⛔️ कक्षा में शिक्षक को चाकू से गोदा
⛔️ 12वीं के छात्र ने दोस्तों के संग दिया वारदात को अंजाम, अध्यापक की हालत नाजुक
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों एवं प्रधानाध्यापकों के 10,903 पद स्वीकृत हैं 3,665 कार्यरत है और 7,238 पद खाली हैं। सहायक अध्यापकों के 9,417 पद सृजित हैं। इनमें से 2,622 सहायक अध्यापक कार्यरत हैं और 6,795 पद खाली हैं। वहीं प्रधानाचार्य के 1486 पद स्वीकृत हैं, 1,043 प्रधानाचार्य कार्यरत हैं और 443 पद खाली है।
स्कूलवार होना चाहिए आकलन
माध्यमिक शिक्षा विभाग के पूर्व निदेशक एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की कमेटी के सदस्य कृष्ण मोहन त्रिपाठी का कहना है कि शिक्षकों की संख्या का आकलन स्कूलवार विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर होना चाहिए। कुल छात्र संख्या और कुल शिक्षक संख्या से सही आकलन नहीं हो सकता है। यूपी में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सृजित पदों के लिहाज से शिक्षकों की भर्ती करनी चाहिए।
चुनावी समर का आगाज हो चुका है। अन्य राजनीतिक दल जहां अपने वोट बैंक के साथ नई जमीन बनाने में लगे हैं तो राज्य सरकार भी अपने वादों को पूरा करने में तेजी से जुट गई है। युवाओं की निगाहें भर्तियों पर हैं। नए साल में सिर्फ बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग में ही लगभग 90 हजार पदों पर भर्तियां होनी हैं। इनमें से कुछ तो अगले छह महीने में पूरी हो जाएंगी।
इस वर्ष की सबसे पहले भर्ती माध्यमिक शिक्षा के सहायता प्राप्त स्कूलों में 15508 एलटी ग्रेड व प्रवक्ता के पदों पर होगी। इसके लिए विज्ञापन इसी महीने जारी होगा। हालांकि विज्ञापन बीते वर्ष भी जारी किया गया था लेकिन हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद इसे रद्द कर दिया गया। अब इसे नए सिरे से जारी किया जाएगा। वहीं एडेड स्कूलों में लिपिकों के लगभग 2971 पदों पर भर्ती आधीनस्थ सेवा चयन आयोग से करवाई जा रही है।
वहीं विभाग में भी लिपिकों के लगभग 2000 पद खाली हैं। पहली बार राज्य सरकार एडेड स्कूलों के लिपिकों की भर्ती करने जा रही है। माध्यमिक शिक्षा के राजकीय इंटर कॉलेजों में भी एलटी ग्रेड के 8166 पदों पर भर्ती की घोषणा राज्य सरकार कर चुकी है। वर्ष 2018 में हुई 10768 एलटी ग्रेड भर्ती में 3 हजार से ज्यादा पद खाली रह गए हैं यानी लगभग 11 हजार पदों से भी ज्यादा पदों पर भर्ती भी जल्द ही होगी। लोक सेवा आयोग ये भर्तियां करेगा।
इसके अलावा प्रवक्ता के भी 1400 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग अधियाचन भेजा जा चुका है। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार शिक्षक भर्ती पूरी होने वाली है। इसके बाद 51 हजार शिक्षक भर्ती भी करवाई जानी है। हालांकि इससे पहले राज्य सरकार को टीईटी भी करवानी है और फिर शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की तैयारी भी लिहाजा, ये भर्ती अप्रैल-मई के बाद ही शुरू होने की उम्मीद है।
बेसिक शिक्षा परिषद से सहायताप्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में भी शिक्षकों के पदों पर सरकार पहली बार लिखित परीक्षा के माध्यम से भर्ती करवाने जा रही है। प्रदेश के लगभग तीन हजार जूनियर हाईस्कूलों में पांच हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली हैं।
किन पदों पर कितनी भर्तियां:
-सरकारी प्राइमरी स्कूलों में लगभग 51 हजार सहायक अध्यापक
-राजकीय इंटर कॉलेजों में लगभग 11 हजार एलटी ग्रेड
-राजकीय इंटर कॉलेजों में लगभग 1400 प्रवक्ता
-सहायताप्राप्त इंटर कॉलेजों में 15508 सहायक अध्यापक व प्रवक्ता
-माध्यमिक शिक्षा व एडेड स्कूलों में लगभग 5000 लिपिकों के पद
-एडेड जूनियर हाईस्कूलों में लगभग 5000 शिक्षकों के पद
अनलॉक 4 स्कूलों में छात्रों के आने को मंजूरी मिली है। कक्षा 9 से 12 के ऐसे छात्र जो अपने शिक्षकों से कुछ एक क्लास में अधिकतम 15 से 20 बच्चे आएंगे
प्राइवेट छात्रों की मद्देनजर शुरू कर दिए हैं। सक्सेना इंटर कॉलेज के प्रबंधक पंकज सक्सेना ने बताया की बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए उन्होंने एक क्लास में अधिकतम 15 से 20 बच्चों को ही आने की अनुमति दी है। इसके अलावा स्कूल के सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। छात्रों को भी घर से मास्क, ग्लब्स सैनिटाइजर लेने को कहा जाएगा। अभिभावकों की अनुमति के साथ स्कूल जा सकते हैं। 21 सितंबर से स्कूलों में 50% टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ बुलाने की भी अनुमति मिल गई है। इन सबके मद्देनजर शहर के स्कूलों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्कूल प्रबंधन अपने अपने स्तर पर इंतजाम करने के दावे कर रहे हैं।
सुरक्षा के लिए तैयारियों पर विशेष
स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाने का विचार
अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की ओर से उप मुख्यमंत्री चलाने का सुझाव
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