानन में इस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों की पासिंग आउट परेड कराई गई और उन्हें नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया।

फतेहपुर:- फतेहपुर जनपद में निम्न खंड शिक्षा अधिकारियों की हुई नवीन तैनाती एवं निम्न खंड शिक्षा अधिकारी हुए स्थानांतरित

फतेहपुर:- फतेहपुर जनपद में निम्न खंड शिक्षा अधिकारियों की हुई नवीन तैनाती एवं निम्न खंड शिक्षा अधिकारी हुए स्थानांतरित

➡️ BEO Trasnfer 2022

फतेहपुर से स्थानांतरित-

1- राजीव रंजन (जौनपुर)
2- देवेंद्र कुमार सिंह ( उन्नाव)
3-सुनील कुमार सिंह (कानपुर)
4- विश्वनाथ पाठक ( उन्नाव)
5- राजीव गंगवार( बलिया)
6-
7-
फतेहपुर में आये-

1- पवन कुमार द्विवेदी (कन्नौज)
2- जिलेदार सिंह (कानपुर)
3- राजेश कुमार (उन्नाव)
4- संजय कुमार सिंह (प्रयागराज)
5- नरेंद्र सिंह (प्रयागराज).
6-श्रीमती दीप्ति रिझारिया (झांसी)
7-विनोद कुमार (उन्नाव)

शिक्षकों के 37 हजार पदों पर रुक गई भर्ती:- प्राथमिक से माध्यमिक तक की नियुक्ति का मामला, आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद रुकी प्रक्रिया, पेश है रिपोर्ट

सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 37141 पदों पर भर्ती रुक गई है। विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के कारण बेरोजगारों को नियुक्ति के लिए इंतजार करना होगा। जो भर्ती पहले से चल रही है उनमें संबंधित विभाग के अफसरों को चयन प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग की अनुमति लेनी पड़ेगी। कौन-कौन सी भर्ती में अड़चन आई। पेश है रिपोर्ट…।



वादा तो किया 17 हजार का, विज्ञापन का पता नहीं

सबसे पहले बात करें परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 17 हजार सहायक अध्यापक भर्ती की। बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने 24 दिसंबर को 68500 और 69000 शिक्षक भर्ती के बाद खाली 17 हजार पदों पर नई भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन दो सप्ताह में भी विज्ञापन जारी नहीं हो सका। इससे पहले भी डॉ. सतीश द्विवेदी परिषदीय शिक्षकों के जिले के अंदर ट्रांसफर, पंचायत चुनाव के दौरान मृत शिक्षकों के आश्रितों को क्लर्क के अधिसंख्य पदों पर नियुक्ति देने की घोषणा कर चुके हैं, लेकिन कोई पूरी नहीं हो सकी।

धरने पर बैठे, अधिसूचना जारी होने पर लौट गए

प्रयागराज। सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने शनिवार को दूसरे दिन परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। दोपहर बाद विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के कारण अभ्यर्थी लौट गए। प्राक्टर संदीप वर्मा, चंद्र प्रताप सिंह, आकाश सिंह, हरिओम राजपूत, ज्ञानेन्द्र सिंह बंटी, शिवम, अर्पित सिंह आदि अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके साथ धोखा हुआ है।

राजकीय विद्यालयों के ढाई हजार से अधिक पद फंसे

राजकीय विद्यालयों में पहले से स्वीकृत ढाई हजार से अधिक पदों पर भी भर्ती फंस गई है। अपर निदेशक राजकीय अंजना गोयल ने संयुक्त शिक्षा निदेशकों से दिसंबर के पहले सप्ताह में रिक्त पदों की सूचना मांगी थी। पूर्व में शिक्षा निदेशालय की ओर से लोक सेवा आयोग को अधियाचन (रिक्त पदों की सूचना) भेजा गया था। लेकिन कुछ बिंदुओं पर आपत्ति करते हुए आयोग ने निदेशालय को वापस भेज दिया। लिहाजा फिर से रिक्तियों को अपडेट करते हुए समेकित अधियाचन मांगा गया था। सूत्रों के अनुसार ढाई हजार से अधिक पदों की सूचना मिली थी लेकिन एस पर भी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी।

69000 भर्ती की चौथी सूची के 6800 अभ्यर्थी भी अधर में

69000 सहायक अध्यापक भर्ती के चौथे चरण में चयनित आरक्षित और विशेष आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की भर्ती भी फंस गई है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बुधवार को चौथी सूची जारी की थी। उसके बाद इनका जिला आवंटन करते हुए संबंधित जिलों में काउंसिलिंग कराई जानी है, लेकिन जिला आवंटन से पहले ही चुनाव की तारीखें घोषित हो गईं।

एडेड जूनियर के 1894 पदों पर भर्ती के लिए भी अब लेनी होगी अनुमति
प्रदेश के सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों के 1504 और प्रधानाध्यापकों के 390 कुल 1894 पदों पर भर्ती भी प्रभावित होगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से 17 अक्तूबर को आयोजित परीक्षा का परिणाम 15 नवंबर को घोषित किया गया था, लेकिन डेढ़ महीना बीतने के बावजूद सफल अभ्यर्थियों से ऑनलाइन विकल्प लेते हुए चयन की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी। अब आचार संहिता के दौरान एक कदम भी आगे बढ़ाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को चुनाव आयोग से अनुमति लेनी होगी।

राजकीय विद्यालयों में शिक्षक-कर्मचारियों के 1947 पदों पर भर्ती को इंतजार बढ़ा
मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत निर्मित 35 और अल्पसंख्यक विभाग की ओर से प्रधानमंत्री जन विकास योजना में निर्मित 49 कुल 84 राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के 1947 पदों पर भर्ती के लिए भी युवाओं को इंतजार करना होगा। विशेष सचिव शंभू कुमार ने 24 दिसंबर को इन पदों के सृजन का आदेश जारी किया था। माध्यमिक विभाग इन पदों पर नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा आयोग को सूचना भेजता उससे पहले चुनाव की तारीखें घोषित हो गईं।

बेसिक शिक्षा विभाग के कनिष्ठ सहायकों के हुए स्थानांतरण, देखें सूची

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शिक्षा विभाग- प्रधान सहायकों के संशोधन व ट्रांसफर आदेश जारी

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बेसिक शिक्षा विभाग में वरिष्ठ सहायकों के हुए तबादले , देखें सूची

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