शिक्षामित्रों ने भी मांगी 62 साल में सेवानिवृत्ति, 20 फरवरी को होने वाले महासम्मेलन वेतन बढ़ाने की मांग और यह मुद्दा उठाएंगे
लखनऊ। प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों ने नियमित शिक्षकों की तरह सेवानिवृत्ति अवधि को 62 वर्ष तक निर्धारित करने की मांग की है। वहीं 20 फरवरी को रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाले महासम्मेलन को लेकर सभी संगठन एकजुट हैं। सम्मेलन में भी शिक्षा मित्र इस मांग को उठाएंगे। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सरकार ने शिक्षामित्रों की सेवा अवधि 60 साल तय की थी।
बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा है कि सभी परिषदीय शिक्षकों की सेवानिवृत्त अवधि 62 वर्ष है। ऐसे में मात्र शिक्षामित्रों के लिए शासन ने सेवानिवृत्त का समय 60 साल करके उनके साथ अन्याय किया है। सरकार को इस आदेश को रद्द करना चाहिए। शिक्षामित्रों का भी सेवानिवृत्त की आयु परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की भांति 62 वर्ष करनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा मित्रों को भी। सातवें वेतन का लाभ दिया जाए। क्योंकि शिक्षा मित्र भी 20 साल से काम कर रहे हैं। मात्र 10 हजार रुपए में उनके लिए परिवार चलाना संभव नहीं हो पा रहा है।