परिषदीय विद्यालयों के लिए 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। आक्रोशित अभ्यर्थियों ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव कर परीक्षा निरस्त करने की मांग की। वहीं सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी का कहना था कि प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है।रविवार को सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले प्रयागराज के सलोरी इलाके में स्थित प्यारी नंदन उमराव सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र पर एक व्यक्ति प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी के साथ परीक्षार्थियों के बीच पहुंचकर प्रश्नपत्र की सत्यता के बारे में बात करने लगा। इस बीच उस व्यक्ति ने कई परीक्षार्थियों के व्हाट्सएप पर प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी साझा कर दी।
डेढ़ बजे परीक्षा के बाद बाहर आए अभ्यर्थियों ने जब प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी कर मिलान किया तो वह पूरी तरह से सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्नपत्र और उत्तर जैसा ही था। पर्चा आउट होने की बात परीक्षार्थियों के बीच फैलते ही उनमें आक्रोश फैल गया। शिक्षक भर्ती में एक बार फिर से गड़बड़ी की बात टीईटी पास अभ्यर्थियों के बीच फैलते ही वह एकजुट होकर शाम चार से पांच बजे के बीच एलनगंज स्थित सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पहुंच गए।
परीक्षार्थियों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का घेराव कर सवाल उठाया कि आखिर में सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र एवं उत्तर कुंजी का स्क्रीनशॉट 10.47 बजे पर कैसे आ गया जबकि परीक्षा 11 बजे से शुरू हुई। अमर उजाला के पास परीक्षार्थियों के पास आए स्क्रीनशॉट की कॉपी मौजूद है। परीक्षार्थियों ने परीक्षा निरस्त करने की मांग की।
परीक्षार्थियों के आरोप पर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा कि पर्चा कहीं आउट नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी वायरल करने वाले वही लोग हैं, जो परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्नपत्र की सत्यता की जांच के बाद ही इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में परीक्षा केंद्रों पर जो नकल करने की कोशिश किए वह पकड़े गए। प्रश्नपत्र कहीं लीक नहीं हुआ।
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