फतेहपुर : शैक्षिक संवर्धन के लिए शासन द्वारा समय समय पर तमाम प्रयास किए जाते रहे हैं। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में शासन ने एक दीक्षा एप लांच किया है। इस एप के जरिए गुरुजी पठन-पाठन में आने वाली दिक्कतों को के निवारण का रास्ता जान सकते हैं। हर पाठ में छपे क्यूआर कोड के स्कैन करने के बाद उसके पठन-पाठन के लिए वीडियो-आडियो सहित सरलीकृत रूप में बोधगम्य तरीका आ जाता है। इस तरीके को अपनाने से शिक्षक बेहतर शिक्षा बच्चों के सामने परोस सकते हैं।
बेसिक शिक्षा के स्कूलों के साथ माध्यमिक शिक्षा के कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों के लिए निश्शुल्क किताबों का वितरण शासन के आदेश पर कराया गया है। विभिन्न विषयों की किताबों के पढ़ाए जाने के क्रम में तमाम जगहों में शिक्षक-शिक्षिकाएं विषयों को लेकर परेशान हो जाती हैं। पढ़ाने का सही तरीका न मालूम होने पर दूसरों की मदद लेती हैं। कभी कभी जानकारी के अभाव में गलत तथ्यों को बताया जाता है। आमतौर पर होता कि हर व्यक्ति का कोई प्रिय विषय होता है तो कोई अप्रिय विषय या फिर कठिन लगता है। ऐसी तमाम समस्याओं का अंत शासन ने कर दिया है। शासन ने दीक्षा एप लांच किया है। जिले में अभी इस एप को लेकर जागरूकता का अभाव दिख रहा है। वहीं कुछ ऐसे शिक्षक भी हैं जो इसे अभियान मानकर दूसरे साथियों को एप लोड करने फिर उससे सहगामी पाठ्यक्रम को देखकर पढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। शिक्षा के स्तर को उठाने में खासा महत्वपूर्ण है।
एप मलवां ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पहरवापुर की शिक्षिका नीलम भदौरिया बताती हैं कि दीक्षा एप बहुत ही अच्छा माध्यम है। इस एप को किसी भी एंड्राइड मोबाइल में प्ले-स्टोर से डाउन लोड किया जा सकता है। एप के लोड कर लेने के बाद जिस विषय के जिस पाठ में दिक्कत आ रही हो उसके निजात का रास्ता समझा जा सकता है। बेसिक शिक्षामंत्री के हाथों से सम्मानित हो चुकी जागरूक शिक्षिका श्रीमती भदौरिया कहती हैं कि शासन का यह प्रयास बेहद सराहनीय है। एप के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करते ही उस पाठ को किस तरह से पढ़ाया जाना है आडियो-वीडियो सहित विभिन्न विधियों को जाना जा सकता है। वह इस एप का भरपूर उपयोग कर रही है एवं दूसरों को भी बता रही हैं। जो विषय अथवा पाठ आता है उसको भी एक बार एप के माध्यम से समझने में संकोच नहीं करती हैं। कारण यहां पर बताई गई बातें शोध आधारित होती है तो बच्चों के लिए सुग्राही साबित होती हैं।
जिले स्तर में आयोजित होगी कार्यशाला निश्शुल्क किताबों के वितरण के साथ अब दीक्षा एप के उपयोग के लिए जिले में कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिससे कि अधिक से अधिक लोग एप का उपयोग कर सके और बच्चों में उसका लाभ दिया जा सके। एप में बताए गए टिप्स बच्चों के लिए बेहद रुचिकर साबित हो चुके हैं। मौजूदा समय में हर शिक्षक-शिक्षिका के पास एंड्राइड फोन है इसलिए एप का सदुपयोग कराया जाएगा।
-शिवेंद्र प्रताप सिंह (जिला शिक्षा अधिकारी फतेहपुर)