अयोध्या मंदिर निर्णय : गंगा जमुनी तहजीब बनाए रखने के लिए रखें स्वयं की भाषा और व्यवहार पर नियंत्रणः जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ फतेहपुर
आत्मीय स्वजनों,
अभिवादन
जैसा कि आप सभी को सूचना के विभिन्न संसाधनों के माध्यम से ज्ञात होगा कि आने वाले कुछ दिनो मे ऐतिहासिक महत्व के निर्णय देश की मा. सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किए जाने वाले हैं। इन निर्णयों से देश की एकता, अखण्डता व भाईचारे मे किसी भी प्रकार की आँच न पडे इसके लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जो भी निर्णय आए उसे हम सभी को खुले मन से स्वीकार करना चाहिए। हम आप सभी देश के लिए नीवतैयार करने वाले शिल्पकार शिक्षक हैं और सुदूर गाँव से लेकर शहरों तक कार्य कर रहे हैं। इसलिए यह हमारा नैतिक दायित्व है कि समाज में वातावरण सौहार्दपूर्ण रहे और हम सभी के द्वारा कोई भी ऐसी पोस्ट/ विचार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से न प्रचारित हो जिससे कि हमारे साथ ही काम कर रहे, पडोस मे रह रहे,मित्रवत सम्बन्ध रखने वाले या किसी अजनबी को तनिक भी कष्ट पहुंचे। यह भी संभावना है कि शासन प्रशासनिक दृष्टि से हमारे सोसल मीडिया के संसाधनों पर पैनी नजर रखे। इसलिए हम सभी को अपने सोशल नेटवर्किंग साइट्स की गतिविधियों पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी। विशेष तौर पर वाट्सएप के समूहों में। हम सभी बहुत से वाट्सएप ग्रुप्स में जुड़े हुए हैं और एडमिन भी तो हमारी जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण है। भ्रामक प्रचार प्रसार से बचें और सभी को बचायें।
संयमित भाषा और सन्तुलित व्यवहार ही हमारी एकता व प्रेम को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं।
एक भारत! श्रेष्ठ भारत!_
धन्यवाद
अदीप सिंह
जिलाध्यक्ष
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ फतेहपुर