Basic Education Book Distribution : सत्र शुरू होते ही नौनिहालों के हाथों में होगी किताबें, बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरी की तैयारी, स्कूल तक पहुंचेगी किताबें

Basic Education Book Distribution : सत्र शुरू होते ही नौनिहालों के हाथों में होगी किताबें, बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरी की तैयारी, स्कूल तक पहुंचेगी किताबें


अप्रैल से स्कूलों में नया सत्र शुरू होता है ऐसे में मार्च खत्म होते होते ही सभी विद्यालयों तक किताब पहुंचाई जाएंगी जिससे सत्र की शुरुआत में किसी प्रकार की कोई बाधा न आए।


परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था कैसे ठीक हो और कैसे समय पर कोर्स पूरा किया जा सके इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग काम कर रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग इस बार परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को समय पर किताबे उपलब्ध कराने की तैयारी मे है। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023-24 शुरू होने से पहले ही सभी छात्रों को किताबें और कार्य पुस्तकें दे दी जाएंगी। जानकारी के अनुसार इस बार फरवरी में ही विद्यालयों को किताबें भेजनी शुरू कर दी गई है।


बीते साल किताबों के वितरण में भारी लापरवाही सामने आयी थी। स्थिति ये थी कि कई विद्यालयों तक किताबे पहुंची ही नही, बिना किताबों के ही बच्चों को स्कूल जाना पड़ा था। इस वर्ष महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलों में फरवरी तक किताबें पहुंचाने का लक्ष्य दिया है।


अप्रैल से शुरू होगा सत्र

अप्रैल से स्कूलों में नया सत्र शुरू होता है ऐसे में मार्च खत्म होते होते ही सभी विद्यालयों तक किताब पहुंचाई जाएंगी जिससे सत्र की शुरुआत में किसी प्रकार की कोई बाधा न आए। किताबों को जल्द स्कूलो तक पहुंचाया जाए इसके लिए टीम का गठन किया गया है। जिला समिति से जांच टीम गठित करा कर किताबें आते ही प्रक्रिया पूरी कराने को कहा गया है। पाठ पुस्तक अधिकारी ने बताया कि सभी जिलों के विशेष अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह जिला समिति का जल्द से जल्द गठन करा लें।

जैसे ही किताबें जिले में पहुंचें व उनकी प्रूफ्र रिडिंग करवा कर वितरण की पूरी प्रक्रिया में 7 दिन से अधिक समय नहीं लगना चाहिए। पहले चरण में प्रदेश के 20 जिलों में किताबें भेज दी गई हैं। गौर हो कि इस साल सत्र की शुरुआत में छात्रों के हाथों में किताबे होंगी। सरकार की मंशा है कि किसी भी परिस्थिति में छात्रों को नए सत्र में किताबों के लिए इंतजार नहीं करना पड़े। आपको बता दें कि खंड शिक्षा अधिकारियों को वितरण सम्बंधी निर्देश जारी किए जा चुके हैं।



नए सत्र से पहले नई किताबें और अभ्यास पुस्तिका की खेप पहुंचनी शुरू

कक्षा एक से आठ तक के छात्रों के लिए विषयवार किताबों की पहली खेप के रूप में किताबें जनपदों में पहुंच रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार डिमांड के मुताबिक अन्य किताबें भी जल्द ही जनपद पहुंच जाएंगी। इसके बाद इन किताबों को स्कूलों में पहुंचाया जाएगा।


विभाग ही पहुंचाएगा विद्यालयों में किताबें

पहले किताबों को लेनेे के लिए विद्यालयों के शिक्षकों को चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन इस बार इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से पाठ्य पुस्तक व कार्य पुस्तकों की ढुलाई विद्यालय स्तर तक कराई जाएगी। जिससे कि छात्रों को यह किताबें जल्द उपलब्ध होंगी।

विद्यालयों में सत्र शुरू होने से पहले पहुंचेंगी किताबें

लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2023-24 शुरू होने से पहले पाठ्यपुस्तकें पहुंच जाएंगी। अब तक लगभग 20 जिलों में किताबें पहुंच चुकी हैं। जहां से इन्हें बीएसए कार्यालय और फिर विद्यालयों में भेजा जाएगा। यह प्रक्रिया मार्च तक पूरी कर ली जाएगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि सभी जिलों में फरवरी तक किताबें पहुंचाने का लक्ष्य है। मार्च में इन किताबों को विद्यालयों तक पहुंचा दिया जाएगा। जिससे अप्रैल में जब नया सत्र शुरू हो तो हर बच्चे के हाथ में किताबें हों।




नए सत्र में नौनिहालों को नहीं करना पड़ेगा किताबों का इंतजार

नए सत्र के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबें – कार्य पुस्तिकाओं का वितरण शुरू किया

पिछले वर्ष की किरकिरी से विभाग ने लिया सबक

पहली बार स्कूल खुलने के साथ ही बच्चों को मिल जाएंगी किताबें

हर जिले को कक्षा एक- आठ तक की एक-एक लाख किताबें भेजीं





लखनऊ। पहली बार प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों के खुलने के साथ ही बच्चे नई किताबों से पढ़ाई करेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबें और कार्य पुस्तिकाओं का वितरण शुरू कर दिया है। प्रदेश के सभी बीएसए कार्यालय को एक-एक लाख से अधिक किताबें और कार्य पुस्तिकाएं भेजी जा चुकी हैं। मार्च के आखिर तक सभी किताबें कार्य पुस्तिकाएं मुहैया करा दी जाएंगी। ताकि बीते वर्षों की तरह बच्चों को किताबों के लिए जद्दोजहद न उठानी पड़े। पढ़ाई न पिछड़ने पाए।

आधे सत्र के बाद मिली किताबें सत्र 2022-23 में पढ़ाई कर रहे छात्रों को आधे सत्र के बाद किताबें मिली थीं। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई । शिक्षकों ने फटी व पुरानी किताबों से बच्चों की पढ़ाई करायी। नवम्बर तक बच्चों को किताबें वितरित की गईं। इसको लेकर विभाग की बड़ी किरकिरी हुई। जिसके चलते स्कूल महानिदेशक विजय किरण आनंद ने समय से टेंडर कराकर जिले में किताबें पहुंचाने के निर्देश जारी किये। किताबों का वितरण शुरू हो गया है।


नौनिहालों को किताबों का नहीं करना होगा इंतजार: प्राथमिक स्कूलों के नौनिहालों को नए सत्र में किताबों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्कूल खुलने के पहले दिन से बैग में नई किताबें होंगी। बीएसए ने किताबों के वितरण की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। खण्ड शिक्षा अधिकारियों को वितरण सम्बंधी निर्देश जारी किये जा चुके हैं। स्कूलों से छात्र संख्या मांगी जा रही है। मार्च में हर हाल में किताबें स्कूलों में पहुंचा दी जाएंगी।


लखनऊ को मिली 1.89 लाख किताबें : बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि लखनऊ में कक्षा एक से आठ की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या करीब दो लाख है। इन्हें करीब 17 लाख किताबें एवं कार्य पुस्तिकाएं वितरित की जाती हैं। अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र के लिए विभाग की ओर से 1.89 लाख किताबें मिल गईं। इनमें वाटिका, फुलवारी, इंग्लिश रीडर, हमारा इतिहास नागरिक जीवन, भारत की महान विभूतियां, गणित ज्ञान समेत दूसरी किताबें शामिल हैं।


अप्रैल से प्राथमिक स्कूलों में नया सत्र शुरु होगा। मौजूदा सत्र की छात्र संख्या के अनपात में किताबें जिले वार भेजी जा रही हैं। ताकि स्कूल खुलने के पहले दिन से बच्चों को किताबें दी जा सकें।
पवन सचान, पाठ्य पुस्तक अधिकारी

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