कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा कराने का फैसला बहुत सोच विचार कर लेना चाहती है. इसके लिए सभी राज्य सरक…
कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा कराने का फैसला बहुत सोच विचार कर लेना चाहती है. इसके लिए सभी राज्य सरकारों से भी राय मांगी गई है. बता दें कि वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का प्लान है कि सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त तक आयोजित कराई जाए. आइए जानें बोर्ड ने किस तरह प्लान के साथ प्लान बी भी तैयार किया है.
कोविड-19 की दूसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीबीएसई, सीआईएससीई समेत विभिन्न राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं व अन्य प्रवेश परीक्षाएं लगातार पोस्टपोन ह…ऐसे में सरकार ने राज्यों से वहां की स्थिति को देखते हुए जरूरी विषयों के साथ 12वीं की संक्षिप्त प्रारूप में परीक्षा कराने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि दिल्ली सरकार ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि पहले बोर्ड परीक्षार्थियों और ड्यूटी में तैनात होने वाले शिक्षकों का टीकाकरण किया जाए, तभी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएं
सीबीएसई बोर्ड की ओर से क्या हैं एग्जाम को लेकर दो प्लान
सीबीएसई ने प्रस्तावित किया है कि बोर्ड परीक्षा केवल कुछ प्रमुख विषयों की आयोजित की जाए. इसके अलावा एग्जाम की अवधि 3 घंटे के बजाय 1.5 घंटे तक की जाए. शिक्षामंत्रियों की बैठक में अधिकांश राज्य के शिक्षा मंत्रियों ने बाद वाले विकल्प का समर्थन किया. हालांकि, कुछ ने हल्के फुल्के बदलाव की भी मांग की, जानिए वो क्या हैं
एक विकल्प के अनुसार 1.5-घंटे या 90-मिनट की परीक्षा का परीक्षा पैटर्न अलग होगा. इसमें केवल MCQप्रश्न होंगे ताकि छात्र दिए गए समय में परीक्षा पूरी कर सकें. सीबीएसई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि परीक्षा छात्रों के अपने स्कूलों में आयोजित की जाएगी और उन्हें एक भाषा विषय और तीन ऐच्छिक के लिए उपस्थित होना होगा।
परीक्षा के लिए फिलहाल एक टेम्परेरी टाइम टेबल तैयार किया गया है, जिसके अनुसार परीक्षा दो चरणों में 15 जुलाई से एक अगस्त तक और दूसरे चरण में 6 अगस्त अगस्त से 26 अगस्त तक आयोजित की जाएगी. इसमें रविवार को भी परीक्षा कराने का प्रस्ताव शामिल है.