75 हजार पेंशन, फिर भी 15 हजार का मोह, सेवानिवृत्त होने के बावजूद संविदा पर पढ़ा रहे कई अध्यापक
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 112 पदों में से 78 पद रिक्त चल रहे हैं। व्याकरण, धर्म शास्त्र, मीमांसा, जैन दर्शन विभाग में एक भी अध्यापक नहीं हैं। इसे देखते हुए सेवानिवृत्त शिक्षकों को 15 हजार रुपये मासिक मानदेय पर रखा गया है। खास बात यह है कि सेवानिवृत्त अध्यापक करीब 75 हजार रुपये मासिक पेंशन पाने के बावजूद 15 हजार रुपये में पढ़ाने का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। इसके चलते बेरोजगार युवकों को पढ़ाने का अवसर नहीं मिल पा रहा है।
सेवानिवृत्त अध्यापकों को मानदेय पर नियुक्ति करने के बावजूद तमाम विभागों में अब भी पद रिक्त हैं। इन रिक्त पदों पर संविदा पर नियुक्ति के लिए अतिथि व्याख्याताओं का साक्षात्कार 13 से 20 अगस्त तक कुलपति आवास पर होगा। विवि में संविदा पर पढ़ाने वाले अध्यापक सशंकित हैं। वर्षो से संविदा पर पढ़ाने के बाद अब विश्वविद्यालय से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। संविदा पर कार्यरत शिक्षकों का कहना है कि यदि संविदा को आगे बढ़ाना होता तो विश्वविद्यालय फिर सभी पदों पर साक्षात्कार नहीं बुलाता। उन्होंने विश्वविद्यालय पर अपने चहेते की नियुक्ति संविदा पर करने का आरोप लगाया है। यही नहीं उन्होंने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, यूजीसी, कुलाधिपति व मुख्यमंत्री से भी की है।
संविदा पर अध्यापकों की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार की तिथि :
13 अगस्त : वेद, ज्योतिष, व्याकरण
14 अगस्त : साहित्य, संगीत (गायन, सितार, तबला), पुराणोतिहास, प्राचीन राजशास्त्र- अर्थशास्त्र।
17 अगस्त : न्याय वैशेषिक, सांख्य योगतंत्रगत, वेदांत, तुलनात्मक धर्म दर्शन, बौद्ध दर्शन, जैन दर्शन, पालि व थेरवाद, संस्कृत विद्या,
20 अगस्त : शिक्षा शास्त्र, विज्ञान, आधुनिक भाषा के तहत (भाषा विज्ञान, जर्मन, रूसी, नेपाली, हंिदूी, फ्रेंच, तिब्बती व अंग्रेजी)।