गोरखपुर : मध्याह्न भोजन निधि खाते में प्रेषित धनराशि एवं व्यय धनराशि का मिलान करने व कोई अनियमितता होने पर सूचना देने हेतु निर्देश जारी

मॉडल कॉलेज में डीएम को मिलीं खामियां

बांदा : डीएम हीरालाल ने गुरुवार को पचनेही (बड़ोखर खुर्द) स्थित राजकीय माडल इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। यहां उन्हें गंदगी सहित कई खामियां मिलीं। शैक्षिक गुण?वत्ता न्यून होने पर उन्होंने प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाई और कार्रवाई की चेतावनी दी।

डीएम ने कॉलेज के निरीक्षण में नवनिर्मित विद्यालय की खिड़कियां व शीशे टूटे होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। विद्यालय परिसर में बेहद गंदगी व धूल जमा मिली। छत पर देखा तो पेड़ पौधे उगे थे। पानी जमा था। डीएम ने प्रबंधक से कहा कि प्रधान, सचिव, लेखपाल इस पर तत्काल अभियान चलाएं। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।विद्यालय के खेल मैदान में सफाई कराने को सप्ताह भर का समय दिया। कहा कि यहां फलदार व फूलदार पौधे लगाए जाएं। क्लासवार बच्चों से उन्होंने सवाल भी किए। लेकिन बच्चे मुंह ताकते रह गए। इस पर डीएम ने कहा कि शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ तो अगले माह कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

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हस्ताक्षर न मिलने पर खफा

बांदा : डीएम हीरालाल ने बड़ोखर ब्लाक के झील का पुरवा स्थित पूर्व व प्राथमिक विद्यालय में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बीएसए से कहा कि परिषदीय विद्यालयों में वह क्षमता है जो अन्य में नहीं। बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जाए। कक्षावार उपस्थिति रजिस्टर में बच्चों के हस्ताक्षर करवाए जाएं। बीएसए हरिश्चंद्रनाथ ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर बीइओ जगत ¨सह राजपूत, कमल ¨सह, अंजू दमेले, विधु त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

दायित्वों के प्रति शिक्षकों की लापरवाही नहीं होगी क्षम्य

बलिया : बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में दायित्वों के प्रति शिक्षकों की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। वे समय पर विद्यालय तो जाएं ही, खुद के विद्यालय में प्रवेश के मुताबिक 80 प्रतिशत उपस्थिति भी सुनिश्चित कराएं। शिक्षक यदि अपनी जिम्मेदारियों का सही तरह से निर्वहन करेंगे तो वहां बच्चों की संख्या भी अच्छी होगी। विद्यालयों में बच्चों की दैनिक उपस्थिति ही शिक्षकों की कार्यशैली बयां करती हैं।

शैक्षणिक माहौल में सुधार के लिए आगामी 17 व 18 जनवरी को सिकंदरपुर में एक वर्कशाप के जरिए नए शिक्षकों को स्मार्ट क्लास चलाने वाले शिक्षक पढ़ाने के अलग टिप्स देंगे। इसके अलावा एक ही परिसर में चलने वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विलय की तैयारी है। दोनों अलग-अलग विद्यालय अब एक में होंगे और वहां प्रधानाध्यापक भी एक ही रहेंगे। बीएसए गुरुवार को दैनिक जागरण के प्रश्न प्रहर में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। प्रस्तुत है सवाल-जवाब के प्रमुख अंश-: प्रश्न : एकवनी के एक स्कूल में फर्जी रुप से एक व्यक्ति नौकरी कर रहा है। उसके संबंध में मैने आपसे शिकायत भी की थी। अभी तक कुछ नहीं हुआ।

उत्तर : इस मामले में जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को लिखा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद हर हाल में कार्रवाई होगी।

प्रश्न : सिकंदरपुर में एक ही परिसर में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। जब भी छुट्टी होती है तो बच्चे वहां के एनएच से जान पर खतरा मोल घर पहुंचते हैं। शिक्षक उन्हें पंक्तिबद्ध तरीके से नहीं छोड़ते।

उत्तर : आपने बहुत ही अहम सवाल किया है, मै वहां के शिक्षकों को तत्काल निर्देश जारी करता हूं कि वे बच्चों का घर पहुंचने तक विशेष ख्याल रखें। बच्चा जबतक घर नहीं पहुंच जाता, शिक्षकों को भी उनपर नजर रखनी चाहिए।

प्रश्न : मै रतसर के विद्यालय नम्बर चार से शिक्षक बोल रहा हूं, यहां विद्यालय में शौचालय नहीं है, जिससे बहुत दिक्कत होती है।

उत्तर : आप अपने प्रधानाध्यापक से बात कराएं। इसकी लिखित जानकारी प्रधानाध्यापक दें, किस वजह से वहां शौचालय नहीं बन पाया है।

प्रश्न : सिकंदरपुर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई बिल्कुल नहीं हो रही है। इस बात की शिकायत भी मैंने लिखित रूप से किया था। इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

उत्तर : ऐसी बात नहीं है, लापरवाह शिक्षकों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। अभी तत्काल रेवती में औचक निरीक्षण कर बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई है। ऐसे औचक निरीक्षण सभी ब्लाकों में बिना किसी सूचना के होंगे।

प्रश्न : शहर के प्राइवेट विद्यालयों में हर साल पाठ्य-पुस्तकों का बदलाव कर किया जा रहा है, जिससे अभिभावकों को काफी खर्च का सामना करना पड़ता है। उनपर कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती।

उत्तर : इसके लिए मानक तय किया गया है। जल्द ही यह निर्देश जारी होंगे जिसमें ऐसी व्यवस्था बनेगी कि प्राइवेट विद्यालय भी तीन साल के अंदर पाठ्य पुस्तकों का बदलाव नहीं कर सकते।

प्रश्न : शहर में कई विद्यालयों की सीबीएसई से मान्यता केवल कक्षा एक से आठ तक है लेकिन उनमें हाईस्कूल तक की कक्षाओं को संचालित कर अभिभावकों से मनमाने तरीके से धनदोहन किया जा रहा है।

उत्तर : कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों की जिम्मेदारी मेरी है। उससे ऊपर की कक्षाओं के मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक से भी अपनी शिकायत करें। संबंधितों पर कार्रवाई जरूर होगी।

प्रश्न : परिषदीय विद्यालयों की दशा में सुधार हुआ है लेकिन एमडीएम में बहुत सी खामियां हैं।

उत्तर : जहां भी एमडीएम नहीं बन रहा है, वहां के विषय में बताएं कार्रवाई की जाएगी।

प्रश्न : विद्यालय में शिक्षक और शिक्षा मित्र नशे की हाल में आते हैं, पान गुटखा दिनभर चबाते हैं, वे बच्चों को क्या पढ़ाएंगे।

उत्तर : उनका नाम बताएं, ऐसे लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, सख्त सजा दी जाएगी। इन्होंने पूछे प्रश्न

अनिल कुमार अधिवक्ता सिविल लाइन, नितेश पांडेय सिकंदरपुर, कूलभूषण त्रिपाठी शिक्षक रतसड़, नवीन कुमार सिकंदरपुर, नंदकिशोर ¨सह बैरिया, मनोज कुमार जयप्रकाश नगर, रोहित ¨सह मुरलीछपरा, चंदन दुबहर, मुन्ना यदव चांददियर आदि।

BSA : Baliya

शिक्षण कार्य में लापरवाह तीन प्रधान शिक्षक निलंबित

बहराइच : शिक्षण कार्य में रुचि न लेने व अक्सर हस्ताक्षर बनाकर गायब रहने वाले तीन प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है।

बलहा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पंडितपुरवा का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष सिर्फ 16 बच्चे ही मौजूद मिले। मिड-डे- मील पंजिका के अवलोकन में गड़बड़ी की पुष्टि हुई। किताब व स्वेटर वितरण में भी पारदर्शिता नहीं मिली। इस पर प्रधान शिक्षक जय प्रकाश ¨सह को निलंबित किया गया है। मिहींपुरवा ब्लॉक के बीईओ ने बुधवार को प्राथमिक विद्यालय राजेंद्र ¨सह पुरवा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपस्थिति पंजिका पर प्रधान शिक्षक पेशकार वर्मा के हस्ताक्षर बने मिले ,लेकिन वे स्कूल से नदारद रहे। शिक्षण व्यवस्था भी दयनीय मिली। बीईओ की रिपोर्ट पर उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह तेजवापुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय आगापुर का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में प्रधान शिक्षिका प्रीति व शिक्षामित्र शहाना परवीन अनुपस्थिति पाई गई। इन पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई है। विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था व प्रधान शिक्षकों के गैर जिम्मेदाराना रवैए को देखते हुए बीएसए ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी संस्तुति कर दी है।

इन शिक्षकों के विद्यालयों की शैक्षिक स्तर दायनीय मिली है। ड्यूटी से नदारद रहते हैं,लेकिन हस्ताक्षर बनाकर वेतन ले रहे थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।

एसके तिवारी, बीएसए, बहराइच

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