परिषदीय विद्यालयों में 68500 एवं 69000 सहायक अध्यापक प्रक्रिया में नियुक्त अध्यापकों के अभिलेख सत्यापन और देयको के सम्बन्ध में मांगी गई सूचना

परिषदीय विद्यालयों में 68500 एवं 69000 सहायक अध्यापक प्रक्रिया में नियुक्त अध्यापकों के अभिलेख सत्यापन और देयको के सम्बन्ध में मांगी गई सूचना

69,000 शिक्षक भर्ती के चयनितों के प्राप्तांक वेबसाइट पर अपलोड

सूबे के परिषदीय विद्यालयों के लिए 69,000 शिक्षक भर्ती के तहत चयनित सहायक अध्यापक की तीसरी काउंसिलिंग में शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन में काफी दिक्कत आयी। कई अभ्यर्थी बिना अंक पत्र के काउंसिलिंग में पहुंच गए।

इससे उनके अंक पत्र का सत्यापन नहीं हो पाया। ब्रैसिक शिक्षा निदेशक, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद निदेशक की ओर से सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सूची व प्राप्तांक वेबसाइट पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने सोमवार को प्राप्तंक अपलोड करा के निर्देश जारी कर दिया। प्राधिकारी के सचिव ने बताया कि सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 के घोषित परिणाम में प्राप्तांक का ब्योरा विभागीय वेबसाइट htt://btcexam.in पर उपलब्ध है। इस वेबसाइट के जरिये सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 में उत्तीर्ण प्राप्तांक का सत्यापन हो सकता है।

परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत नवनियुक्त सहायक अध्यापको के शैक्षिक अभिलेखों के शक्षिक/ प्रशिक्षण/ अभिलेखों के सत्यापन हेतु विभिन्न बोर्डों/विश्वविद्यालयों द्वारा लिये जाने वाले सत्यापन शुल्क का विवरण

परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत नवनियुक्त सहायक अध्यापको के शैक्षिक अभिलेखों के शक्षिक/ प्रशिक्षण/ अभिलेखों के सत्यापन हेतु विभिन्न बोर्डों/विश्वविद्यालयों द्वारा लिये जाने वाले सत्यापन शुल्क का विवरण

बेसिक शिक्षकों की रोस्टर वाइज बीआरसी में होगा प्रमाण पत्रों का सत्यापन, बीएसए फतेहपुर का आदेश देखें

फतेहपुर : दस वर्षों में नियुक्त बेसिक शिक्षकों की होगी जांच, अब शासन के आदेश के मद्देनजर विभाग ने शिक्षकों से मांगे दस्तावेज

फतेहपुर : जिले में 2010 से अब तक विभिन्न शिक्षक भर्तियों के अधीन नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच कराकर सूची शासन को मुहैया कराई जाएगी। शासन की मंशा पर बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि वर्ष 2010 से अब तक जिले में तैनाती पाने वाले सभी बेसिक शिक्षकों से उनके सभी शैक्षिक एवं नियुक्ति सम्बन्धी अभिलेख एकत्र कराए जाएं। अनामिका एवं फर्जी नियुक्तियों से संबंधित मामलों के सामने आने के बाद सभी शिक्षकों की जांच कराई जाएगी। पिछले दस वर्षों के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक पद परहुई विभिन्न शिक्षक भर्ती शासन के रडार पर हैं। एक तरफ जहां सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय एवं डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से शिक्षा स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले शिक्षकों के अभिलेखों की एसआईटी जांच कराई जा रही है तो वहीं अब पिछले नौ वर्षों में कई शिक्षक भर्तियों के अधीन नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच कराने का निर्णय किया गया है। 2018 में शासन द्वारा गठित की गई समिति ने जांच कराने का फैसला किया था। इसके बाद अब अनामिका एवं फर्जी शिक्षकों के सामने आने के बाद शासन ने बड़े पैमाने पर जांच कराने का फैसला किया है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि 2010 से अब तक जितनी भी सहायक शिक्षक पद पर भर्ती हुई हैं उनकी अलग अलग सूची तैयार की जाए। प्रत्येक भर्ती के अन्तर्गत कितने शिक्षक नियुक्त किए गए हैं, सभी को चिन्हित किया जाए। उन्होंने ताकीद दी कि यह मामला शासन की प्राथमिकता में है इसलिए निर्धारित अवधि में सूचना निर्धारित फार्म के साथ उपलब्ध कराएं।

बीआरसी में शिक्षकों की भीड़ :  इस समय 2010 से बाद नियुक्त हुए शिक्षकों के साथ शिक्षामित्रों एवं अंशकालिक अनुदेशकों के शैक्षिक अभिलेखों समेत अन्य सभी प्रपत्रों की जांच कराई जा रही है। इसके लिए निर्धारित प्रारूप पर विवरण भराकर अभिलेखों की स्वप्रमाणित फोटोप्रतियां भी जमा कराई जा रही हैं। इसके चलते ब्लॉक संसाधन केन्द्रों में शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों की खासी भीड़ एकत्र हो रही है।


शिक्षकों का होने लगा पुलिस वेरिफिकेशन :  नियुक्तियों में धांधली देख शासन ने पिछली भर्ती से शिक्षकों का पुलिस वेरिफिकेशन भी शुरू करा दिया है। शासन ने भी पहले 2010 से अब तक सभी भर्तियों के अधीन चयनित हुए शिक्षकों का उनके पतों पर पुलिस वेरिफिकेशन कराने का फैसला किया था। कहा जा रहा है कि शासन अब प्रत्येक बिन्दु की बारीकी से जांच कराएगा। हालांकि 68500 सहायक शिक्षक भर्ती के अधीन नियुक्त हुए शिक्षकों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने में पसीने छूट गए थे।

UP LT Grade Teachers Recruitment: दस्तावेज सत्यापन में देरी को लेकर अभ्यर्थियों में गुस्सा, अब करेंगे प्रदर्शन

UP LT Grade Teachers Recruitment छह विषयों के चयनित सत्यापन की आस में बैठे हैं क्योंकि बिना शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन हुए उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी।…

प्रयागराज,UP LT Grade Teachers Recruitment: एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के द्वितीय चरण का रिजल्ट घोषित हुए एक माह का समय बीत चुका है, लेकिन चयनितों के शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की तारीख अभी तक घोषित नहीं हुई। छह विषयों के चयनित सत्यापन की आस में बैठे हैं, क्योंकि बिना शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन हुए उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी।

उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने एलटी ग्रेड परीक्षा के द्वितीय चरण का रिजल्ट घोषित करने की प्रक्रिया 11 अक्टूबर से शुरू की थी। द्वितीय चरण में कला, कंप्यूटर, जीव विज्ञान, अंग्रेजी, विज्ञान व गणित विषय का रिजल्ट घोषित किया गया। इसके बीच प्रथम चरण में घोषित सात विषयों के रिजल्ट के सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन आठ नवंबर तक पूरा कराया गया। द्वितीय चरण में घोषित रिजल्ट के सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की तारीख पांच नवंबर तक घोषित होनी थी, लेकिन घोषित नहीं हुई। वहीं आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि एलटी ग्रेड के सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की तारीख दो-तीन दिन में घोषित कर दी जाएगी।

20 को प्रदर्शन करेंगे अभ्यर्थी

हिंदी व सामाजिक विज्ञान का रिजल्ट जारी कराने, सफल अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन कराने की मांग को लेकर एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 के अभ्यर्थी 20 नवंबर को प्रदर्शन करेंगे। अभ्यर्थी पहले 13 नवंबर को प्रदर्शन करने वाले थे, लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण उसे स्थगित कर दिया गया है।

शिक्षकों को शिक्षा अधिकारियों के दफ्तर में संबद्ध करने पर रोक

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को जिला बेसिक और खंड शिक्षा अधिकारियों के दफ्तर में संबद्ध करने पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि शासन ने यह फैसला मिल रही शिकायतों के बाद लिया है। शासन को मिल रही शिकायतों के मुताबिक कई जिलों में शिक्षकों से बीएसए या खंड शिक्षा अधिकारियों के दफ्तरों में लिपिकीय काम करवाया जा रहा था। वहीं अन्य विद्यालयों में तैनाती देकर शैक्षणिक काम करवाया जा रहा था।