बहराइच की डीएम का विद्यालय निरीक्षण हुआ वायरल, विद्यालय की समस्याओं के लिए वास्तविक जिम्मेदारों पर कार्यवाही से निरीक्षण बना बेसिक शिक्षकाें के मध्य चर्चा का विषय
⚫ विद्यालय में गंदगी तो जिम्मेदार – सफाई कर्मचारी (निलंबित)
⚫ विद्यालय में फल नहीं बटा तो जिम्मेदार – ग्राम प्रधान (ग्राम प्रधान के अधिकार सीज)
⚫ विद्यालय परिसर के आंगनबाड़ी में बच्चे कम तो जिम्मेदार – सुपरवाइजर और डीपीओ के विरुद्ध कार्यवाही
⚫ विद्यालय परिसर में हैंडपंप खराब तो जिम्मेदार – सचिव और सहायक विकास अधिकारी (पंचायत)
बहुत दिन बाद ऐसा निरीक्षण देखने को मिला जिसमें निरीक्षण तो विद्यालय का हुआ लेकिन कार्रवाई विद्यालय स्टाफ के अलावा वास्तविक जिम्मेदारों पर हुई।
विद्यालय में गंदगी देख भड़कीं डीएम, सफाई कर्मचारी निलंबित
बहराइच। कैसरगंज तहसील क्षेत्र के दो विद्यालय व परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का सोमवार को निरीक्षण करने पहुंची डीएम मोनिका रानी गंदगी के बीच बच्चों की कक्षाएं संचालित होने पर कड़ा रुख अपनाया।
सफाई कर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। फल वितरण न होने, पंचायत भवन में तालाबंदी पर एडीओ पंचायत, सचिव, सुपरवाइजर संग ग्राम प्रधान से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। लापरवाह अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों पर कड़ी कार्रवाई करने को संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। डीएम सीधे प्राथमिक विद्यालय सौगहना पहुंची। परिसर में चारों ओर फैली गंदगी पर उनकी नजर पड़ी।
प्रधान शिक्षिका से सफाई न होने की वजह पूछी। सफाई कर्मी के न आने की बात सुनकर डीपीआरओ को तत्काल कर्मचारी को निलंबित करने के निर्देश दिए। एमडीएम के मेन्यू की जांच किया । मेन्यू के अनुसार रोटी व सब्ज़ीयुक्त दाल के स्थान पर दाल व चावल बनाया गया था। दाल की गुणवत्ता भी खराब मिली। बच्चों की ओर से कई माह से फल न बांटे जाने ने का खुलासा किया गया।
डीएम ने कड़ी नाराज़गी जाहिर किया। डीपीआरओ से ग्राम प्रधान का स्पष्टीकरण प्राप्त के निर्देश दिए। कहा कि जवाब सही न होने पर तत्काल अधिकार सीज कराएं। परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति कम पाए जाने पर सुपरवाइजर के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश डीपीओ को दिया।
पंचायत भवन बन्द रहा हैण्डपम्प खराब पाया गया। डीएम एडीओ पंचायत व ग्राम सचिव पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डीएम ने कहा कि किसी भी दशा में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी व कर्मचारी कार्रवाई से नहीं बचेंगे। ऐसे लोगों को चिंहित कर विभागीय कार्रवाई को लेकर शासन को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी।