फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रहा शिक्षक बर्खास्त, आरोपी पर केस दर्ज कराने का बीईओ को निर्देश

गाजीपुर। फर्जी अभिलेख के आधार पर नौकरी कर रहे एक सहायक अध्यापक को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने सोमवार को बर्खास्त कर दिया। उन्होंने खंड शिक्षाधिकारी को उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने तथा वित्त एवं लेखाधिकारी को उससे वेतन की रिकवरी का निर्देश दिया।

परिषदीय शिक्षकों को भी पास होने के लिए जुटाने होंगे नंबर, रिपोर्ट के आधार पर होगी तरक्की

यूपी: पहली बार ऑनलाइन भरी जाएगी प्राइमरी शिक्षकों की गोपनीय आख्‍या, 15 अप्रैल तक स्‍वमूल्‍यांकन का समय

सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की वार्षिक गोपनीय आख्या इस वर्ष ऑनलाइन लिखी जाएगी। मानव संपदा पोर्टल पर 15 अप्रैल तक प्रधानाध्यापक-अध्यापक स्वमूल्यांकन करेंगे। खण्ड शिक्षा अधिकारी इसका मूल्यांकन 15 मई तक करके दाखिल करेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी इन वार्षिक आख्या को 31 मई तक अंतिम रूप से सबमिट करेंगे।


पहली बार बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की वार्षिक आख्या (सीआर) कॉर्पोरेट की तर्ज पर लिखी जाएगी। पहले शिक्षक खुद अपना मूल्यांकन करेंगे और इसके बार दो स्तर पर उनके उच्चाधिकारी उस पर अंक देंगे। इसके लिए मानक पिछले वर्ष ही तय कर दिए गए थे।

इस वर्ष विद्यार्थियों की उपिस्थित, खुद प्रधानाध्यापक या अध्यापक की औसत उपस्थिति वाले बिन्दु लागू नहीं होंगे क्योंकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल नहीं खोले गए थे और स्कूलों में टैबलेट अभी तक नहीं पहुंचे हैं इसलिए अध्यापकों की उपस्थिति का बिन्दु भी लागू नहीं होगा। मानकों में स्कूलों में ऑपरेशन कायाकल्प, दीक्षा पोर्टल का उपयोग, लर्निंग आउटकम की अंतिम परीक्षा में अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए विषय का ग्रेड, एसएमसी की बैठक, छात्रों द्वारा पुस्तकालय का प्रयोग जैसे मानकों पर शिक्षकों को कसा जाएगा। इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने अंक भी जारी कर दिए हैं।


प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को भी अब पास होने के लिए नंबर जुटाने होंगे। इन्हीं नंबरों के आधार पर उनका मूल्यांकन होगा। आगे चलकर इसी से उन्हें इंक्रीमेंट और तरक्की भी मिलेगी। इसके लिए शिक्षकों को दिए जाने वाले नंबर के पैरामीटर तय कर दिए गए हैं। इस सम्बम्ध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनन्द ने आठ जनवरी को आदेश भी जारी कर दिया है।

समय पर विद्यालय न आने, बच्चों को पढ़ाने में रुचि न लेने तथा डिजिटल प्लेटफार्म पर न आने वाले प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को आने वाले दिनों में बड़ी दिक्कतें होने वाली है। उन्हें न सिर्फ नियमित स्कूल आना जाना पड़ेगा बल्कि बच्चों को पढ़ाना भी पड़ेगा। शिक्षकों के वार्षिक मूल्यांकन के लिए नए पैरामीटर निर्धारित किए गए हैं। जिन्हें आगामी शैक्षिक सत्र से लागू करने की तैयारी है।

विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन्हीं पैरामीटरों पर आने वाले दिनों में शिक्षकों की तरक्की होगी। उन्हें इंक्रीमेंट मिलेगा। मानव संपदा पोर्टल पर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों को स्वयं वार्षिक मूल्यांकन प्रविष्टि भरनी है। शिक्षकों तथा प्रधानाध्यापक को मानव संपदा पोर्टल पर खुद के मूल्यांकन के फार्म सबमिट करने होंगे। इसका डिजिटली सत्यापन होगा। गलत तथ्य पकड़ में आ जाएंगे। हालांकि कुछ चीजें स्कूलों को टेबलेट मिलने के बाद शुरू होंगी।

मिल सकते हैं जीरो नंबर-परीक्षा में सहायक अध्यापक या अध्यापिका की ओर से पढ़ाए गए विषय में छात्र के ए प्लस ग्रेड आने पर 20, ए ग्रेड पर 16, बी ग्रेड पर 12, सी ग्रेड पर 8 तथा डी ग्रेड पर शिक्षक को केवल चार नंबर मिलेंगे। इसके इतर यदि पूरी कक्षा के 75% या उससे अधिक छात्र ए प्लस अथवा ए कैटेगरी में आते हैं तो शिक्षक को 20 अंक मिलेगा। अन्यथा शून्य दिया जाएगा।


🔴 इस तरह प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को मिलेंगे नंबर-

● सभी 14 अवस्थापना सुविधाएं होने पर शिक्षक को 10 नम्बर मिलेंगे न होने पर शून्य मिलेंगे
● विद्यालय में 60 से 80% तक छात्र उपस्थिति पर पांच नंबर मिलेंगे
● विद्यालय में छात्रों की 80% से अधिक उपस्थिति पर 10 नंबर
● डिजिटल शिक्षा सामग्री का नियमित प्रयोग करने पर 10 नंबर मिलेंगे
● छात्र रिजल्ट कार्ड सभी छात्रों को शत-प्रतिशत वितरित करने पर 10 नंबर
● एसएमसी की नियमित बैठक में प्रतिभाग करने पर 10 नंबर
● छात्रों द्वारा पुस्तकालय का नियमित प्रयोग करने पर 10 नंबर
● माड्यूल, आधारशिला, ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह को शिक्षण कार्य में नियमित प्रयोग करने पर 10 नंबर
● आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वेक्षण व चिंहित सभी बच्चों का नामांकन कराने पर 10 नंबर
● शिक्षकों के 60 से 80% तक उपस्थिति पर 5 अंक, 80% से अधिक उपस्थिति पर 10 अंक
● प्रशिक्षण में सभी दिन प्रतिभाग करने पर 10 नंबर

50 वर्ष से ऊपर के शिक्षकों के स्क्रीनिंग के संदर्भ में फर्रुखाबाद जनपद का आदेश

50 वर्ष से ऊपर के शिक्षकों के स्क्रीनिंग के संदर्भ में फर्रुखाबाद जनपद का आदेश

📌ब्रेकिंग📌: अंतर्जनपदीय ट्रांसफर लिस्ट हुई सार्वजनिक देखें स्थिति👇

📌ब्रेकिंग📌

अंतर्जनपदीय ट्रांसफ़र लिस्ट सार्वजनिक हुयी दिखे स्थिति

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प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका को परेशान कर रहा शोहदा, नहीं हो रही कार्रवाई

गोरखपुर। चौरीचौरा में सरदारनगर ब्लॉक के एक प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षिका को गांव का रहने वाला शोहदा परेशान कर रहा है। पीड़िता ने कई बार पुलिस कंट्रोल रूम व स्थानीय पुलिस से शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। शिक्षिका की जानकारी देने पर बीएसए ने एसएसपी को पत्र लिख मामले की जानकारी दी है।

जानकारी के अनुसार, एसएसपी को पत्र लिखकर बीएसए ने बताया है कि सरदानगर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल में तैनात सहायक अध्यापिका को गांव का रहने वाला शंभू सिंह परेशान करता है। आते-जाते अभद्रता करता है। सहायक अध्यापिका से वह रुपये की मांग करता है। जिसकी शिकायत उसने ग्राम प्रधान और चौरीचौरा थाना प्रभारी से की। मदद नहीं मिलने पर डायल 112 पर फोन किया, लेकिन आरोपित के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके डर से अध्यापिका स्कूल जाने से डर रही है। पुलिस के साथ डायल 112 पर शिक्षिका ने कब-कब सूचना दी है इसकी भी अधिकारियों को बताया गया है। 

25 दिसंबर से 10 जनवरी तक परिषदीय विद्यालय में अवकाश

25 दिसंबर से 10 जनवरी तक परिषदीय विद्यालय में अवकाश, शिक्षकों में बनी हुई थी भ्रम की स्थिति, विभाग ने जारी शैक्षिक कैलेंडर, जानिए क्या है पूरी खबर और किसने किया है इसे प्रकाशित

प्रतापगढ़। बेसिक शिक्षा विभाग के लगभग 11 हजार शिक्षकों, अनुदेशकों और शिक्षा मित्रों के लिए खुशखबरी है। शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार 25 दिसंबर से 10 जनबरी तक का अवकाश इसी साल से लागू होगा। जिले के प्राइमरी और मिडिल स्कूल 25 दिसंबर से बंद होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षा सत्र के प्रारंभ में शैक्षिक कैलेंडर जारी कर 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है| हालांकि 15 दिन के अवकाश को मई में जोड़ा गया है। शैक्षिक कैलेंडर में अवकाश घोषित होने के बाद भी शिक्षकों में यह भ्रम की स्थिति थी कि यह अवकाश अगले शिक्षा सत्र के लिए हैं। जबकि इन दिनों बच्चों के लिए स्कूल पूरी तरह बंद हैं, मगर शिक्षकों-शिक्षिकाओं , अनुदेशकों और शिक्षा मित्रों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। बीएसए अशोक कुमार सिंह ने बताया कि अवकाश की यह तालिका इसी वर्ष से लागू होगी। इसलिए 25 दिसंबर से 10 जनवरी तक सभी परिषदीय स्कूल पूरी तरह बंद रहेंगे। 11 जनवरी से शिक्षकों की उपस्थिति आवश्यक होगी।
अभी-अभी:-

प्रतापगढ-आदरणीय ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी से हुई वार्ता के क्रम में बताया गया है कि यह न्यूज जो शीतवकाश के संदर्भ में पेपर में छपी है, पूर्णतया भ्रामक और गलत है,शासन से शीतवकाश के सम्बंध में जो भी निर्णय लिया है उसी अनुसार अवकाश होंगे।

हाथरस : सपोर्टिव सुपरविजन न करके निरीक्षण किये जाने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्र0अ0 से नेगेटिव फीडबैक प्राप्त होने पर ARP के विरुद्ध कार्यवाही के सम्बन्ध में

हाथरस : सपोर्टिव सुपरविजन न करके निरीक्षण किये जाने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्र0अ0 से नेगेटिव फीडबैक प्राप्त होने पर ARP के विरुद्ध कार्यवाही के सम्बन्ध में

प्रदेश में पहली बार प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा, बेसिक के एडेड स्कूलों जल्द होंगी नई भर्तियां

प्रदेश में पहली बार प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा, बेसिक के एडेड स्कूलों जल्द होंगी नई भर्तियां

प्रयागराज : प्रदेश के तीन हजार से अधिक एडेड जूनियर हाईस्कूलों के लिए शिक्षक चयन नए साल में शुरू हो सकता है। पहली बार इन स्कूलों में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारियों से पदों का ब्योरा मांगा है। हालांकि शासन स्तर पर परीक्षा से जुड़ी अन्य तैयारियां लंबित हैं। उधर बेसिक शिक्षा विभाग भी एक साल में लिखित परीक्षा का स्वरूप तय नहीं कर पाया है। अपर शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा सरिता तिवारी ने अध्यापक भर्ती नियमावली का संशोधन आदेश जिलों को भेजा है।

अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षक चयन के लिए प्रबंधतंत्र साक्षात्कार कराकर नियुक्ति करता रहा है। बीएसए उनका अनुमोदन करते थे, जिससे चयन में जमकर गड़बड़ियों के आरोप भी लगते थे। इन्हीं वजहों से योगी सरकार ने चार दिसंबर, 2019 को अध्यापक भर्ती नियमावली 1978 में संशोधन किया था। इसके तहत शिक्षक चयन की लिखित परीक्षा राज्य स्तर पर होनी है। प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक की अर्हता में भी बदलाव हो चुका है। साथ ही चयन परिषदीय शिक्षकों की तरह गुणांक के आधार पर होना है। सरकार ने चयन नियमावली में जब बदलाव किया, उस समय 3082 स्कूलों में शिक्षकों के 24 हजार पद सृजित और करीब 4300 पद रिक्त थे।

शासन ने इस साल जनवरी में सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र प्रयागराज को यह कहते हुए परीक्षा संस्था बनाया था कि नया आयोग गठित होने तक वह चयन करेंगे। हालांकि यह अटकलें भी लग रही हैं कि परीक्षा संस्था में बदलाव हुआ है। इस बाबत बीएसए से बीती 15 जनवरी तक रिक्त पदों का ब्योरा मांगा गया था, लेकिन सूचना नहीं मिली। फिर जून में बेसिक शिक्षा विभाग के अपर निदेशक गायत्री ने पदों का ब्योरा जल्द मांगा, पत्र में लिखा था कि रिक्त पदों पर चयन होना है।

UP PRIMARY TEACHER SALARY – यूपी के प्राथमिक शिक्षक का वेतन जाने, नई शिक्षक भर्ती वालों को कितना मिलेगा वेतन और कहाँ से होगी शुरुआत

उत्तर प्रदेश प्राइमरी टीचर वेतन जाने,नई शिक्षक भर्ती वालों को कितना मिलेगा वेतन Uttar Pradesh Primary Teacher Salaryउतर प्रदेश के सरकारी प्राथमिक पाठशाला में नए भर्ती होने वाले शिक्षकों के वेतनमान, वार्षिक वेतन उन्नयन, प्रमोशन के बाद वेतन परिवर्तन व महंगाई भत्ते के बारे में मूल नियमों को जानेगे| सभी प्रतियोगी एवं कार्यरत अध्यापकों को इस बात की अभिलाषा होती है कि पूरे महीने जी तोड़ मेहनत करने के बाद आखिर कितना रूपया उनको प्राप्त होगा और आगे आने वाले जीवन के नए खर्चों के लिए उनके वेतन में कितनी बढ़त होने की संभावना है|

अनुक्रम:1. प्राथमिक (कक्षा 1 से 5 तक) के सहायक अध्यापकों का वेतन सातवें वेतनमान से

2. उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8 तक) के सहायक अध्यापकों का वेतन सातवें वेतनमान से

3. वार्षिक वेतन उन्नयन (Increment)

4. महंगाई भत्ता (Dearness Allowance)

5. चयन वेतनमान (Selection Grade)

6. प्रमोशन (Promotion)

1. प्राथमिक (कक्षा 1 से 5 तक) के सहायक अध्यापकों का वेतन सातवें वेतनमान से:
वेतन में निम्नलिखित घटक होते है:

मूल वेतन (Basic Pay) 35,400 ₹

महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) जुलाई 2020 के अनुसार: मूल वेतन का 17%

आवास भत्ता (House Rent Allowance): 1340 अथवा 2020 अथवा 4040

NPS (New Pension Scheme): वेतन का 10%

GIS (Group Insurance Scheme): 87 ₹


वेतन सूत्र: सकल वेतन (Gross Salary) = मूल वेतन + महंगाई भत्ता + आवास भत्ता= 35,400 + 6,018 + 1,340= 42,758 ₹

देय वेतन (Salary In Hand) = सकल वेतन – कटौती (NPS+GIS)                = 42,758 – (4,276+87)                                                            = 38,395 ₹

2. उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8 तक) के सहायक अध्यापकों का वेतन सातवें वेतनमान से:
वेतन में निम्नलिखित घटक होते है:

मूल वेतन (Basic Pay) 44,900 ₹

महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) जुलाई 2020 के अनुसार: मूल वेतन का 17%

आवास भत्ता(House Rent Allowance): 1840 अथवा 2760 अथवा 5400

NPS (New Pension Scheme): वेतन का 10%

GIS (Group Insurance Scheme): 87 ₹


वेतन सूत्र: सकल वेतन (Gross Salary) = मूल वेतन + महंगाई भत्ता + आवास भत्ता                                                          = 44,900 + 7,633 + 1,840                                                          = 54,373 ₹               

देय वेतन (Salary In Hand) = सकल वेतन – कटौती (NPS+GIS)                        = 54,373 – (5434 + 87)                                                          = 48,852 ₹

3. वार्षिक वेतन उन्नयन (Increment): यह इन्क्रीमेंट एक वित्त वर्ष में एक बार लगता है| छठवें वेतन आयोग के अनुसार शिक्षकों के वेतन में इन्क्रीमेंट सिर्फ जुलाई माह में लगता था जो की 3% होता था|
परन्तु सातवे वेतनमान में शिक्षकों को वित्त वर्ष के दो समय (जनवरी या जुलाई) में से किसी एक समय का चुनाव करना होता है, इन्क्रीमेंट लगवाने के लिए| नए वेतनमान में, 3% की जगह फिक्स स्लैब बना दी गई है| इसमें कर्मचारी को ठीक ऊपर वाले स्लैब में भेज दिया जाता है, जो की उसका नया मूल वेतन हो जाता है
*निम्नलिखित स्लैब परिवर्तन इन्क्रीमेंट में होता है –*
35400 से 36500, 36500 से 37600, 37600 से 38700, 38700 से 39900, 39900 से 41100, 41100 से 42300, 42300 से 43600, 43600 से 44900

44900 से 46200, 46200 से 47600, 47600 से 49000, 49000 से 50500, 50500 से 52000, 52000 से 53600, 53600 से 55200, 55200 से 56900, 56900 से 58600


4. महंगाई भत्ता (Dearness Allowance): इसमें वर्ष में दो बार परिवर्तन जनवरी व जुलाई माह में होता है| सरकारी मानकों के अनुसार छः माह की अवधि में जितनी थोक सूचकांक में महंगाई बढती है, उसके अनुसार महंगाई भत्ते में बढ़त कर दी जाती है|
5. चयन वेतनमान (Selection Grade): यदि कोई शिक्षक लगातार 10 वर्षों तक सतोषजनक सेवा प्रदान करता है, परन्तु उसे प्रमोशन नहीं मिल पाता है तो इस दशा में उस कर्मचारी को चयन वेतनमान दिया जाता है अर्थात उसे एक इन्क्रीमेंट अतिरिक्त दिया जा है जो चयन वेतनमान कहलाता है|
6. प्रमोशन (Promotion): कर्मचारी के उत्तम सेवा के उपहार स्वरूप उसे प्रमोशन प्राप्त होता है| जिसमे कर्मचारी को एक इन्क्रीमेंट अतिरिक्त दिया जाने का प्रावधान है|
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