बड़े ही दुख की बात है की आज 5 सितंबर जोकि अध्यापकों का दिन माना जाता सभी जगह अध्यापकों को पुरस्कृत किया जाता है समाज उनके बताए हुए रास्तों पर चलता है पर शायद कोई यह कल्पना नहीं कर सकता कि वह अध्यापक जो संपूर्ण समाज को आगे ले जाने का प्रयत्न करता है बालक का संपूर्ण विकास करता है आज खुद सड़कों पर अपने सम्मान के लिए लड़ा रहा है यह महज एक संयोग नहीं है परंतु शिक्षकों के ऊपर थोपे जाने वाली हिटलर वादी नियम और कानून जो उन्हें विवश करते हैं अपने सम्मान को प्राप्त करने के लिए लड़ाई करने पर , आज सभी अध्यापक एक है और तब तक एक रहेंगे जब तक उन्हें भरोसा नहीं हो जाता समाज में उनके पुराने पहचान की
समस्त शिक्षक भाई व बहनों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ यह अपील है कि सरकार द्वारा प्रेरणा ऐप लागू करने से सभी शिक्षकों के मान सम्मान व प्रतिष्ठा पर कुठाराघात किया गया है अतएव आप सभी से पुनःनिवेदन है कि प्रेरणा ऐप के विरोध में आज सभी शिक्षक साथी शत प्रतिशत अपनी ताकत दिखाकर प्रेरणा ऐप के विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।