आजमगढ़। आज ही के दिन 25 जुलाई 2017 को तीन वर्षों से सहायक अध्यापक पद पर काम कर रहे शिक्षा मित्रों को उच्चतम न्यायालय के एक आदेश पर प्रदेश सरकार द्वारा सहायक अध्यापक पद से हटाते हुए पुनः शिक्षा मित्र पद पर रखते हुए वेतन 40 हजार से घटाकर 10 हजार कर दिया गया अपनी आवश्यकता बढ़ा चुके शिक्षा मित्रों के इतने अल्प आय मे परिवार चलाना दूभर हो गया। नौकरी की सुरक्षा में संसय एव आर्थिक तंगी से बेहाल विगत दो वर्षों मे हजार से अधिक शिक्षा मित्र असामयिक मृत्यु का शिकार हुए सिर्फ इस जुलाई मे दर्जन भर से अधिक शिक्षा मित्र काल के गाल मे समा गये।
शिक्षा मित्र नेता अनिल विश्वकर्मा मृत अपने साथियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सरकार से सुरक्षित रोजगार एवं सम्मान जनक वेतन की मांग की जिससे आर्थिक तंगी एवं नौकरी की असुरक्षा के दबाव से हो रही लगातार मौतों को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा मे अपने जीवन का अमूल्य 20 वर्ष बिताने के बाद उम्र के इस पड़ाव पर नये रोजगार की तलाश करना आसान नही तथा महंगाई के इस दौर मे दस हजार मे परिवार चलाना भी सम्भव नही है इसलिए सरकार द्वारा तुरंत पहल करते सार्थक निर्णय लिया जाना चाहिए