यूपी बोर्डः पंद्रह दिन में जांची जाएंगी तीन करोड़ 20 लाख कॉपियां

यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन आठ मार्च से शुरू होने जा रहा है। 15 दिनों में कुल तीन करोड़ 20 लाख कॉपियां जांचे का जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसके लिए एक लाख 24 हजार 796 परीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यूपी बोर्ड ने अप्रैल अंत में हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम जारी करने की तैयारी कर रखी है।

मूल्यांकन के लिए प्रदेश में कुल 230 केंद्र बनाए गए हैं और सभी परीक्षकों की ड्यूटी केंद्रों पर लगा दी गई है। हाईस्कूल की कुल एक करोड़ 90 लाख कॉपियों का मूल्यांकन होना है। इसके लिए 79 हजार 64 परीक्षक लगाए गए हैं। वहीं, इंटरमीडिएट की एक करोड़ तीन लाख कॉपियां जांची जानी हैं और इसके लिए 45 हजार 732 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।

शासन की ओर से स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि कॉपियों के मूल्यांकन का काम 15 दिनों में पूरा कर लिया जाए। हालांकि, मूल्यांकन शुरू होने में केवल पांच दिन बाकी रह गए हैं। वक्त कम बचा है और इस दौरान कॉपियों को मूल्यांकन केंद्रों में पहुंचाना भी है।

ELECTION 2019::यूपी के सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम के साथ लगेंगी वीवीपैट मशीनें: चुनाव आयोग,EVM मशीनों पर सबको विश्वास।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर कुछ राजनीतिक दलों की आपत्तियों पर कहा कि देश में ईवीएम को फुटबॉल बना दिया गया है।

अरोड़ा ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों के बारे में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में कहा कि देश में दो दशकों से ज्यादा समय से ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर हम 2014 के लोकसभा चुनाव को लें तो ईवीएम से एक नतीजा आया। उसके चार महीने बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में नतीजा बिल्कुल दूसरा आया।

उन्होंने कहा, ‘हमने जाने-अनजाने में ईवीएम को पूरे देश में फुटबॉल बना दिया। अगर रिजल्ट एक्स है तो ईवीएम ठीक है, अगर नतीजा वाई है तो ईवीएम खराब है।’

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि इसके बाद भी हमने लोगों की भावना का संज्ञान लेते हुए वीवीपैट की व्यवस्था की। इसमें कुछ शुरुआती दिक्कतें आईं। मगर उनकी भी व्यवस्था कर ली गयी है।

उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी स्पष्ट कर दिया है कि देश में मतपत्रों से मतदान की व्यवस्था बहाल नहीं की जाएगी। अरोड़ा ने कहा कि ईवीएम का निर्माण रक्षा उपकरण बनाने वाली ‘हाईली सिक्योर’ कम्पनियां भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (ईसीआईएल) करती हैं।

ईवीएम की व्यवस्था की निगरानी के लिये एक तकनीकी परामर्शदात्री समिति है, जिसके पास निर्णायक शक्ति है। वह ताकत चुनाव आयोग के पास भी नहीं है। उस समिति में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ शामिल हैं, लिहाजा संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है।

आचार संहिता का होगा कड़ाई से पालन: चुनाव आयोग
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शीपूर्ण तरीके से कराने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा है कि चुनाव के दौरान आचार संहिता का कड़ाई से पालन होगा और हर शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई की जाएगी।

अरोड़ा ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पिछले तीन दिनों से चल रही बैठकों के दौर के बाद शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आयोग के साथ बैठक में राजनीतिक दलों ने जातीय, साम्प्रदायिक भाषणों पर रोक लगाने, चुनाव के दौरान शत प्रतिशत केन्द्रीय बलों की तैनाती करने, मतदाता सूची में गड़बड़ियां सुधारने, मतदाता सूची को आधार से जोड़ने और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से मतदान की गोपनीयता सुनिश्चित करने समेत अनेक मुद्दे उठाए।

उन्होंने कहा कि आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के लिए संकल्पबद्ध है। आयोग आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करायेगा और चुनाव से जुड़ी हर शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई होगी।

इस सवाल पर कि क्या पाकिस्तान में वायु सेना के हमले के बाद पैदा सूरतेहाल में चुनाव समय से हो सकेंगे, अरोड़ा ने कहा कि चुनाव समय पर ही होंगे।

उन्होंने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश में ‘सी-विजिल’ मोबाइल एप्लीकेशन जारी किया जाएगा, जिस पर कोई भी नागरिक चुनाव से सम्बन्धित शिकायत दर्ज करा सकता है। शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखने का विकल्प भी होगा।

उन्होंने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश में ‘सी-विजिल’ मोबाइल एप्लीकेशन जारी किया जाएगा, जिस पर कोई भी नागरिक चुनाव से सम्बन्धित शिकायत दर्ज करा सकता है। शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखने का विकल्प भी होगा।

आयोग उन शिकायतों पर हुई कार्रवाई को अपने खर्च पर अखबारों में छपवायेगा। सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिये एमसीएमसी कमेटियों में एक-एक सोशल मीडिया विशेषज्ञ की तैनाती होगी।

उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश के सभी एक लाख 63 हजार 331 मतदान केन्द्रों पर ईवीएम के साथ-साथ वीवीपैट का प्रयोग किया जाएगा। वीवीपैट मशीन के उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिये शुरू किये गये अभियान को बूथ स्तर तक ले जाने की कोशिश की जाएगी।

अरोड़ा ने बताया कि लोकसभा के आगामी चुनाव में फार्म 26 में दिये जाने वाले शपथपत्र में अब प्रत्याशियों को अपनी पत्नी अथवा पति, आश्रित पुत्र, पुत्री और एचयूएफ (अविभाजित हिन्दू परिवार) के पांच सालों की आय का विवरण देना होगा

UP POLICE CONSTABLE RESULT 2019:: पिछले साल के एग्जाम के रिजल्ट घोषित, पूरी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें, ऐसे देखें अपना रिजल्ट👉

UP Police Constable result 2019 declared:  यू उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (uppbpb) ने पुलिस एवं पीएसी में सिपाही (कांस्टेबल) के 41520 पदों पर सीधी भर्ती के लिए लिए कराई गई परीक्षा का परिणाम सोमवार देर शाम घोषित कर दिया था

 बता दें कि पहले स्टेज की लिखित परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को दूसरे स्टेज के शारीरिक मानक परीक्षण के लिए बुलाया जाएगा. जिसके बाद उम्मीदवारों को डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कराने होंगे और फिर शारीरिक दक्षता परीक्षा देनी होगी.

उम्मीदवार अपना रिजल्ट चेक करने के लिए नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करें.👇👇👇👇👇👇

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ऐसे चेक करें अपना रिजल्ट-

स्टेप 1: उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट uppbpb.gov.in पर जाएं.
स्टेप 2: वेबसाइट पर दिए गए रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करें.
स्टेप 3: अब उम्मीदवारों की स्क्रीन पर एक पीडीएफ आ जाएगी.
स्टेप 4: उस पीडीएफ में आपका रजिस्ट्रेशन नंबर दिया होगा.
स्टेप 5: आप पीडीएफ का प्रिंट ऑउट ले सकते हैं.
स्टेप 6: डाउनलोड के ऑप्शन पर क्लिक कर आप पीडीएफ डाउनलोड भी कर सकते

 

लखनऊ यूनिवर्सिटीः 38 केंद्रों पर होंगी वार्षिक परीक्षाएं, यहां देखें सूची

लखनऊ विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा के लिए इस साल 38 केंद्र बनाए गए हैं। बीए, बीएससी, बीकॉम, बीए ऑनर्स और बीएलएड पाठ्यक्रमों की द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षा के लिए कुल 49 हजार 72 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं

परीक्षाएं 25 फरवरी से 10 अप्रैल के बीच आयोजित हाेंगी। विवि ने पिछले साल के मुकाबले परीक्षा केंद्रों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि माना जा रहा था कि इस साल से प्रथम वर्ष में सेमेस्टर प्रणाली लागू होने की वजह से वार्षिक परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या में कमी को देखते हुए केंद्रों की संख्या कम हो सकती है।

परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा ने सोमवार को परीक्षा केंद्र के नामों की घोषणा कर दी। 38 में से 22 रेग्युलर कॉलेेज हैं जबकि 16 कॉलेज सेल्फ फाइनेंस के हैं। बीए द्वितीय वर्ष में 13,290, बीए तृतीय वर्ष में 12,548, बीकॉम द्वितीय वर्ष में 7,712, बीकॉम तृतीय वर्ष में 8,203, बीएससी द्वितीय वर्ष में 2,660, बीएससी तृतीय वर्ष में 2,839, बीएलएड प्रथम वर्ष में 861, बीएलएड द्वितीय वर्ष में 770, बीएससी होमसाइंस द्वितीय वर्ष में 69, बीएससी होम साइंस तृतीय वर्ष में 60, बीए ऑनर्स तृतीय वर्ष में 52 और बीए ऑनर्स द्वितीय वर्ष में चार विद्यार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा दो पालियों में होनी हैं।