कुम्भ मेला 2019 जाते-जाते प्रयागराज वालों की खूब कमाई करा गया। मेले के दौरान प्रयागराज की प्रतिदिन की जनसंख्या और उनके खर्च के सामान्य आकलन के अनुसार लगभग 10 अरब रुपये का कारोबार शहर में हुआ। इसमें सबसे ज्यादा फायदा तो फुटकर व्यापारियों का हुआ लेकिन होटल, टूर एवं ट्रैवेल्स कंपनियों ने भी जमकर कमाई की।
कुम्भ मेले के दौरान लगभग 10 लाख कल्पवासी ही प्रयागराज में प्रतिदिन रहे। इसके साथ ही लगभग 10 लाख लोगों का रोजाना आना जाना हुआ। लोगों के आने-जाने ठहरने, खाने-पीने का औसत खर्च भी अगर 500 रुपये मान लिया जाए तो कम से कम 10 अरब रुपये का कारोबार हुआ है।
खाने पीने का सबसे ज्यादा फायदा
सबसे ज्यादा फायदा खाने-पीने और फुटकर व्यापारियों को हुआ। खाने पीने सब्जी, तिलहन और दलहन बाजार में कमाई हुई। व्यापारियों का मानना है कि प्रतिदिन डेढ़ से दो करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
होटल व्यापारियों की बल्ले-बल्ले
होटल व्यापारियों की सबसे ज्यादा बल्ले बल्ले रही। होटलों के सारे कमरे बुक रहे। खुद होटल व्यापारियों का मानना है कि दो से तीन करोड़ रुपये के बीच का कारोबार रोज का रहा। छोटे-बड़े होटल की कुल कमाई के साथ ही खाना पहुंचाने और दूसरे काम से भी फायदा हुआ है। लगभग सभी होटलों के रेट मेले के दौरान दो से तीन गुने तक बढ़े। दो हजार रुपये के सामान्य दिनों के कमरे वाले होटल वालों ने भी मेले के दौरान छह से आठ हजार रुपये तक चार्ज किया।
इसके साथ ही टूर एंड ट्रैवेल्स वालों की ओर से भी खूब कमाई हुई है। टूर एंड ट्रैवेल्स की जो भी गाड़ियां मेले के दौरान आईं उनकी खूब कमाई हुई। आठ से 10 रुपये प्रतिकिलोमीटर का रेट रखने वाले वाहनों की कमाई मेले के दौरान 12 से 14 रुपये प्रतिकिलोमीटर के रेट पर हुई