अंतरजनपदीय और जिले के अंदर तबादले के लिए जो कवायद चल रही है उसमें पारस्परिक ट्रांसफर सबसे आसान उपाय लग रहा है। ऐसे में शिक्षक समय रहते जोड़ा तलाशने में लगे हैं ताकि प्रक्रिया शुरू होने के बाद जल्द से जल्द उन्हें घर वापसी का परवाना मिल सके। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम सिंह की ओर से अंतरजनपदीय तबादले का जो प्रस्ताव शासन को भेजा गया है उसमें शिक्षिकाओं के लिए समयसीमा को कोई प्रतिबंध नहीं है। शिक्षकों के लिए पांच साल सेवा की अनिवार्यता रखी गई है लेकिन यदि पारस्परिक (म्युचुअल) तबादले के लिए दो शिक्षक राजी हों तो उनके लिए पांच साल सेवा की अनिवार्यता नहीं रह जाएगी। वहीं दूसरी ओर बेसिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने 17 जून को जिले के अंदर समायोजन की नीति जारी की है। .
जिले के अंदर भी पारस्परिक तबादले को ही मंजूरी दी गई है। इसलिए जिले के अंदर एक से दूसरे ब्लाक में जाने के लिए भी शिक्षक ‘जोड़ा’ तलाश रहे हैं। इसके लिए व्हाट्सएप पर शिक्षकों ने ग्रुप बना लिया है। अंतरजनपदीय स्थानान्तरण ग्रुप यूपी नाम से 16 जून को व्हाट्सएप पर बना है। ज्वाईन लिंक के जरिए बुधवार की शाम तक 256 सदस्य इसमें शामिल हो चुके थे। इसी प्रकार जिले के अंदर तबादले के लिए जिला प्रयागराज ट्रांसफर ग्रुप नाम से व्हाट्सएप समूह बना है। 16 जून को बने इस ग्रुप में बुधवार तक 152 सदस्य शामिल हो चुके थे। .
इन समूहों पर शिक्षक अपना नाम, स्कूल, ब्लाक व जिले का नाम अपने मोबाइल नंबर के साथ साझा कर उनके स्थान पर अपने मनचाहे जिले से आने वाले सहयोगियों को खोज रहे हैं।