उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा के अधीन संचालित जूनियर बेसिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक / शिक्षिकाओं के पदोन्नति के संबंध में

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा के अधीन संचालित जूनियर बेसिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक / शिक्षिकाओं के पदोन्नति के संबंध में

➡️ नियम 17 क-

किसी भाषा से भिन्न कोई विषय पढ़ाने के लिए किसी पद पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया (Procedure for Direct Recruitment to a Post for Teaching subjects other than Language)–(1) चयन समिति यथास्थिति, नियम 14 के उपनियम ( 6 ) या नियम 15 के उपनियम (2) में निर्दिष्ट सूची के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन करने के लिए विचार करेगी और उस कम में, जिसमें उनके नाम उक्त सूची में हो, चयनित अभ्यर्थियों की एक सूची तैयार करेगी। यदि दो या अधिक अभ्यर्थियों के गुणवत्ता अंक बराबर-बराबर हो तो अधिक आयु वाले अभ्यर्थी का नाम सूची में ऊपर रखा जाएगा।

➡️ अर्थात

यदि एक से अधिक अध्यापक-अध्यपिकाओ की मौलिक नियुक्ति तिथि समान है तो उस भर्ती की नियुक्ति के समय की चयन सूची से वरिष्ठता निर्धारित की जाएगी जिस भर्ती के अंतर्गत आपका चयन हुआ है संबंधित भर्ती की चयन सूची आपके गुणवत्ता अंक (चयन का आधार) आयु व नाम के प्रथम लेटर आदि से बनती है,,।।।

➡️ नियम 18.

पदोन्नति द्वारा भर्ती की प्रक्रिया (Procedure for Recruitment by Promotion ) –

( 1) नियम 5 के खण्ड (ख) में निर्दिष्ट पद पर पदोन्नति द्वारा भर्ती अनुपयुक्त का अस्वीकार करते हुए, ज्येष्ठता के आधार पर नियम 16 के अधीन गठित चयन समिति के माध्यम से की जायेगी।

(2) नियुक्ति प्राधिकारी अभ्यर्थियों की पात्रता सूची ज्येष्ठता क्रम में तैयार करेगा और उसे उनकी चरित्र पंजियों और उनसे संबंधित ऐसे अन्य अभिलेखों के साथ, जो उचित समझे जायें, चयन समिति के समक्ष रखेगा।

(3) चयन समिति उपनियम (2) में निर्दिष्ट अभिलेखों के आधार पर अभ्यर्थियों के मामलों पर विचार करेगी।

(4) चयन समिति चयनित अभ्यर्थियों की एक सूची ज्येष्ठता क्रम में जैसा कि उपनियम (2) में पात्रता सूची से प्रकट हो, तैयार करेगी और उसे नियुक्ति प्राधिकारी को अग्रसारित करेगी।

निर्भय सिंह बाराबंकी

 

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NCTE द्वारा प्रमोशन में टेट अनिवार्य:-

पेज नंबर 01

👉 Ncte के गजट पत्र 12 नवंबर 2014 को जारी पॉइंट 04 के उपखंड ख में कहा गया है कि एक स्तर से दूसरे स्तर में प्रमोशन के लिए अनुसूची 01 व 02 में यथानिर्दिष्ट संगत न्यूनतम अहर्ताएं लागू होगी.

पेज नंबर 02 व 03

👉 Ncte द्वारा जारी गजट पत्र 23 अगस्त 2010 का है जिसमे अनुसूची एक में प्राथमिक 01 to 05 के लिए विद्यमान यथानिर्दिष्ट संगत अहर्ताएं है जिसमे टेट अनिवार्य बताया गया है

पेज नंबर 04


👉 _Ncte द्वारा जारी गजट पत्र 23 अगस्त 2010 का है जिसमे अनुसूची दो में उच्च प्राथमिक 6 to 8 के लिए विद्यमान यथानिर्दिष्ट संगत अहर्ताएं है जिसमे टेट अनिवार्य बताया गया है

सरल शब्दों में सार यही है कि TET अब सभी के लिए अनिवार्य है। चाहे आपकी बेसिक में नई नियुक्ति हो या आपकी पदोन्नति हो…

आपका शुभ चिंतक

ELECTRIC VEHICLES: COMPONENTS AND WORKING PRINCIPLE

ELECTRIC VEHICLES: COMPONENTS AND WORKING PRINCIPLE

All-electric vehicles (EVs) have an electric motor instead of an internal combustion engine. The vehicle uses a large traction battery pack to power the electric motor and must be plugged into a charging station or wall outlet to charge. Because it runs on electricity, the vehicle emits no exhaust from a tailpipe and does not contain the typical liquid fuel components, such as a fuel pump, fuel line, or fuel tank.

All-electric vehicles (EVs) use a battery pack to store the electrical energy that powers the motor. EVs are sometimes referred to as battery electric vehicles (BEVs). EV batteries are charged by plugging the vehicle into an electric power source. Although electricity production may contribute to air pollution, the U.S. Environmental Protection Agency categorizes all-electric vehicles as zero-emission vehicles because they produce no direct exhaust or emissions.

Both heavy-duty and light-duty EVs are commercially available. EVs are typically more expensive than similar conventional and hybrid vehicles, although some cost can be recovered through fuel savings, a federal tax credit, or state incentives.

Components of an All-Electric Car

1. Battery (all-electric auxiliary):
In an electric drive vehicle, the auxiliary battery provides electricity to power vehicle accessories.

2. Charge port:
The charge port allows the vehicle to connect to an external power supply in order to charge the traction battery pack.

3. DC/DC converter:
This device converts higher-voltage DC power from the traction battery pack to the lower-voltage DC power needed to run vehicle accessories and recharge the auxiliary battery.

4. Electric traction motor:
Using power from the traction battery pack, this motor drives the vehicle’s wheels. Some vehicles use motor generators that perform both the drive and regeneration functions.

5. Onboard charger:
Takes the incoming AC electricity supplied via the charge port and converts it to DC power for charging the traction battery. It monitors battery characteristics such as voltage, current, temperature, and state of charge while charging the pack.

6. Power electronics controller:
This unit manages the flow of electrical energy delivered by the traction battery, controlling the speed of the electric traction motor and the torque it produces.

7. Thermal system (cooling):
This system maintains a proper operating temperature range of the engine, electric motor, power electronics, and other components.

8. Traction battery pack:
Stores electricity for use by the electric traction motor.

9. Transmission (electric):
The transmission transfers mechanical power from the electric traction motor to drive the wheels.

Driving Range
Today’s EVs generally have a shorter range (per charge) than comparable conventional vehicles have (per tank of gas). The efficiency and driving range of EVs vary substantially based on driving conditions. Extreme outside temperatures tend to reduce range because more energy must be used to heat or cool the cabin. High driving speeds reduce range because of the energy required to overcome increased drag. Compared with gradual acceleration, rapid acceleration reduces range. Hauling heavy loads or driving up significant inclines also reduces range.

प्रमोशन अपडेट / म्यूच्यूअल तबादला अपडेट

म्यूच्यूअल तबादला अपडेट

बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन अध्यापक अध्यपिकाओ का जिले के भीतर म्यूच्यूअल तबादला 20 फरवरी से शुरू होगा प्रक्रिया 25 जून तक पूरा करना होगा।

प्रमोशन अपडेट


_Promotion- बेसिक शिक्षा विभाग में प्रमोशन के लिए अनन्तिम ज्येष्ठता सूची का प्रकाशन NIC के पोर्टल में कल।1- सबसे पहले शिक्षक मानव सम्पदा की वेबसाइट https://ehrms.upsdc.gov.in/ में जायेगे।_



2- अब अपनी login id डालकर लॉगिन करेगे।



3 लॉगिन करने के बाद शिक्षक का डैशबोर्ड खुल जाएगा।



4- डैशबोर्ड में GENERAL पर क्लिक करने पर dropdown ओपन होगा



5- dropdown में एक लिंक Choise filling for posting on promotion में क्लिक करके देखा जा सकता है।


सामान्य चरण

1- सबसे पहले शिक्षक मानव सम्पदा की वेबसाइट https://ehrms.upsdc.gov.in/ में जायेगे।_



2- अब अपनी login id डालकर लॉगिन करेगे।



3 लॉगिन करने के बाद शिक्षक का डैशबोर्ड खुल जाएगा।



4- डैशबोर्ड में GENERAL पर क्लिक करने पर dropdown ओपन होगा



5- dropdown में एक लिंक Choise filling for posting on promotion में क्लिक करके देखा जा सकता है।


CUET UG, PG 2023 : यूजीसी ने राज्य, निजी, डीम्ड विश्वविद्यालयों और अन्य HEIs को सीयूईटी से दाखिला लेने को कहा

CUET UG, PG 2023 : यूजीसी ने राज्य, निजी, डीम्ड विश्वविद्यालयों और अन्य HEIs को सीयूईटी से दाखिला लेने को कहा

CUET UG PG 2023 सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों राज्य विश्वविद्यालयों डीम्ड व निजी विश्वविद्यालयों के बाद शेष उच्च शिक्षा संस्थानों में सीयूईटी स्कोर के आधार पर दाखिला लेने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) तरफ से पत्र वीरवार 16 फरवरी 2023 को लिखा गया।

CUET UG, PG 2023: विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों के साथ-साथ डीम्ड व निजी विश्वविद्यालयों में संचालित होने वाले यूजी और पीजी कोर्सेस में इस साल दाखिला लेने जा रहे स्टूडेंट्स के लिए जरूरी खबर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सभी राज्य विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) को कहा है कि वे इस साल यूजी/पीजी दाखिला विश्वविद्यालयीन सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) 2023 स्कोर के आधार पर लें। इस सम्बन्ध में आयोग के सचिव प्रो. मनीष आर. जोशी की तरफ से इन विश्वविद्यालयों व एचईआइ को वीरवार, 16 फरवरी 2023 को पत्र लिखकर सीयूईटी से दाखिले लेने को लिए कहा गया।

बता दें कि वर्ष 2022 से शुरू किए गए सीयूईटी यूजी और पीजी स्कोर के माध्यम से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों, कई राज्य विश्विविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालयों द्वारा सीयूईटी यूजी/पीजी स्कोर के आधार पर दाखिला लिया जा रहा है। इस कड़ी में सीयूईटी स्कोर की स्वीकार्यता शेष राज्य, डीम्ड व निजी विश्वविद्यालयों और अन्य एचईआइ में भी बढ़ाने के लिए यूजीसी की तरफ से इन संस्थानों को पत्र लिखा गया है। CUET UG, PG 2023: सभी विश्वविद्यालयों और HEIs सीयूईटी से दाखिला से स्टूडेंट्स को मिलेगी राहत

यूजीसी सचिव ने राज्य, डीम्ड व निजी विश्वविद्यालयों और अन्य एचईआइ को लिख पत्र में कहा है कि देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थान या तो सीनियर सेकेंड्री (कक्षा 12) के अंकों के आधार पर या अलग प्रवेश परीक्षा के आधार पर यूजी कोर्सेस में दाखिला लेते हैं। ऐसे में केंद्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली सीयूईटी यूजी के स्कोर के प्रवेश लेन पर स्टूडेंट्स को कई प्रवेश परीक्षाओं में नहीं सम्मिलित होना होगा। कई बार इन प्रवेश परीक्षाओं के साथ-साथ बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों में टकराव होता है, जिससे छात्रों को कोई एक परीक्षा छोड़नी पड़ती है। साथ ही, सीयूईटी स्कोर से दाखिले पर सभी बोर्डों के स्टूडेंट्स को बराबर अवसर मिलेगा।

शिक्षामित्रों ने भी मांगी 62 साल में सेवानिवृत्ति, 20 फरवरी को होने वाले महासम्मेलन वेतन बढ़ाने की मांग और यह मुद्दा उठाएंगे

शिक्षामित्रों ने भी मांगी 62 साल में सेवानिवृत्ति, 20 फरवरी को होने वाले महासम्मेलन वेतन बढ़ाने की मांग और यह मुद्दा उठाएंगे

लखनऊ। प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों ने नियमित शिक्षकों की तरह सेवानिवृत्ति अवधि को 62 वर्ष तक निर्धारित करने की मांग की है। वहीं 20 फरवरी को रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाले महासम्मेलन को लेकर सभी संगठन एकजुट हैं। सम्मेलन में भी शिक्षा मित्र इस मांग को उठाएंगे। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सरकार ने शिक्षामित्रों की सेवा अवधि 60 साल तय की थी।

बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा है कि सभी परिषदीय शिक्षकों की सेवानिवृत्त अवधि 62 वर्ष है। ऐसे में मात्र शिक्षामित्रों के लिए शासन ने सेवानिवृत्त का समय 60 साल करके उनके साथ अन्याय किया है। सरकार को इस आदेश को रद्द करना चाहिए। शिक्षामित्रों का भी सेवानिवृत्त की आयु परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की भांति 62 वर्ष करनी चाहिए।


उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा मित्रों को भी। सातवें वेतन का लाभ दिया जाए। क्योंकि शिक्षा मित्र भी 20 साल से काम कर रहे हैं। मात्र 10 हजार रुपए में उनके लिए परिवार चलाना संभव नहीं हो पा रहा है।

निपुण लक्ष्य, सूची एवं तालिका तथा कक्षा 4-5 हेतु विकसित भाषा/गणित विषय की शिक्षक निर्देशिका के वितरण एवं प्रयोग के संबंध में आदेश

निपुण लक्ष्य, सूची एवं तालिका तथा कक्षा 4-5 हेतु विकसित भाषा/गणित विषय की शिक्षक निर्देशिका के वितरण एवं प्रयोग के संबंध में आदेश

लर्निंग एट होम को प्रोत्साहन देने हेतु कक्षा 1-8 के बच्चों के लिए SwiftChat एप डाउनलोड हेतु उपलब्ध कराए जाने के संबंध में

लर्निंग एट होम को प्रोत्साहन देने हेतु कक्षा 1-8 के बच्चों के लिए SwiftChat एप डाउनलोड हेतु उपलब्ध कराए जाने के संबंध में

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा
Digital Learning को प्रोत्साहित करने हेतु बच्चों के उपयोगार्थ Learning at home की दिशा में Swiftchat प्लेटफार्म के माध्यम से शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है । SwiftChat के माध्यम से विभिन्न chatbots यथा – Nipun Bharat Weekly Quiz, Video Library, Math Practice Bot बच्चों के लिए उपलब्ध कराये जा रहे हैं ।Weekly Quiz के माध्यम से बच्चे सभी विषयों पर प्रत्येक सप्ताह अभ्यास कर सकते हैं ।Video Library Bot के माध्यम से बच्चे गणित एवं विज्ञान विषय से जुड़े रचनात्मक videos प्राप्त कर सकते हैं तथा Math Practice Bot के माध्यम से बच्चे गणित विषय में बेहतर कमांड हासिल कर सकते है । यह सभी Chatbots SwiftChat Application पर उपलब्ध हैं।
उक्त संबंध में निर्देशित किया जाता है कि जनपद, विकासखण्ड, संकुल स्तरीय एवं SMC की आगामी बैठकों एवं सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में Chatbots की उपयोगिता के सम्बन्ध में सभी को अवगत कराया जाये तथा सभी अभिभावकों एवं बच्चों तक इन chatbots को पहुँचाने हेतु प्रत्येक स्तर पर सुदृढ़ रणनीति के अंतर्गत कार्य किया जाये ।

App Download Link: https://bit.ly/Swiftchatdownload
SwiftChat User Manual : https://bit.ly/SwiftChat_User_Manual

लखनऊ :- वापस करनी होगी प्रदेश भर के निजी स्कूलों को फीसकोरोना का काल का मामला, विशेष सचिव का उच्च न्यायालय के क्रम में आदेश जारी,

सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश।

लखनऊ:वापस करनी होगी प्रदेश भर के निजी स्कूलों को फीसकोरोना का काल का मामला, विशेष सचिव का उच्च न्यायालय के क्रम में आदेश जारी,,।।।

वापस करनी होगी प्रदेश भर के निजी स्कूलों को फीसकोरोना का काल का मामला, विशेष सचिव का उच्च न्यायालय के क्रम में आदेश जारी,,।।।

सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश,,।।।👆

Basic Education Book Distribution : सत्र शुरू होते ही नौनिहालों के हाथों में होगी किताबें, बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरी की तैयारी, स्कूल तक पहुंचेगी किताबें

Basic Education Book Distribution : सत्र शुरू होते ही नौनिहालों के हाथों में होगी किताबें, बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरी की तैयारी, स्कूल तक पहुंचेगी किताबें


अप्रैल से स्कूलों में नया सत्र शुरू होता है ऐसे में मार्च खत्म होते होते ही सभी विद्यालयों तक किताब पहुंचाई जाएंगी जिससे सत्र की शुरुआत में किसी प्रकार की कोई बाधा न आए।


परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था कैसे ठीक हो और कैसे समय पर कोर्स पूरा किया जा सके इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग काम कर रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग इस बार परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को समय पर किताबे उपलब्ध कराने की तैयारी मे है। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023-24 शुरू होने से पहले ही सभी छात्रों को किताबें और कार्य पुस्तकें दे दी जाएंगी। जानकारी के अनुसार इस बार फरवरी में ही विद्यालयों को किताबें भेजनी शुरू कर दी गई है।


बीते साल किताबों के वितरण में भारी लापरवाही सामने आयी थी। स्थिति ये थी कि कई विद्यालयों तक किताबे पहुंची ही नही, बिना किताबों के ही बच्चों को स्कूल जाना पड़ा था। इस वर्ष महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलों में फरवरी तक किताबें पहुंचाने का लक्ष्य दिया है।


अप्रैल से शुरू होगा सत्र

अप्रैल से स्कूलों में नया सत्र शुरू होता है ऐसे में मार्च खत्म होते होते ही सभी विद्यालयों तक किताब पहुंचाई जाएंगी जिससे सत्र की शुरुआत में किसी प्रकार की कोई बाधा न आए। किताबों को जल्द स्कूलो तक पहुंचाया जाए इसके लिए टीम का गठन किया गया है। जिला समिति से जांच टीम गठित करा कर किताबें आते ही प्रक्रिया पूरी कराने को कहा गया है। पाठ पुस्तक अधिकारी ने बताया कि सभी जिलों के विशेष अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह जिला समिति का जल्द से जल्द गठन करा लें।

जैसे ही किताबें जिले में पहुंचें व उनकी प्रूफ्र रिडिंग करवा कर वितरण की पूरी प्रक्रिया में 7 दिन से अधिक समय नहीं लगना चाहिए। पहले चरण में प्रदेश के 20 जिलों में किताबें भेज दी गई हैं। गौर हो कि इस साल सत्र की शुरुआत में छात्रों के हाथों में किताबे होंगी। सरकार की मंशा है कि किसी भी परिस्थिति में छात्रों को नए सत्र में किताबों के लिए इंतजार नहीं करना पड़े। आपको बता दें कि खंड शिक्षा अधिकारियों को वितरण सम्बंधी निर्देश जारी किए जा चुके हैं।



नए सत्र से पहले नई किताबें और अभ्यास पुस्तिका की खेप पहुंचनी शुरू

कक्षा एक से आठ तक के छात्रों के लिए विषयवार किताबों की पहली खेप के रूप में किताबें जनपदों में पहुंच रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार डिमांड के मुताबिक अन्य किताबें भी जल्द ही जनपद पहुंच जाएंगी। इसके बाद इन किताबों को स्कूलों में पहुंचाया जाएगा।


विभाग ही पहुंचाएगा विद्यालयों में किताबें

पहले किताबों को लेनेे के लिए विद्यालयों के शिक्षकों को चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन इस बार इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से पाठ्य पुस्तक व कार्य पुस्तकों की ढुलाई विद्यालय स्तर तक कराई जाएगी। जिससे कि छात्रों को यह किताबें जल्द उपलब्ध होंगी।

विद्यालयों में सत्र शुरू होने से पहले पहुंचेंगी किताबें

लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023-24 शुरू होने से पहले पाठ्यपुस्तकें पहुंच जाएंगी। अब तक लगभग 20 जिलों में किताबें पहुंच चुकी हैं। जहां से इन्हें बीएसए कार्यालय और फिर विद्यालयों में भेजा जाएगा। यह प्रक्रिया मार्च तक पूरी कर ली जाएगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि सभी जिलों में फरवरी तक किताबें पहुंचाने का लक्ष्य है। मार्च में इन किताबों को विद्यालयों तक पहुंचा दिया जाएगा। जिससे अप्रैल में जब नया सत्र शुरू हो तो हर बच्चे के हाथ में किताबें हों।




नए सत्र में नौनिहालों को नहीं करना पड़ेगा किताबों का इंतजार

नए सत्र के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबें – कार्य पुस्तिकाओं का वितरण शुरू किया

पिछले वर्ष की किरकिरी से विभाग ने लिया सबक

पहली बार स्कूल खुलने के साथ ही बच्चों को मिल जाएंगी किताबें

हर जिले को कक्षा एक- आठ तक की एक-एक लाख किताबें भेजीं





लखनऊ। पहली बार प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों के खुलने के साथ ही बच्चे नई किताबों से पढ़ाई करेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबें और कार्य पुस्तिकाओं का वितरण शुरू कर दिया है। प्रदेश के सभी बीएसए कार्यालय को एक-एक लाख से अधिक किताबें और कार्य पुस्तिकाएं भेजी जा चुकी हैं। मार्च के आखिर तक सभी किताबें कार्य पुस्तिकाएं मुहैया करा दी जाएंगी। ताकि बीते वर्षों की तरह बच्चों को किताबों के लिए जद्दोजहद न उठानी पड़े। पढ़ाई न पिछड़ने पाए।

आधे सत्र के बाद मिली किताबें सत्र 2022-23 में पढ़ाई कर रहे छात्रों को आधे सत्र के बाद किताबें मिली थीं। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई । शिक्षकों ने फटी व पुरानी किताबों से बच्चों की पढ़ाई करायी। नवम्बर तक बच्चों को किताबें वितरित की गईं। इसको लेकर विभाग की बड़ी किरकिरी हुई। जिसके चलते स्कूल महानिदेशक विजय किरण आनंद ने समय से टेंडर कराकर जिले में किताबें पहुंचाने के निर्देश जारी किये। किताबों का वितरण शुरू हो गया है।


नौनिहालों को किताबों का नहीं करना होगा इंतजार: प्राथमिक स्कूलों के नौनिहालों को नए सत्र में किताबों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्कूल खुलने के पहले दिन से बैग में नई किताबें होंगी। बीएसए ने किताबों के वितरण की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। खण्ड शिक्षा अधिकारियों को वितरण सम्बंधी निर्देश जारी किये जा चुके हैं। स्कूलों से छात्र संख्या मांगी जा रही है। मार्च में हर हाल में किताबें स्कूलों में पहुंचा दी जाएंगी।


लखनऊ को मिली 1.89 लाख किताबें : बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि लखनऊ में कक्षा एक से आठ की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या करीब दो लाख है। इन्हें करीब 17 लाख किताबें एवं कार्य पुस्तिकाएं वितरित की जाती हैं। अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र के लिए विभाग की ओर से 1.89 लाख किताबें मिल गईं। इनमें वाटिका, फुलवारी, इंग्लिश रीडर, हमारा इतिहास नागरिक जीवन, भारत की महान विभूतियां, गणित ज्ञान समेत दूसरी किताबें शामिल हैं।


अप्रैल से प्राथमिक स्कूलों में नया सत्र शुरु होगा। मौजूदा सत्र की छात्र संख्या के अनपात में किताबें जिले वार भेजी जा रही हैं। ताकि स्कूल खुलने के पहले दिन से बच्चों को किताबें दी जा सकें।
पवन सचान, पाठ्य पुस्तक अधिकारी

दिनांक 31 मार्च, 2023 को सेवा निवृत्त होने वाले बेसिक शिक्षा, परिषदीय शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूचना के सम्बन्ध में।

दिनांक 31 मार्च, 2023 को सेवा निवृत्त होने वाले बेसिक शिक्षा, परिषदीय शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सूचना के सम्बन्ध में,