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फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर बन गई प्राइमरी टीचर, पकड़ा गया मामला
होलागढ़ ब्लाक में फर्जी नियुक्ति पत्र बनवाकर उसे प्राइमरी टीचर की नौकरी मिल गई। मामला उजागर हुआ तो जांच शुरू हो गई है।..
प्रयागराज : कुछ माह पूर्व हुई 68000 प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती में जिले में एक फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां एक युवती ने फर्जी नियुक्तिपत्र बनाकर नौकरी शुरू कर दी। शिक्षा विभाग के अफसरों की करतूत देखिए कि उन्होंने बिना जांच पड़ताल के उसे ज्वाइन करा दिया और उसने स्कूल में पढ़ाना भी शुरू कर दिया। जिले में एक अध्यापक अधिक होने पर शंका के आधार पर पड़ताल हुई तो यह फर्जीवाड़ा सामने आया।
इस भर्ती के तहत जिले में 630 शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी। जिसमें से 593 शिक्षक भर्ती हुए। सभी को ब्लाकवार ज्वाइन भी करवा दिया गया। जब पूरे जिले में नव नियुक्त शिक्षकों की संख्या गिनी गई तो पता चला कि नियुक्त तो 593 होने थे, लेकिन ज्वाइन करने वालों की संख्या 594 है। यह अधिक संख्या होलागढ़ ब्लाक में पाई गई। जब बेसिक शिक्षाधिकारी ने जांच कराई तो पाया कि प्रतापपुर में तैनात हुए होलागढ़ निवासी एक प्राइमरी शिक्षक की महिला रिश्तेदार ने यह फर्जीवाड़ा किया है।पता चला कि इस युवती ने नौकरी पाने वाले अपने रिश्तेदार का नियुक्तिपत्र लेकर उसका डुप्लीकेट तैयार करवाया। फिर उसी नंबर उसने अपना नाम डालकर होलागढ़ में अपनी तैनाती का नियुक्तिपत्र तैयार कर लिया। इसी आधार पर होलागढ़ के खंड शिक्षाधिकारी ने उसे ज्वाइन भी करा दिया। बीएसए संजय कुशवाहा ने बताया कि इस मामले में अब मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
खंड शिक्षा अधिकारी की भी होगी जांच
जिस तरह से बिना ओरिजनल कागजात देखे खंड शिक्षा अधिकारी ने इस युवती को ज्वाइन करवाया है। उससे खंड शिक्षा अधिकारी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। बीएसए ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी से भी जवाब तलब होगा और उनकी भूमिका की भी जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी कराई जाएगी।
बहराइच : प्रदर्शनी में दिखी पर्यावरण संरक्षण की झलक
बहराइच: शहर के महिला पीजी कॉलेज में पर्यावरण अध्ययन विभाग की ओर से प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें छात्राओं ने विभिन्न मॉडल प्रस्तुत कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। अच्छे मॉडल प्रस्तुत करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
मुख्य अतिथि किसान पीजी कॉलेज के वनस्पति विभाग प्रभारी डॉ. सुरेशचंद्र त्रिपाठी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हम सब को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होना होगा। प्राचार्या डॉ. मोहिनी गोयल ने कहा कि छात्राओं द्वारा बनाए गए पर्यावरण संबंधी मॉडलों से संरक्षण की सीख मिलती है। समय-समय पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। छात्राओं ने ग्रीन हाउस, ओजोनपरत संरक्षण, सोलर सिस्टम समेत अन्य मॉडल प्रदर्शनी में दिखाए। मॉडलों के उद्देश्यों के बारे में विधिवत जानकारी दी। अच्छे मॉडल प्रस्तुत करने वाली छात्रा अरीजा को पहला, साइमा, रंजना यादव को दूसरा साफिया व महिमा को तीसरा स्थान मिला। । छात्राओं की ओर से प्रस्तुत किए गए मॉडलों को सराहा गया।
पढ़ेगा तभी तो बढ़ेगा इंडिया….
चित्रकूट : अब जिले के परिषदीय स्कूलों के भवन जल्द बेहतर होंगे। डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूरल और अरबन मिशन योजना के तहत पहले चरण में मऊ व कसहाई क्लस्टर के 85 विद्यालयों को दुरुस्त किया जाएगा। जनवरी 2019 से इनमें काम शुरू होगा। संबंधित ग्राम पंचायतों के खातों मे एक करोड़ रुपये की धनराशि भेजी जा चुकी है। अलग-अलग स्कूलों में एक से लेकर पांच लाख रुपये जरूरत के हिसाब से खर्च होंगे। इससे शैक्षिक व्यवस्था भी बेहतर होगी।
यह विद्यालय किए गए चयनित
कसहाई क्लस्टर
प्राथमिक विद्यालय : खोह प्रथम, खोह द्वितीय, कोलगदहिया, कछारपुरवा, मरजादपुरवा, गदहिया, धोबिनपुरवा, कालूपुर, कुम्हारनपुरवा, कसहाई प्रथम व द्वितीय, नई दुनिया, कुंजनपुरवा।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय : खोह, कोलगदहिया, कालूपुर, नई दुनिया, कुंजनपुरवा, कसहाई प्रथम और द्वितीय।
मऊ क्लस्टर
प्राथमिक विद्यालय : बंबुरी, बरुआ, बरवार, मंडौर प्रथम व द्वितीय, बंबुरा, हरिजन बस्ती, मऊ, मऊ द्वितीय व तृतीय, मैदाना, बौसड़ा, छिपिहा, गेरुहा, डाक बंगला, मवई कला प्रथम व द्वितीय, बरमबाबा का पुरवा, मिक्खी का डेरा, मनकुआंर, दौलतपुर, भिटारी, नौबस्ता, छिवलहा प्रथम व द्वितीय, चंदई, झगरई, तिलौली, हटवा, दुबारी, सखौंहा, सुरौंधा, सुरजी का पुरवा, शेषा, शेषा का पुरवा, कटिया-पटौरी, कालूराम का पुरवा, जग्गी का डेरा, ताड़ी प्रथम व द्वितीय, चकलैय्या, अहिरी, छिवली, बालापुर।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय : ताड़ी, अहिरी, चकलैय्या, कालूराम का पुरवा, शेषा, सुरौंधा, सखौंहा, हटवा, छिपिहा, मवईकला, मनकुंआर, भिटारी, छिवलहा, कन्या छिवलहा, चंदई, बंबुरी, बरवार, कन्या मंडौर, कन्या मऊ, मैदाना।
यह होंगे काम-बाउंड्रीवाल व फर्श मरम्मत, टाइल्स लगाना।
-विद्यालय परिसर में इंटरला¨कग, शौचालय निर्माण।
26 स्कूलों में स्मार्ट क्लास
– मऊ में 19 और कसहाई क्लस्टर के सात।
– प्रोजेक्टर व इंटरेक्टिव बोर्ड से विषय ज्ञान।
– सॉफ्टवेयर युक्त बोर्ड में सुरक्षित रहेगा डाटा।
– विज्ञान, गणित, पर्यावरण व ज्ञानवर्धक लघु फिल्में।
धनराशि ग्राम पंचायतों को भेजी जा चुकी है। जल्द निर्माण और मरम्मत के कार्य शुरू होंगे। भवन बेहतर करने के साथ शैक्षणिक वातावरण में बदलाव लाने की कोशिश की जाएगी।
प्रकाश सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, चित्रकूट