देशभर के स्कूलों में 2022 तक पैरा टीचर की प्रैक्टिस पूरी तरह से खत्म कर दी जाएगी। स्कूलों में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति होगी। देश में घटिया और केवल डिग्री बांट रहे टीचर एजुकेशन इंस्टीट्यूट बंद होंगे। 2030 से शिक्षक बनने की न्यूनतम अर्हता चार वर्षीय बीएड रहेगी।