रिलीविंग को लेकर कुछ साथियों ने पिछले दिनों एमडीएम कार्यालय पर इकट्ठा होकर सचिव साहब से फोन पर वार्ता की थी जिससे यह निष्कर्ष निकला था कि कंटेंप्ट की सुनवाई देख कर ही आगे की प्रक्रिया बढ़ेगी ।
जिसका मतलब है कि अचयनित अभ्यर्थियों का आवंटन करना है या नहीं करना है तो किस प्रकार करना है इस निर्णय पर पहुंचने के उपरांत ही सरकार आगे का प्रोसेस करेगी है।
जिसके लिए टीम पहले दिन से ही प्रयास कर रही हैं
कि अचयनित साथियों पर सरकार जल्द से जल्द निर्णय ले एवम् प्रक्रिया आगे बढ़े।
शायद यह बात हम बताते तो कुछ साथियों को विश्वास नहीं होता अब यह बात सभी साथी जान गए हैं कि टीम एक सही दिशा में पहले दिन से ही कार्य कर रही है।
कुछ अज्ञानी साथियों ने अमित शेखर भारद्वाज का कंटेंप्ट निस्तारित होने पर खुशी मनाई थी लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम था कि वह अपनी हार पर ही खुशी मना रहे हैं क्योंकि साथियों प्रक्रिया पूरी हुए बिना कंटेम्प्ट डिस्पोस्ड ऑफ हो जाना हम सबके लिए वास्तव में दुखद था।
लेकिन हम हार मानने वाले नहीं है जब तक आवंटन नहीं हो जाता तब तक और अधिक ऊर्जा एवं सामर्थ्य के साथ संघर्ष जारी रहेगा!
टीम कोर्ट की पैरवी के साथ-साथ विभिन्न जगह से राजनीतिक प्रयास कर रही है लेकिन जो भी साथी लाभ मिलने से वंचित रह गए है वो लखनऊ में शांतिपूर्ण सामूहिक निवेदन /धरने मे आज /कल में हर हाल में पहुंचे !
अन्याय /अधर्म पर मूक बनकर जो मात्र निहारे जाते हैं,
भीष्म हो, द्रोण हो या हो कर्ण सब मारे जाते हैं।
जिला आवंटन पीड़ित
विकास विकल & टीम
विकास विकल
अमित शेखर भारद्वाज