जिला आवंटन केस : सरकार बनाम शिखा सिंह, धर्मेंद्र कुंतल व अन्य में 29 अगस्त को प्रकाश पड़िया जी के बेंच में केस हुआ लिस्ट, ऑर्डर आने की प्रबल संभावना

68500 भर्ती, आगमी सप्ताह में खुल सकता है जिला आवंटन केस का पिटारा

 

68500 भर्ती, आगमी सप्ताह में खुल सकता है जिला आवंटन केस का पिटारा

प्रदेश में योगी सरकार की 68500 शिक्षक भर्ती 2018 हाल ही सितंबर माह में पूरी हुई थी जिसमे गलत जिला आवंटन पर कई बार आवाजें उठी थीं।
जिस पर कुछ याचियों ने कोर्ट का सहारा लिया था हालांकि वो लोग नौकरी कर रहे हैं।कुछ दिन पहले इस हाइकोर्ट ने केस का फैसला रिजर्व कर लिया था जिसके आगामी सप्ताह में आने के आसार हैं । फैसले में क्या होगा यह तो वक़्त बतायेगा मगर अटकलें लगी हुई हैं की याची लाभ मिल सकता है।

उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग के अपर सचिव प्रभात कुमार के अनुसार जो फैसला माननीय कोर्ट से आयगा वो अगर जायज हुआ तो लागू किया जायेगा अन्यथा आगे की कोर्ट की शरण ली जायेगी।
उनके अनुसार प्रशक्षुओं ने कॉउंसलिंग के समय कानूनी रूप से जुडिशयल हलफनामा दिया है की उन्हें मिले हुए जिले से कोई परेशानी नही है इसी वजह से सरकार ज्यादा इस पर विचार करने की स्थिति में नही है ।

अपर सचिव प्रभात कुमार के अनुसार पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों (4700) को नियुक्ति देने की कवायद शुरू कर दी गई है और भविष्य में अगर 68500 के सापेक्ष पुनः जिला आवंटन करना पड़ा तो मई तक लोकसभा चुनाव होने के कारण जून में ही यह सम्भव हो सकेगा।
यंहा ध्यान देने वाली बात यह है कि 68500 शिक्षक भर्ती 2018 में जिला आवंटन का मुद्दा काफी गर्म रहा था। सचिव के अनुसार अगर प्रक्रिया शुरू से करनी भी पड़ी तो सभी अभ्यर्थियों की नई नियुक्ति मानी जायेगी ,और उसके एवज में अब तक किये गए कार्य का पारश्रमिक नही मिलेगा और नए सिरे से प्रक्रिया प्रारंभ होगी ।
हालांकि यह सब कब होगा यह तो चुनाव बाद ही ज्ञात होगा। मगर यह तो तय है कि 68500 के सापेक्ष अगर भर्ती हुई तो सबसे अधिक हर्जाना उन अभ्यर्थियों को भरना पड़ेगा जो छह माह बिना वेतन कार्य कर रहे हैं और दूसरी तरफ वो सामान्य वर्ग के कम गुणांक से सम्बन्ध रखते हैं जिसमे लगभग सात हजार अभ्यर्थियों के फंसने की संभावना जताई जा रही है।

दैनिक जागरण ब्यूरो,प्रयागराज: 18:56PM

सरकार द्वारा जिला आवंटन केस में दाखिल किए गए काउंटर का सार देखें व सरकार के काउंटर को डाउनलोड करें

सरकार द्वारा जिला आवंटन केस में दाखिल किए गए काउंटर का सार

1. 15/03/2018 को अध्यापक सेवा नियमावली में 22 वां संशोधन कर लिखित परीक्षा शामिल की गई।

2. परीक्षा में पास 41556 अभ्यर्थियों के लिये सचिव ने दिनांक 16/08/2018 को nic को पत्र लिखा जिसमे सचिव ने एक और आवेदन ऑनलाइन भरवाने की बात कही।

3. 18/08/2018 g.o. जारी कर सचिव द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि भर्ती केवल पास हुए अभ्यर्थियों के सापेक्ष यानी 41556 पदों पर ही होगी।

4. 21/08/2018 से 28/08/2018 के मध्य हुए आवेदनों के पश्चात 41556 पदों के सापेक्ष Nic द्वारा एक मेरिट लिस्ट तैयार की गई।

5. इस मेरिट लिस्ट में हाई मेरिट वाले रिजर्व्ड श्रेणी अभ्यर्थियों ने सामान्य श्रेणी के कुछ अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया।

6. कुल 35420 पद ही निश्चित हो पाए बाकी के 6136 अभ्यर्थी बाहर हो गए।

7. इन 6136 अभ्यर्थियों में सभी सामान्य श्रेणी के नही थे
6028 सामान्य (कम मेरिट वाले)

बाकी जिन्होंने विकल्प ही नही भरे
85 obc
22 sc
1 st

8. अब सरकार कह रही है कि इन बचे हुए 6136 अभ्यर्थियों का भी चयन करने के लिए 68500 भर्ती में से उसके पास 26944 पद थे।

9. 6136 पद भरने के लिए सरकार ने 68500 पदों से बचे हुए 26944 पदों को रिलीज किया और nic को 6136 अभ्यर्थियों को भर्त्ती करने के लिए निर्देशित किया।

जिला आवंटन में सरकार द्वारा लगाया गये पूरे काउंटर को डाऊनलोड करने के लिए क्लिक करें👈

10. Nic ने भर्ती प्रक्रिया 2 चरणों मे सम्पन्न कराई।

11. सरकार ने कहा है कि उसके g.o. दिनांक 18/08/2018 अनुसार जॉइनिंग लेने के बाद कोई अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया को चुनौती नही दे सकता और न ही अपनी पसंद के ज़िले की मांग कर सकता है।

12. 6136 अभ्यर्थियों को बचे हुए 26944 पदों पर उनके भरे हुए विकल्प अनुसार जहाँ खाली जगह थी बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के nic निर्मित सॉफ्टवेयर द्वारा नियुक्ति दी गयी।

13. सरकार ने अपने g.o. दिनांक 18/08/2018 का हवाला देते हुए ये भी कहा कि नियुक्ति के पश्चात कोई अभ्यर्थी ट्रांसफर की मांग नही करेगा।

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