लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राजस्व लेखपाल की भर्ती में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित, भूतपूर्व सैनिक व महिला अभ्यर्थियों को अपनी मूल श्रेणी के अनुसार शुल्क देना होगा। आरक्षण का लाभ सिर्फ उप्र के मूल निवासियों को ही मिलेगा, बाकी को अनारक्षित अभ्यर्थी माना जाएगा।
शार्टलिस्ट अभ्यर्थियों को ही देना होगा परीक्षा शुल्क : मुख्य परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क का भुगतान केवल शार्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों को ही करना होगा। सभी को आवेदनपत्र का ¨पट्र आउट डाउनलोड करना होगा, ताकि अभिलेखों के परीक्षण के समय वे फार्म की प्रति प्रस्तुत कर सकें। अभ्यर्थी शुल्क जमा करने के बाद चार फरवरी तक आवेदनपत्र में संशोधन कर सकेंगे।
लेखपाल का संवर्ग मंडलवार होगा : लेखपाल पद का संवर्ग मंडलस्तर का होगा और सरकार मंडलवार संख्या का आवंटन करेगी। रिक्तियों की कुल व श्रेणीवार संख्या घट या बढ़ सकती है। आयोग ने क्षैतिज आरक्षण के पद भी घोषित कर दिए हैं। महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण पिता की ओर से दिए गए प्रमाणपत्र के आधार पर दिया जाएगा।
पहली जुलाई को 18 साल की पूरी हो आयु : आयोग की भर्ती में 18 से 40 वर्ष आयुसीमा रखी गई है। भर्ती के विज्ञापन वाले कैलेंडर वर्ष की पहली जुलाई को 18 वर्ष पूरी हो चुका हो और 40 वर्ष से अधिक न हो। एससी व एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को आयुसीमा में अनुमन्य छूट मिलेगी। कुशल खिलाड़ियों को पांच वर्ष, भूतपूर्व सैनिक को तीन वर्ष और दिव्यांगों को अधिकतम आयु सीमा में 15 वर्ष की छूट रहेगी।
दो घंटे की परीक्षा में पूछे जाएंगे 100 सवाल
अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा से होगा। सामान्य हंिदूी, गणित, सामान्य ज्ञान व ग्राम्य समाज व विकास के 25-25 सहित कुल 100 सवाल पूछे जाएंगे। हर प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित है और उसे 120 मिनट यानी दो घंटे में करना होगा। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होगी, यानी गलत एक उत्तर देने पर सही जवाब में मिलने वाले एक अंक का 25 प्रतिशत कटौती होगी। चारों विषयों का पाठ्यक्रम भी जारी कर दिया गया है।
लागू हो सकते हैं ये नियम
राज्य में कई सालों के बाद आयोजित होने जा रही लेखपाल भर्ती में कौन से नियम लागू किए जाएंगे, इसे लेकर अभ्यर्थी काफी परेशान हैं। राज्य में लेखपाल भर्ती में लागू होने वाले नियमों के बारे में पूरी जानकारी तो नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही सामने आ पाएगी। लेकिन, UPSSSC द्वारा अभी तक जारी किए गए नोटिसों और लेखपाल की पिछली भर्तियों के आधार पर कुछ ऐसे नियमों की जानकारी नीचे दी गई है, जो इस परीक्षा में लागू किए जा सकते हैं।
पूछे जा सकते हैं किस लेवल के प्रश्न
पिछली लेखपाल भर्ती में अभ्यर्थियों से बारहवीं के स्तर के प्रश्न पूछे गए थे और साथ ही इसमें शामिल होने के लिए बारहवीं पास होने की योग्यता मांगी जाती है। इसलिए यह संभव है कि वर्तमान लेखपाल भर्ती में भी अभ्यर्थियों से बारहवीं के स्तर के ही प्रश्न पूछे जाए।
ऑफलाइन मोड में हो सकती है परीक्षा
UPSSSC राज्य में लेखपाल के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा ऑफलाइन मोड में ही आयोजित कर सकती है। पिछली लेखपाल भर्तियों का आयोजन ऑफलाइन मोड में ही हुआ था और साथ ही UPSSSC द्वारा PET का आयोजन भी ऑफलाइन मोड में ही किया गया था। इसलिए इस परीक्षा को भी ऑफलाइन मोड में ही आयोजित किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
क्या लागू होगी नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था
लेखपाल भर्ती में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था का लागू होना पूरी तरह से इस चीज पर निर्भर करेगा, की इसकी परीक्षा कितने शिफ्ट्स में आयोजित होती है। UPSSSC पिछले कुछ वर्षों से एक से अधिक पालियों में आयोजित की जा रही परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था लागू करती है। इसलिए अगर यह परीक्षा एक से अधिक शिफ्ट में होती है, तो इसमें भी नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू की जाएगी।
ये है अपडेटेड लेखपाल सिलेबस
लेखपाल भर्ती परीक्षा में 4 विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं हिंदी सामान्य, गणित, जनरल अवेयरनेस ग्रामीण समाज और विकास। चारों विषयों से कुल 25 25 प्रश्न पूछे जाते हैं यानी की परीक्षा में कुल 100 प्रश्न होते हैं।
हिंदी पाठ्यक्रम
रस, अलंकार, समास, पर्यायवाची,विलोम, तत्सम एवं तदभव, वाक्यांशों के लिए शब्द निर्माण, लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे, वर्तनी, वाक्य संशोधन, सन्धियां, लिंग, वचन, कारक, त्रुटि से सम्बंधित अनेकार्थी शब्द
गणित पाठ्यक्रम
संख्या पद्धति, प्रतिशतता, लाभ हानि, सांख्यिकी आंकड़ों का वर्गीकरण, बारम्बारता, बारम्बारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारम्बारता के बारे में, आंकड़ों का निरूपण, दंड चार्ट, पाई चार्ट, आयत चित्र,बारम्बारता बहुभुज, केंद्रीय माप, समांतर माध्य, माध्यिका एवं बहुलक के बारे में, बीजगणित में लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्त्य और उसमें संबंध, युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण, गुणन खंड, वृत्त की परिधि एवं क्षेत्रफल के बारे में।
ग्राम विकास के लिए केंद्र सरकार की योजना
आदर्श ग्राम योजना, सहकारी विकास योजना, मसौदा विकास कार्यक्रम, एमजीएनआरईजीए, जवाहर ग्राम समृद्धि योजना, अन्नपूर्णा योजना ,अंत्योदय अन्न योजना ,स्वजल धारा योजना ,राजीव गांधी ग्राम विद्युतीकरण योजना ,कस्तूरबा गांधी शिक्षा योजना,मध्याह्न भोजन कार्यक्रम, एनआरएलएम ,इंदिरा आवास योजना ,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,एनडीए सरकार द्वारा चलाई जा रही नवीनतम योजनाओं जैसे सांसद आदर्श ग्राम योजना, आईडब्ल्यूएमपी आदि पर भी ध्यान दें।
ग्राम विकास के लिए राज्य सरकार की योजनाएं:
किसान पेंशन योजना, किसान रथ योजना, अम्बेडकर ऊर्जा किरशी सुधार योजना, आम आदमी बीमा योजना, संजीवनी परिवहन योजना, आदर्श नगर योजना, वंदे मातरम योजना, प्रियदर्शिनी योजना, शुद्ध पेयजल योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित),पेंशन योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित), प्रधानमंत्री आवास योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित), कन्या विद्या धन योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित)।