केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों एवं प्रधानाध्यापकों के 10,903 पद स्वीकृत हैं 3,665 कार्यरत है और 7,238 पद खाली हैं। सहायक अध्यापकों के 9,417 पद सृजित हैं। इनमें से 2,622 सहायक अध्यापक कार्यरत हैं और 6,795 पद खाली हैं। वहीं प्रधानाचार्य के 1486 पद स्वीकृत हैं, 1,043 प्रधानाचार्य कार्यरत हैं और 443 पद खाली है।
स्कूलवार होना चाहिए आकलन
माध्यमिक शिक्षा विभाग के पूर्व निदेशक एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की कमेटी के सदस्य कृष्ण मोहन त्रिपाठी का कहना है कि शिक्षकों की संख्या का आकलन स्कूलवार विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर होना चाहिए। कुल छात्र संख्या और कुल शिक्षक संख्या से सही आकलन नहीं हो सकता है। यूपी में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सृजित पदों के लिहाज से शिक्षकों की भर्ती करनी चाहिए।