धरने पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि जिले के अंदर परस्पर तबादले का शासनादेश जनवरी 2023 में जारी हुआ। इसके अनुसार इस प्रक्रिया को गर्मी की छुट्टियों में पूरा कर लेना था लेकिन विभाग नहीं कर सका।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में जिले के अंदर परस्पर तबादले के लिए सोमवार को फिर प्रदेश भर के शिक्षक बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे। धरने पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि सभी आवश्यक औपचारिकता पूरी करने के बाद भी उनका तबादला नहीं किया जा रहा है। इससे शिक्षक काफी परेशान हैं। दोपहर बाद शिक्षकों की बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव से सकारात्मक वार्ता हुई है।
धरने पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि जिले के अंदर परस्पर तबादले का शासनादेश जनवरी 2023 में जारी हुआ। इसके अनुसार इस प्रक्रिया को गर्मी की छुट्टियों में पूरा कर लेना था लेकिन विभाग नहीं कर सका। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से यह प्रक्रिया पिछड़ती गई। सात माह बाद इसकी सारी औपचारिकता पूरी की गई तो अब कहा जा रहा है कि जाड़े की छुट्टियों में इसे पूरा किया जाएगा।
तबादला न होने से कोई शिक्षक 100 किलोमीटर तो कोई इससे अधिक की दूरी प्रतिदिन तय कर रहा है। उन्होंने कहा कि तबादले की प्रक्रिया एक दिन में पूरी की जा सकती है लेकिन अधिकारी इसे टरका रहे हैं। वहीं अगर शिक्षकों की पदोन्नति इससे पहले हो जाएगी तो उनका पेयर (जोड़ा) भी टूट जाएगा। इसलिए तबादले की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।
धरना दे रहे शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने मुलाकात की। उन्होंने बताया कि चूंकि शासन की ओर से जारी जीओ में यह उल्लेख था कि गर्मी और जाड़े की छुट्टियों में तबादला प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसलिए जीओ में संशोधन के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। वहां से इसके संशोधित होते ही प्रक्रिया पूरी करा दी जाएगी। शिक्षकों ने जल्द इस पर कार्यवाई न होने पर दोबारा धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।