यूपी बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति: सात महीने से अटका है मामला, शिक्षकों ने डाला लखनऊ में डेरा
तबादला पाए शिक्षकों का स्कूल आवंटन ही नहीं हुआ। इससे अन्य प्रक्रिया भी बाधित है। उन्होंने दस साल में शुरू हुई प्रमोशन प्रक्रिया अधर में लटकने से शिक्षक अवसादग्रस्त हैं।
बेसिक के विद्यालयों के शिक्षकों से जुड़ी एक भी प्रक्रिया नए सत्र में पूरी नहीं होती दिख रही है। विभाग की ओर से फरवरी 2023 से शिक्षकों की पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की गई थी। लगभग सात माह होने को हैं और अभी तक यह पूरी नहीं हो सकी। इससे नाराज शिक्षकों ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से मिलकर अपनी बात रखी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से उनके आवास पर मिले शिक्षकों ने बताया कि किस तरह से एक के बाद उनकी तबादला, परस्पर तबादला व पदोन्नति प्रक्रिया फंसी हुई है। उप मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव से इस संबंध में बातकर जल्द एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादला प्रक्रिया व पदोन्नति प्रक्रिया पूरी कराने का आश्वासन दिया।
इसके बाद शिक्षक बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया। इसी क्रम में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से मिले शिक्षकों ने कहा की एक से दूसरे जिले के तबादले के बाद परस्पर तबादला पूरा होना था। किंतु आज तक तबादला पाए शिक्षकों का स्कूल आवंटन ही नहीं हुआ। इससे अन्य प्रक्रिया भी बाधित है। उन्होंने दस साल में शुरू हुई प्रमोशन प्रक्रिया अधर में लटकने से शिक्षक अवसादग्रस्त हैं।
महानिदेशक ने शिक्षकों के विद्यालय आवंटन के बाद पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करने का आश्वासन दिया।
उपमुख्यमंत्री व महानिदेशक से मिलने वालों में शिक्षक निर्भय सिंह, प्रमोद पांडेय, भूपेंद्र राय, अमिताभ मिश्रा, सदानंद मिश्रा, प्रभाकर त्रिपाठी, रोहित शुक्ला, गणेश दीक्षित, जितेंद्र पाल, ऋतेश मिश्रा, विवेक मिश्रा आदि शिक्षक शामिल थे।