आपको बता दें कि आज से 3 साल पहले नियुक्त बेसिक शिक्षक 12460 भर्ती एवं 41556 भर्ती में नियुक्त शिक्षकों का अवशेष वेतन भुगतान आज तक नहीं हो पाया जिसके पीछे की वजह भौतिक सत्यापन बताया जा रहा
सत्यापन ना हो पाने का कारण
ज्यादातर शिक्षकों के बीटीसी और यूपीटीईटी तथा सीटेट के मार्कशीट के सत्यापन अभी तक नहीं हो पाए हैं परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर शिक्षकों द्वारा स्वयं जाकर कार्यवाही करने पर पता चला कि वहां जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा एक साथ एक लिस्ट में ही 700-800 अध्यापकों के नाम भेजे गए हैं जिसको PNP बाबू ने असमर्थता व्यक्त की है तथा कार्यालय को भी अवगत कराया है यह भी बात पता चली कि इतनी अधिक संख्या में सत्यापन का कार्य भौतिक रूप से नहीं किया जा सकता इसलिए वहां के डायरेक्टर ने ऑनलाइन सत्यापन को ही मान्य घोषित कर दिया तथा इसके दो बार आदेश भी जारी किए जा चुके हैं जो कि नीचे दिखाया जा रहा एवं बीएसए कार्यालय द्वारा जब इस बात को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा रखा गया तो उन्होंने रिमाइंडर की लिस्ट दिखा दी सत्यापन ना होने का मुख्य कारण दोनों विभागों का आपस में तालमेल ना हो पाना है या तो जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय 20 से 30 लोगों की लिस्ट बनाकर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय भेजें अथवा ऑनलाइन सत्यापन को सहमति प्रदान करें
और यदि इसी तरह दोनों विभागों के बीच मतभेद बना रहा तो सत्यापन की स्थिति आज से 2 साल बाद भी यही रहेगी अर्थात एक गहरा रहस्य
सुखद स्थिति यह है कि अब प्राथमिक शिक्षक संघ की पांच ब्लॉक इकाईया भी सो कर जाग गई है जिनके द्वारा विभिन्न शिक्षक भर्तियों के अधीन सेवा में आए शिक्षकों के अवशेष वेतन भुगतान व सत्यापन को लेकर विभाग को दी गई डेडलाइन कल समाप्त हो रही है। ऐसे में शिक्षकों की निगाहें संघ व विभाग की ओर लगी हुई हैं। उधर मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम ने बीएसए को जरूरी कदम उठाने क निर्देश दिए हैं। उधर मुख्यालय बीईओ ने शनिवार को पटल प्रभारी को एक पखवारे का समय देते हुए कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश जारी किए हैं। आपको बता दें कि जिले के शिक्षक संघ में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ पहले से ही एयर भुगतान की समस्या हेतु जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में अपना विरोध दर्ज करा चुका है
मुख्यालय बीईओ ने पटल प्रभारी से कहा कि संघ व बीएसए के मध्य हुई वार्ता को देखते हुए 15 दिनों के भीतर कार्य को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए पूरा कराया जाए। 12460, 15000, 16448 व 68500 शिक्षक भर्तियों के अधीन नवनियुक्त शिक्षकों के साथ अन्तर्जनपदीय शिक्षकों के अवशेष वेतन एवं सत्यापन के मामले को तूल पकड़ता देख बेसिक शिक्षा विभाग सक्रिय हुआ है। सत्यापन की स्पष्ट सूची एवं अवशेष वेतन भुगतान की मांग को पूरा करने के लिए असोथर, भिटौरा, खजुहा, हसवा एवं बहुआ ब्लॉक इकाईयों के अध्यक्षों द्वारा बीएसए को ज्ञापन देने के बाद दूसरे कई ब्लॉक अध्यक्षों ने समर्थन देने का ऐलान किया था।
सत्यापन की स्थिति पर सर्वाधिक पेंच
सूत्र बताते हैं कि नवनियुक्त शिक्षकों में सत्यापन की स्थिति अस्पष्ट होने से सबसे अधिक रोष है। शिक्षकों को यही नहीं पता है कि उनके अब तक कितने सत्यापन विभाग द्वारा कराए जा चुके हैं। पटल प्रभारी भी शिक्षकों को संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। संघ ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों में सत्यापन की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
विभाग के साथ संघ की भी परीक्षा
अवशेष वेतन एवं सत्यापन का मामला जहां एक ओर विभाग के लिए सिरदर्द बन गया है तो वहीं संघ के लिए भी किसी परीक्षा से कम नहीं है। जानकार बताते हैं कि इस वक्त संघ के सामने पूरी तरह ‘एकजुट रहने के संदेश देने के साथ शिक्षकों के हित को सर्वोपरि रखने की भी चुनौती है।