मोदी सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बड़ा लाभ देने जा रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 13 लाख से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और 11 लाख से अधिक सहायिकाओं को 50 लाख रुपये के बीमा का लाभ मिलेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना जागरूकता और निगरानी अभियान तथा घर-घर राशन वितरण जैसी गतिविधियों में शामिल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को योजना के तहत कवर किया जाएगा।
बता दें कि कोरोना काल में आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स ने कोरोना ड्यूटी पर रहते हुए जोखिम भत्ता और बीमा कवर की अपनी मांग रख रहीं थीं। इसके साथ ही वो नियुक्तियों को नियमित करने की मांग को लेकर देशव्यापी हड़ताल भी कर रहीं थीं। उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में आशा कार्यकर्ता कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से अपनी काम करने की स्थिति और कम वेतन का विरोध कर रहीं थीं।
अपने सामान्य काम और कोरोना ड्यूटी के अलावा, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शहरी क्षेत्रों से कटे हुए हाशिए के लोगों के दरवाजे तक कोरोना टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ा रही हैं।
गौरतलब है कि आशा कार्यकर्ता किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों के लिए संपर्क का पहला बिंदु हैं। वे भारत के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जुड़े हुए हैं और उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को सबसे वंचित और सबसे हाशिए पर लाकर भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को विकेंद्रीकृत करने में मदद की है। आशा कार्यकर्ताओं ने संस्थागत प्रसव में सहायता करके मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद की है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर बच्चों के लिए सरकार के पोषण कार्यक्रम को चलाने की भी जिम्मेदारी है।