फर्रुखाबाद। शिक्षण कार्य से गायब रहने के बावजूद जबरन हाजिरी भरने और कंपोजिट ग्रांट में की गई अनियमितता के आरोप में बीएसए ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। बीएसए ने दोनों मामलों की जांच के भी आदेश दिए।
खंड शिक्षा अधिकारी कमालगंज ने 9 जनवरी को प्राथमिक विद्यालय कंझाना का निरीक्षण किया था। विद्यालय के सहायक अध्यापक व शिक्षामित्रों ने आरोप लगाया कि पुरानी उपस्थिति पंजिका एवं पत्र व्यवहार रजिस्टर प्रधानाध्यापक मनीष कटियार ने गायब कर दिया है। उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रधानाध्यापक ने नई उपस्थिति पंजिका बनाई और पूरे स्टाफ के फर्जी हस्ताक्षर किए। सहायक अध्यापक सत्यभान ने एक नवंबर 2020 को नई उपस्थिति पंजिका बनाई। प्रधानाध्यापक ने उसे फाड़ दिया। आरोप है कि वर्ष 2018- 19 व 2019 20 की कंपोजिट ग्रांट नियमित उपभोग न कर वित्तीय अनियमितता की गई। बीईओ की रिपोर्ट पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी नवाबगंज को दी गई है ।
दूसरे मामले में 8 जनवरी को बीईओ ने प्राथमिक विद्यालय कोरीखेड़ा का निरीक्षण किया था। उनको विद्यालय स्टाफ ने बताया कि सहायक अध्यापक सुशील कुमार 1 से 20 दिसंबर तक विद्यालय से अनुपस्थित रहे । इसके बावजूद उपस्थिति पंजिका में जबरन हस्ताक्षर कर दिए । बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने सुशील कुमार को निलंबित कर दिया है। इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी शमसाबाद को दी है।