पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा का आवेदन करते समय अभ्यर्थी को अपनी उपजाति भी बतानी होगी। आवेदन फार्म में ऐसा पहली बार कॉलम बनाया गया है। साथ ही दिव्यांगजनों का आरक्षरण तीन फीसदी से बढ़ाते हुए चार फीसदी लागू कर दिया गया है। हालांकि, इस वर्ग के आरक्षण में अब एसिट अटैक पीड़ित और बौने व्यक्तियों को भी शामिल किया गया है। प्राविधिक शिक्षा विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है।
हर वर्ष प्रदेश की राजकीय, सहायता प्राप्त और निजी सैकड़ों पॉलीटेक्निक में दाखिले के लिए ऑनलाइन प्रवेश फार्म भर जाते हैं। इसमें अभी तक केवल अपनी जाति बतानी होती थी, पर अगले शैक्षिक सत्र में दाखिले की भर जाने वाले ऑनलाइन आवदेन फार्म में अभ्यर्थी को जाति के साथ ही अपनी उपजाति भी बतानी होगी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा के सचिव एफआर खान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति सहित अन्य पिछड़ी जाति को नए सर्वे के अनुसार तीन वर्गो में विभाजित किया है। उसके अनुसार ही आरक्षण की बात कही जा रही है। हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई शासनादेश जारी नहीं हुआ है। सचिव एफआर खान का कहना हैं कि पहले से आवेदन फार्म में यह व्यवस्था इसलिए कर रहे हैं, ताकि शासनादेश जारी होने पर अभ्यर्थियों से उपजातियों का विवरण दोबारा नहीं मांगाना पड़े।