Shikshamitra News : राजस्थान में नौ साल तक काम करने वाले शिक्षामित्रों का मानदेय 29,600, यूपी में भी उठी मांग

Shikshamitra: राजस्थान में नौ साल तक काम करने वाले शिक्षामित्रों का मानदेय 29,600, यूपी में भी उठी मांग

राजस्थान सरकार ने नौ वर्ष तक काम करने वाले सभी संविदा कर्मियों का मानदेय 29,600 करने की घोषणा की है। इसी तरह 18 वर्ष की संविदा अवधि पूरा करने वाले कर्मियों का मानदेय 51,600 रुपये करने की घोषणा की गई है। यूपी में भी शिक्षामित्रों ने यही मांग सरकार से की है।


शिक्षामित्रों ने राजस्थान सरकार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी संविदा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि का मुद्दा उठाया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया है कि राजस्थान सरकार ने नौ वर्ष तक काम करने वाले सभी संविदा कर्मियों का मानदेय 29,600 करने की घोषणा की है। इसी तरह 18 वर्ष की संविदा अवधि पूरा करने वाले कर्मियों का मानदेय 51,600 रुपये करने की घोषणा की गई है। उत्तर प्रदेश में भी इस तरह की व्यवस्था जा सकती है।

शिक्षामित्रों ने भी मांगी 62 साल में सेवानिवृत्ति, 20 फरवरी को होने वाले महासम्मेलन वेतन बढ़ाने की मांग और यह मुद्दा उठाएंगे

शिक्षामित्रों ने भी मांगी 62 साल में सेवानिवृत्ति, 20 फरवरी को होने वाले महासम्मेलन वेतन बढ़ाने की मांग और यह मुद्दा उठाएंगे

लखनऊ। प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों ने नियमित शिक्षकों की तरह सेवानिवृत्ति अवधि को 62 वर्ष तक निर्धारित करने की मांग की है। वहीं 20 फरवरी को रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाले महासम्मेलन को लेकर सभी संगठन एकजुट हैं। सम्मेलन में भी शिक्षा मित्र इस मांग को उठाएंगे। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सरकार ने शिक्षामित्रों की सेवा अवधि 60 साल तय की थी।

बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा है कि सभी परिषदीय शिक्षकों की सेवानिवृत्त अवधि 62 वर्ष है। ऐसे में मात्र शिक्षामित्रों के लिए शासन ने सेवानिवृत्त का समय 60 साल करके उनके साथ अन्याय किया है। सरकार को इस आदेश को रद्द करना चाहिए। शिक्षामित्रों का भी सेवानिवृत्त की आयु परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की भांति 62 वर्ष करनी चाहिए।


उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा मित्रों को भी। सातवें वेतन का लाभ दिया जाए। क्योंकि शिक्षा मित्र भी 20 साल से काम कर रहे हैं। मात्र 10 हजार रुपए में उनके लिए परिवार चलाना संभव नहीं हो पा रहा है।

शिक्षामित्र किस कक्षा को पढ़ाएं जानिए इस आदेश में

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शिक्षामित्रों के मुद्दे पर सपा का सदन से वॉकआउट,कहा- अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को राहत दे प्रदेश सरकार

शिक्षामित्रों के मुद्दे पर सपा का सदन से वॉकआउट,कहा- अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को राहत दे प्रदेश सरकार

लखनऊ। सपा सदस्यों ने शिक्षामित्रों के मुद्दे पर बुधवार को विधान परिषद से वॉकआउट किया। उनका कहना था कि सरकार अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान करे। समान कार्य के लिए समान वेतन दे। वहीं शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि भाजपा शासन में शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। शिक्षामित्रों को हटाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने मानदेय भी 3,500 रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया।

कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिये सपा सदस्य मुकुल यादव ने कहा कि शिक्षामित्रों का मानदेय कुशल श्रमिक के मानदेय से काफी कम है। शिक्षामित्रों के मामले में पूर्व डिप्टी सीएम के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई थी, उसकी रिपोर्ट की जानकारी दी जानी चाहिए। शिक्षामित्रों के पक्ष में अध्यादेश लाकर उन्हें बहाल किया जाना चाहिए। टीईटी पास करने की बाध्यता से छूट दी जानी चाहिए । नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, शिक्षा मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र हैं। पिछड़े वर्ग से होने के कारण सपा सदस्य उन्हें बोलने नहीं देना चाहते हैं। सपा के लाल बिहारी यादव ने कहा कि इसमें पिछड़ों की बात कहां से आ गई। इसके बाद हंगामा बढ़ गया और सपा सदस्य वॉक आउट कर गए।

सरकार बनने के चौबीस घण्टों में सभी शिक्षामित्र होगे सरकारी: प्रेमपाल

बदायूं। समाजवादी शिक्षक सभा की मासिक बैठक बुधवार को शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष चन्द्रकेश यादव की अध्यक्षता में सपा कार्यालय, गांधी नगर पर आयोजित की गई बैठक में मुख्याथिति के रूप में सपा जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव उपस्थित रहे।

बैठक को संबोधित करते हुए सपा जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव की पिछली सरकार में उत्तर प्रदेश के शिक्षकों के लिये तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया गया, शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बनाया गया परंतु जैसे ही प्रदेश में भाजपा सरकार बनी, भाजपा नेताओं सपा सरकार की अभी शिक्षकों के हित की योजनाओं को बन्द कर दिया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घोषणा की है 2022 में सपा सरकार बनते ही बारह घंटों के भीतर सभी शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बना दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, उच्चतर प्राथमिक,वित्तविहीन, संविदा पर कार्य कर रहे सभी शिक्षक भाजपा की जनविरोधीनीतियों से अत्यंत दुखी हैं। तथा 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनवाकर ही दम लेंगे।

इस मौके पर बलवीर सिंह, चरन सिंह यादव, जयवीर सिंह चंद्रवंशी, अनूप कुमार सिंह, रामसिंह यादव, मेधवृत यादव, देवेंद्र सिंह आदि सहित तमाम शिक्षक मौजूद रहे।