संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. 13 फ़रवरी तक चलनेवाले इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी. कल अंतरिम बजट पेश किया जाएगा. ये मोदी सरकार के इस कार्यकाल का आख़िरी बजट होगा.
नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. 13 फ़रवरी तक चलनेवाले इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी. कल अंतरिम बजट पेश किया जाएगा. ये मोदी सरकार के इस कार्यकाल का आख़िरी बजट होगा. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाले इस बजट सत्र पर सबकी निगाहें होंगी. लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पहले से चली आ रही परंपराओं का पालन करते हुए एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेगी. माना जा रहा है कि इस बजट में किसानों और मध्यम वर्ग को ध्यान में रखते हुये कुछ घोषणायें की जा सकती हैं. अंतरिम बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश होने की उम्मीद नहीं है. सूत्रों के अनुसार इसमें आयकर छूट सीमा बढ़ाने, गरीबों के लिये न्यूनतम आय योजना और किसानों के लिये सहायता पैकेज सहित कई तरह की लोक लुभावन घोषणायें की जा सकती हैं. हालांकि, आगामी बजट सत्र के दौरान नई सरकार के सत्ता संभालने तक चारमाह के खर्च के लिये लेखानुदान को ही मंजूरी दी जायेगी. आम चुनाव के बाद मई में चुनकर आने वाली नई सरकार ही जुलाई में पूर्ण बजट पेश करेगी और उससे पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश संसद में पेश किया जायेगा. नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के मौजूदा कार्यकाल का यह अंतिम बजट होगा. वित्त मंत्रालय का कामकाज देख रहे अंतरिम वित्त मंत्री पीयूष गोयल यह बजट पेश करेंगे.
राष्ट्रपति कोविंद ने संबोधन में कहा:
- गरीबों के लिए मुफ्त डायलिसिस की सेवा उपलब्ध कराई गई
- इंद्र धनुष योजना शुरू की गई
- सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, जिला अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है
- 600 जिलों में औषधि केंद्र खोले गए
- कई शहरों में नए एम्स का निर्माण काम किया जा रहा है.
- कुपोषण के लिए पोषण मिशन
- शहरों में अपना घर बनाना सामान्य परिवार के लिए आसान हुआ
- रेरा कानून के लाखों लोगों को फायदा पहुंचा
साल 18 हजार से
- ज्यादा गांव बिजली से दूर थे, आज लगभग सभी गांवों में बिजली पहुंच चुकी है.
- 6 करोड़ से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए गए
- मध्यम परिवार पर इलाज का खर्च कम से कम हो
- गरीबों के लिए शुरू की आयुष्मान योजना
- सिर्फ 1 रुपये के प्रीमियम और 90 पैसे प्रति दिन के प्रीमियम के जरिए 21 करोड़ लोगों को जीवन बीमा की सुविधा
राष्ट्रपति कोविंद ने सदन को संबोधित किया. संबोधन के दौरान क्या-क्या कहा:
- सरकार ने देश की साख बढ़ाई
- देश के लिए यह साल बेहद आम रहा
- 4 साल में नई आशा का संचार हुआ
- नागरिक का दर्द समझने वाली सरकार
- 9 करोड़ से ज्यादा शौचालय बने
- 2014 से पहले देश में निराशा का दौर था
- ग्रामीण स्वच्छता का दायरा बढ़ा