69000 शिक्षक भर्ती पूरी तरह उलझी, 19 तक स्टे और इससे पहले लग सकती है चुनावी आचार संहिता: राजेश सचान संयोजक, युवा मंच की कलम से
पेपर लीक के सवाल पर योगी सरकार की तारीफ किसी भाजपा कार्यकर्ता से भी ज्यादा कर रहे हैं। जरूर कुछ लोगों को कोचिंग संस्थाओं द्वारा दुष्प्रचार से यह गलतफहमी है कि पेपर लीक का आंदोलन फेल लोग कर रहे हैं जो कि सच्चाई से कोसों दूर है, उन्हे यह भी गलतफहमी है कि उनके द्वारा अपनी मेधा के बल पर अर्जित 110 अंक में उनका चयन निश्चित है। न्यायालय व पीएनपी पर संघर्ष बेहद जरूरी होते हुए भी निर्णायक दबाव बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है। अगर इसे राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाया गया और प्रदेश भर के युवाओं की भागीदारी इसमें सुनिश्चित नहीं हुई तो यह लड़ाई जीती नहीं जा सकती है। इसी सवाल पर देश भर के छात्र युवा संगठन 7 फरवरी को संसद मार्च कर रहे हैं, हमारे सामने भी 69000 शिक्षक भर्ती मेगा स्कैम को राष्ट्रीय फलक पर ले जाने के लिए बेहतरीन मौका है। इसलिए इस मुद्दे पर विचार विमर्श के लिए कल 3 फरवरी को 12 बजे पीएनपी पर महत्वपूर्ण बैठक हो रही है जिसमें आपकी भागीदारी बेहद जरूरी है। आप इस संदर्भ में सुझाव भी जरूर दें।
राजेश सचान
संयोजक, युवा मंच