तथाकथित पत्रकारों द्वारा शिक्षा के मंदिर में अध्यापकों से बच्चों के सामने की गई बदसलूकी, गाली – गलौज,छीना – झपटी व हाथापाई : चित्रकूट
योगी आदित्यनाथ जी से basicshikshak.com अपील करता है कि ऐसे दलाल पत्रकारों को शिक्षा के मंदिर विद्यालय प्रांगण में घुसने से पहले विद्यालय प्रधानाचार्य से अनुमति प्राप्त करें, अन्यथा सरकारी कार्य में बाधा के नाम पर इनके ऊपर कड़ी कार्रवाई हो।।
क्या शिक्षकों का शोषण करने के इरादे से विद्यालय प्रांगण में बच्चों के सामने अध्यापक गरिमा के खिलाफ कार्य करने वाले दलाल पत्रकारों के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी पुलिस में शिकायत दर्ज़ कराएंगे ??
क्या बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी इन्हीं दलाल पत्रकारों के माध्यम से शिक्षकों का शोषण करते हैं??
क्या जिले में शिक्षा विभाग के मुखिया होने के नाते बेसिक शिक्षा अधिकारी को ऐसे पत्रकारों के खिलाफ सरकारी कार्य में दखल के लिए थाने में शिकायत दर्ज करवा कर करवाई नहीं करवानी चाहिए??
क्या बेसिक के तमाम मुखिया केवल अध्यापकों के शोषण के लिए ही बनाए गए हैं ??
कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें व इस वीडियो को इतना शेयर करें कि शिक्षकों के शोषण के उद्देश्य से विद्यालय में जबरन घुस कर गुंडागर्दी, गाली – गलौज, हाथपाई करने वाले पत्रकारों को सज़ा मिले व अन्य भी इससे सीख प्राप्त कर सकें।।
क्या लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के पैरवीकार इस तरह के पत्रकारों को पत्रकारिता पे आजीवन प्रतिबंध लगाकर सबक सिखाएंगे ??
सभी सरकारी विभागों में से सर्वाधिक शोषण शिक्षकों का क्यों होता है??
सबसे ज्यादा शिक्षकों को करवाई का भय दिखाकर क्यों लूटा जाता है ??
यह प्रश्न सभी शिक्षकों के लिए विचारणीय हैं। इनसे बचने व बाहर निकलने का रास्ता शिक्षकों को स्वयं सूचना होगा ।।
अपने विचार कमेंट बॉक्स पे जरूर दें।। हो सकता है आपके द्वारा दिया गया सुझाव प्रदेश के समस्त शिक्षकों के लिए एक क्रांतिकारी सुझाव हो।।